मुख्यमंत्री शिवराज एक मिनट में 202 शब्द तक बोलते हैं
भोपाल। शिवराज सिंह ने 29 नवंबर, 2005 को पहली बार मप्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे बाबूलाल गौर की जगह CM बनाए गए थे। शिवराज तीसरी बार मप्र के मुख्यमंत्री बने और पिछले 9 वर्ष से लगातार मुखिया की पारी खेल रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान जब बोलते हैं, तो यूं लगता है जैसे कोई सुपरफास्ट ट्रेन धड़धड़ाती चली जा रही हो। बावजूद शब्द एकदम स्पष्ट और ध्यान खींचने वाले होते हैं। शिवराज सिंह इसी कला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मात देते हैं। शिवराज सिंह जहां एक मिनट में 202 शब्द तक बोलते हैं, वहीं नरेंद्र मोदी की स्पीड करीब 140 तक होती है। उमा भारती इस मामले में अवश्य शिवराज के पीछे-पीछे चलती हैं। उनके बोलने की स्पीड 180 शब्द प्रति मिनट होती है।
शिवराज सिंह चौहान ने मप्र में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनकर एक राजनीतिक रिकार्ड बनाया है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनके रिकार्ड के अलावा उनके खाते में रोचक व्यक्तिगत रिकार्ड भी हैं। विधानसभा रिकार्ड के मुताबिक, शिवराज सिंह अपने भाषणों में एक मिनट में 202 शब्द तक बोल जाते हैं।
भाषण देना भी एक कला है और यह जगजाहिर है कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कला के महारथी हैं! वे जब बोलना शुरू करते हैं, तो बगैर सांस लिए एक से ज्यादा वाक्य बोल जाते हैं। विधानसभा में मिनट-दर-मिनट कार्यवाही को नोट करने वाले उनके स्टेनोग्राफर के मुताबिक, शिवराज सिंह एक मिनट में 200 से ज्यादा शब्द बोल जाते हैं।
शिवराज सिंह चौहान जब बोलते हैं, तो यूं लगता है जैसे कोई सुपरफास्ट ट्रेन धड़धड़ाती चली जा रही हो। बावजूद शब्द एकदम स्पष्ट और ध्यान खींचने वाले होते हैं। शिवराज सिंह इसी कला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मात देते हैं। शिवराज सिंह जहां एक मिनट में 202 शब्द तक बोलते हैं, वहीं नरेंद्र मोदी की स्पीड करीब 140 तक होती है। उमा भारती इस मामले में अवश्य शिवराज के पीछे-पीछे चलती हैं। उनके बोलने की स्पीड 180 शब्द प्रति मिनट होती है।
शिवराज सिंह चौहान ने मप्र में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनकर एक राजनीतिक रिकार्ड बनाया है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनके रिकार्ड के अलावा उनके खाते में रोचक व्यक्तिगत रिकार्ड भी हैं। विधानसभा रिकार्ड के मुताबिक, शिवराज सिंह अपने भाषणों में एक मिनट में 202 शब्द तक बोल जाते हैं।
भाषण देना भी एक कला है और यह जगजाहिर है कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कला के महारथी हैं! वे जब बोलना शुरू करते हैं, तो बगैर सांस लिए एक से ज्यादा वाक्य बोल जाते हैं। विधानसभा में मिनट-दर-मिनट कार्यवाही को नोट करने वाले उनके स्टेनोग्राफर के मुताबिक, शिवराज सिंह एक मिनट में 200 से ज्यादा शब्द बोल जाते हैं।
सीएम शिवराज सिंह का तेज बोलने का रिकार्ड
एक के बाद एक उपलब्धियां और रिकार्ड अपने नाम करने वाले मप्र के सीएम के खाते में एक अनोखा व्यक्तिगत रिकार्ड भी शामिल है। सीएम शिवराज सिंह चौहान सबसे तेज भाषण देने वाले नेताओं में शामिल हो गए हैं। विधानसभा में मिनट-दर-मिनट कार्यवाही को नोट करने वाले स्टेनोग्राफर्स के मुताबिक, शिवराज 199 से 202 शब्द प्रति मिनट बोलते हैं, जबकि 2008 में उनकी स्पीड 180 शब्द प्रति मिनट थी।
एक के बाद एक उपलब्धियां और रिकार्ड अपने नाम करने वाले मप्र के सीएम के खाते में एक अनोखा व्यक्तिगत रिकार्ड भी शामिल है। सीएम शिवराज सिंह चौहान सबसे तेज भाषण देने वाले नेताओं में शामिल हो गए हैं। विधानसभा में मिनट-दर-मिनट कार्यवाही को नोट करने वाले स्टेनोग्राफर्स के मुताबिक, शिवराज 199 से 202 शब्द प्रति मिनट बोलते हैं, जबकि 2008 में उनकी स्पीड 180 शब्द प्रति मिनट थी।
मोदी को भी छोड़ा पीछे
शिवराज ने 5 मार्च 2014 को विधानसभा में किसानों से जुड़े विषय पर अपने भाषण में शिवराज ने 202 शब्द प्रति मिनट की स्पीड से बोले थे। जबकि नरेंद्र मोदी रैलियों में 120 से 140 शब्द मिनट बोलते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इन दोनों से काफी पीछे हैं और उनकी स्पीड 100 शब्द प्रति मिनट थी।
शिवराज ने 5 मार्च 2014 को विधानसभा में किसानों से जुड़े विषय पर अपने भाषण में शिवराज ने 202 शब्द प्रति मिनट की स्पीड से बोले थे। जबकि नरेंद्र मोदी रैलियों में 120 से 140 शब्द मिनट बोलते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इन दोनों से काफी पीछे हैं और उनकी स्पीड 100 शब्द प्रति मिनट थी।
उमा भारती देती हैं टक्कर
बोलने के मामले में चौहान सबसे नजदीक प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती हैं। उमा 60 सेकंड में 160 से 180 शब्द बोलती हैं। सबसे तेज बोलने के मामले में शिवराज अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के नजदीक पहुंच गए हैं, जो 327 शब्द प्रति मिनट के साथ सबसे तेज पब्लिक स्पीकर माने जाते थे। यह रिकार्ड कैनेडी ने दिसंबर 1961 के अपने भाषण में दर्ज किया था।
बोलने के मामले में चौहान सबसे नजदीक प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती हैं। उमा 60 सेकंड में 160 से 180 शब्द बोलती हैं। सबसे तेज बोलने के मामले में शिवराज अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के नजदीक पहुंच गए हैं, जो 327 शब्द प्रति मिनट के साथ सबसे तेज पब्लिक स्पीकर माने जाते थे। यह रिकार्ड कैनेडी ने दिसंबर 1961 के अपने भाषण में दर्ज किया था।

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