वाइब्रेंट गुजरात की शुरूआत आज, पीएम करेंगे उद्घाटन
गांधीनगर : गुजरात के गांधीनगर में रविवार से सातवें ‘वाइब्रेंट गुजरात’ सम्मेलन की शुरुआत हो रही है. महात्मा मंदिर में आयोजित हो रहे इस सम्मेलन का सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान-की-मून भी वाइब्रेंट गुजरात समिट में शामिल होंगे. समिट में हिस्सा लेने के लिए दुनियाभर से कॉरपोरेट्स गुजरात पहुंच रहे हैं. सातवें वाइब्रेंट समिट में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन सहित कुल 8 देश समिट से पार्टनर देश के तौर पर जुड़े हैं. इस सम्मेलन में बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ ही दुनियाभर के राजनेता भी पहुंच रहे हैं.
इस 3 दिवसीय सम्मेलन में अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी भी शामिल होंगे. भूटान के प्रधानमंत्री भी वाइब्रेंट गुजरात में शामिल होने के लिए शनिवार को ही भारत पहुंच गए हैं. इनके अलावा यूरोप, जापान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के कई मंत्री भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंच रहे हैं. 11 से 13 जनवरी तक चलने वाले इस सम्मेलन में 50 से ज्यादा भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ पहुंच रहे हैं.
इसी सेमिनार में दुनियाभर से आए विदेशी नेताओं से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होगी और आतंकवाद व सुरक्षा पर चर्चा होगी. ऑस्ट्रेलिया, यूके और पोलैंड के साथ ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ आतंकवाद पर भी चर्चा हो सकती है. सिंगापुर से स्मार्ट सिटी, जापान से निवेश बढ़ाने के मुद्दे पर तो भूटान के पीएम से ई-लाइब्रेरी और हाइड्रो प्रोजेक्ट्स पर बात हो सकती है.
इस साल अमेरिका, कनाडा और जापान सहित कुल आठ देश वाइब्रेंट गुजरात का हिस्सा हैं. यह पहली बार है कि कोई देश ‘वाइब्रेंट गुजरात’ का पार्टनर देश बना हो. उम्मीद की जा रही है कि इस बिजनेस मीट से गुजरात में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश आएगा. राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस सम्मेलन के दौरान 20 हजार समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होंगे.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून गुजरात के पहले 10 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे और यह प्लांट नर्मदा नहर पर बनाया गया है. इस सम्मेलन में कई देशों के अलग-अलग सेमिनार होंगे. यही नहीं सेक्टर के अनुसार भी इसमें कई सेमिनार होंगे, जिनमें कई बिजनेस समझौते होंगे.
साल 2001 के प्रलयकारी भूकंप और 2002 के दंगों के साए में जब अक्टूबर-नवंबर 2003 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन की शुरुआत हुई तो किसी ने भी इसके इतने सफल होने की उम्मीद नहीं की थी. इसके बाद के सालों में गुजरात एक बिजनेस हब के रूप में विकसित होता चला गया और ब्रांड गुजरात की धूम मचने लगी. ब्रांड गुजरात ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि भी बदली और वे आज देश के प्रधानमंत्री हैं.
इस 3 दिवसीय सम्मेलन में अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी भी शामिल होंगे. भूटान के प्रधानमंत्री भी वाइब्रेंट गुजरात में शामिल होने के लिए शनिवार को ही भारत पहुंच गए हैं. इनके अलावा यूरोप, जापान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के कई मंत्री भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंच रहे हैं. 11 से 13 जनवरी तक चलने वाले इस सम्मेलन में 50 से ज्यादा भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ पहुंच रहे हैं.
इसी सेमिनार में दुनियाभर से आए विदेशी नेताओं से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होगी और आतंकवाद व सुरक्षा पर चर्चा होगी. ऑस्ट्रेलिया, यूके और पोलैंड के साथ ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ आतंकवाद पर भी चर्चा हो सकती है. सिंगापुर से स्मार्ट सिटी, जापान से निवेश बढ़ाने के मुद्दे पर तो भूटान के पीएम से ई-लाइब्रेरी और हाइड्रो प्रोजेक्ट्स पर बात हो सकती है.
इस साल अमेरिका, कनाडा और जापान सहित कुल आठ देश वाइब्रेंट गुजरात का हिस्सा हैं. यह पहली बार है कि कोई देश ‘वाइब्रेंट गुजरात’ का पार्टनर देश बना हो. उम्मीद की जा रही है कि इस बिजनेस मीट से गुजरात में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश आएगा. राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस सम्मेलन के दौरान 20 हजार समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होंगे.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून गुजरात के पहले 10 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे और यह प्लांट नर्मदा नहर पर बनाया गया है. इस सम्मेलन में कई देशों के अलग-अलग सेमिनार होंगे. यही नहीं सेक्टर के अनुसार भी इसमें कई सेमिनार होंगे, जिनमें कई बिजनेस समझौते होंगे.
साल 2001 के प्रलयकारी भूकंप और 2002 के दंगों के साए में जब अक्टूबर-नवंबर 2003 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन की शुरुआत हुई तो किसी ने भी इसके इतने सफल होने की उम्मीद नहीं की थी. इसके बाद के सालों में गुजरात एक बिजनेस हब के रूप में विकसित होता चला गया और ब्रांड गुजरात की धूम मचने लगी. ब्रांड गुजरात ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि भी बदली और वे आज देश के प्रधानमंत्री हैं.
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