मलमास में नहीं होंगी शादियां, 2015 में कब-कब हैं विवाह के मुहूर्त
उज्जैन। कल (16 दिसंबर, मंगलवार) से मल मास प्रारंभ हो चुका है, जो 14 जनवरी 2015 तक रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस दौरान विवाह आदि शुभ कार्य नहीं होंगे। इसलिए अब विवाह बंधन में बंधने के इच्छुक युवक-युवतियों को एक महीने का इंतजार करना पड़ेगा। साल 2015 में 16 जनवरी को शादी के लिए सबसे पहला मुहूर्त आएगा।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 6 व 7 दिसंबर वर्ष 2014 में विवाह के अंतिम श्रेष्ठ मुहूर्त थे। 16 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही मलमास शुरू हो चुका है। मलमास में शादी-ब्याह शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त नहीं निकलेंगे। लोगों को मल मास खत्म होने खासकर शादी की तैयारी कर रहे युवक-युवतियों को 16 जनवरी तक इंतजार करना होगा। 2015 में जनवरी से जुलाई में देवताओं के सोने तक कुल 34 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त आएंगे।
2015 में विवाह 34 श्रेष्ठ मुहूर्त
जनवरी - 16, 25
फरवरी - 8, 10, 15, 26, 27
मार्च - 3, 9, 10
अप्रैल - 21, 22, 27, 28, 30
मई - 7, 8, 9, 14, 15, 19, 20, 24, 25, 27, 28, 30, 31
जून - 3, 5, 6, 11, 12, 13
4 जून से 27 जुलाई तक नहीं होंगे विवाह
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 6 व 7 दिसंबर वर्ष 2014 में विवाह के अंतिम श्रेष्ठ मुहूर्त थे। 16 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही मलमास शुरू हो चुका है। मलमास में शादी-ब्याह शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त नहीं निकलेंगे। लोगों को मल मास खत्म होने खासकर शादी की तैयारी कर रहे युवक-युवतियों को 16 जनवरी तक इंतजार करना होगा। 2015 में जनवरी से जुलाई में देवताओं के सोने तक कुल 34 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त आएंगे।
2015 में विवाह 34 श्रेष्ठ मुहूर्त
जनवरी - 16, 25
फरवरी - 8, 10, 15, 26, 27
मार्च - 3, 9, 10
अप्रैल - 21, 22, 27, 28, 30
मई - 7, 8, 9, 14, 15, 19, 20, 24, 25, 27, 28, 30, 31
जून - 3, 5, 6, 11, 12, 13
4 जून से 27 जुलाई तक नहीं होंगे विवाह
14 से 16 जून तक लग्न के योग नहीं है।
17 जून से 16 जुलाई तक अधिक मास होने से शादियां नहीं होगी।
16 जुलाई से कर्क संक्रांति लगने के कारण विवाह के मुहूर्त नहीं है।
27 जुलाई 2015 को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लगेगा और चार महीने शादी नहीं होगी।
वर्ष 2015 में चातुर्मास के बाद 22 नवंबर को देवउठनी एकादशी को देव जागेंगे और विवाह आदि मंगल कार्यों की शुरुआत होगी।
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