साधु-संतों को जेड सिक्योरिटी की जरूरत नहीं: श्रीश्री रविशंकर
पानीपत: आर्ट ऑफ लीविंग के श्रीश्री रविशंकर इन दिनों हरियाणा में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे हैं। पानीपत मे एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीश्री रविशंकर ने संत रामपाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि साधु-संतों को किसी तरह की हाई सिक्योरिटी की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर इंटेलिजैंस इसकी सिफारिश करती है तो वह बात अलग है। श्री श्री रविशंकर गत सोमवार शाम आर्य पीजी कॉलेज में एडिटर मीट में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि रामपाल दास के बारे में बातचीत में कहा कि वे सच्चे थे तो उन्हें कानून से भागने की बजाय उसका सम्मान करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य आरोप लगने के बाद जेल गए और करीब नौ साल तक जेल में रहे। बाद में कोर्ट ने निर्दोष पाए जाने पर उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया।
श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि जाने-अनजाने में अगर कोई भूल हुई हो तो क्षमा मांग लेनी चाहिए। अगर संत दोष छुपा के रखते हैं तो संतत्व चला जाता है और सिर्फ दोष रह जाता है। ऐसे ही पहले भी कई प्रकरणों में हो चुका है। इससे संत समाज की छवि प्रभावित होती जिसका खामियाजा निर्दोष संतों को भी झेलना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि अगर इंटेलिजैंस इसकी सिफारिश करती है तो वह बात अलग है। श्री श्री रविशंकर गत सोमवार शाम आर्य पीजी कॉलेज में एडिटर मीट में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि रामपाल दास के बारे में बातचीत में कहा कि वे सच्चे थे तो उन्हें कानून से भागने की बजाय उसका सम्मान करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य आरोप लगने के बाद जेल गए और करीब नौ साल तक जेल में रहे। बाद में कोर्ट ने निर्दोष पाए जाने पर उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया।
श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि जाने-अनजाने में अगर कोई भूल हुई हो तो क्षमा मांग लेनी चाहिए। अगर संत दोष छुपा के रखते हैं तो संतत्व चला जाता है और सिर्फ दोष रह जाता है। ऐसे ही पहले भी कई प्रकरणों में हो चुका है। इससे संत समाज की छवि प्रभावित होती जिसका खामियाजा निर्दोष संतों को भी झेलना पड़ता है।

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