अब पाकिस्तान से बम नहीं आलू आयेगा
नई दिल्ली। महंगाई को कम करने में केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, पिछले कई सालों के भीतर पहली बार महंगाई दर अपने सबसे निचले स्तर पर है। बावजूद इसके आलू की कीमतों में कमी नहीं आ रही है। लिहाजा केंद्र सरकार ने पहली बार आलू को आयात करने का फैसला लिया है। कृषि सचिव आशीष बहुगुणा की माने तो भारत यूरोप के देशों के अलावा पाकिस्तान से आलू का निर्यात कर सकता है। केंद्र सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि आसमान छूती आलू की कीमतों को कम किया जा सके।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधा सिंह मोहन ने कहा कि सरकार आलू की कीमतें को कम करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आलू की कीमतों को जल्द कम करने में सफल होगी। वहीं कृषि सचिव आशीष बहुगुदणा का कहना है कि सरकार ने आलू की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसे आयात करने का फैसला लिया है। खुदरा बाजार में आलू की कीमतें अब भी तकरीबन 35-40 रुपए प्रति किलो बनी हुई हैं।
इसके लिए सहकारिता संस्था नाफेड जल्द ही इसकी निविदा जारी करेगा। बहुगुणा ने कहा कि पहली बार हम बढ़ती कीमतों को रोकने और घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आलू का आयात करने का जा रहे हैं। हमने नाफेड से निविदा जारी करने को कहा है और निविदा इसी माह ही आमंत्रित की जाएगी ताकि इसकी सप्लाइ नवंबर के अंत तक भारत आ जाए।
बहुगुणा ने बताया कि आलू का आयात यूरोप और पाकिस्तान जैसे देशों से किया जाएगा। उन्होंने आलू की पर्याप्त मात्रा मात्रा में उपलब्धता के लिए जनवरी माह तक का समय तक किया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधा सिंह मोहन ने कहा कि सरकार आलू की कीमतें को कम करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आलू की कीमतों को जल्द कम करने में सफल होगी। वहीं कृषि सचिव आशीष बहुगुदणा का कहना है कि सरकार ने आलू की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसे आयात करने का फैसला लिया है। खुदरा बाजार में आलू की कीमतें अब भी तकरीबन 35-40 रुपए प्रति किलो बनी हुई हैं।
इसके लिए सहकारिता संस्था नाफेड जल्द ही इसकी निविदा जारी करेगा। बहुगुणा ने कहा कि पहली बार हम बढ़ती कीमतों को रोकने और घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आलू का आयात करने का जा रहे हैं। हमने नाफेड से निविदा जारी करने को कहा है और निविदा इसी माह ही आमंत्रित की जाएगी ताकि इसकी सप्लाइ नवंबर के अंत तक भारत आ जाए।
बहुगुणा ने बताया कि आलू का आयात यूरोप और पाकिस्तान जैसे देशों से किया जाएगा। उन्होंने आलू की पर्याप्त मात्रा मात्रा में उपलब्धता के लिए जनवरी माह तक का समय तक किया है।
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