मुल्तान के सुल्तान ने क्रिकेट को कहा अलविदा...
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार वीरेंद्र सहवाग ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह दिया जिससे उनके एक दशक के सुनहरे कैरियर का भी अंत हो गया ।
आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे सहवाग कल दुबई में एक समारोह के दौरान ही संन्यास के संकेत दे चुके थे और कुछ घंटे बाद ही उन्होंने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी। सहवाग ने ट्वीट किया कि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं। सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैम्पियंस लीग 2020 खेलने के लिए करार करने के बाद लिया । इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी। सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है।
बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में तिहरा शतक जडऩे वाले वह अकेले भारतीय हैं । उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 319 रन बनाए थे जो भारतीय रिकार्ड है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी 309 रन बनाये और दो तिहरे शतक जमाने वाले बिरले बल्लेबाजों में वह शामिल हैं।
जानिए, दिग्गजों का ट्वीट, किसने क्या कहा
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि हम तुम्हें फील्ड पर बहुत मिस करेंगे सहवाग। आप सबसे महान, कूल और हिम्मती खिलाड़ियों में से एक हो जिनसे मैं अपनी जिंदगी में मिला।
सहवाग का क्रिकेट करियर खत्म होने को लेकर अकसर निशाने पर रहने वाले कैप्टन कूल धोनी ने कहा कि क्रिकेट में कोई बैट्समैन हमेशा सबसे पहले सिंगल लेने की कोशिश करता है, लेकिन वीरेंद्र सहवाग एक ऐसे खिलाड़ी रहे जो हमेशा बाउंड्री लगाने की ही सोचते थे।
भावुक हुए सहवाग
भावुक अंदाज में सहवाग ने कहा, मुझे गर्व है कि मैं भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहा हूं। सौरव, सचिन और द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने पर गर्व है और उन्होंने अपने सभी फैन्स और उन्हें हमेशा सपोर्ट करने वाले खिलाड़ियों को शुक्रिया कहा।
सलाह न मानने के लिए माफ करें, मुझे सब अपने हिसाब से करना था : सहवाग
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इतने साल में क्रिकेट से जुड़ी सलाह देने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं और माफी मांगता हूं कि उनमें से अधिकांश पर मैंने अमल नहीं किया। मैंने अपने तरीके से खेला।’’ सहवाग ने कहा कि अब वह झज्जर में अपने स्कूल में अधिक समय बितायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं झज्जर स्थित सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में सभी को बताना चाहता हूं कि अब मैं वहां अधिक आया जाया करूंगा।’’
मैंने वही किया, जो सही लगा
सहवाग ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने हमेशा वही किया जो मुझे सही लगा , वह नहीं जो परंपरावादियों को सही लगा। ईश्वर की हमेशा कृपा रही और मैंने वही किया जो मैं करना चाहता था। मैदान पर भी और अपने जीवन में भी। कुछ समय पहले ही मैंने तय किया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट को अलविदा कहूंगा। मैं यह दिन परिवार के साथ बिता रहा हूं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट मेरा जीवन रहा है और आगे भी रहेगा। भारत के लिए खेलने का सफर यादगार रहा और मैंने इसे अपने साथी खिलाड़ियों और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यादगार बनाने की कोशिश की। मेरा मानना है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिये मैं अपने साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनमें से कुछ महानतम खिलाड़ियों में रहे। मैं अपने सभी कप्तानों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मेरा साथ दिया। मैं भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को भी धन्यवाद देता हूं।’’
मास्टर्स चैंपियंस लीग के लिए 2020 तक का करार
सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैंपियंस लीग 2020 खेलने के लिये करार करने के बाद लिया। इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी। सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है।
बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं ।
बीसीसीआई को कहा शुक्रिया
सहवाग ने इतने साल से मिल रहे सहयोग के लिए बीसीसीआई को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ को धन्यवाद देना चाहता हूं। खासकर अरुण जेटली को जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। उन्होंने हमेशा हमारा फीडबैक मांगा और खिलाड़ी जो चाहते थे, वह किया।’’ उन्होंने हरियाणा क्रिकेट संघ को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने दिल्ली टीम छोड़ने पर उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया। उन्होंने आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब को भी धन्यवाद दिया।''
सहवाग महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी-20 विश्व कप और भारत में आईसीसी वनडे विश्व कप-2011 जीतने वाली टीम के सदस्य थे।
आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे सहवाग कल दुबई में एक समारोह के दौरान ही संन्यास के संकेत दे चुके थे और कुछ घंटे बाद ही उन्होंने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी। सहवाग ने ट्वीट किया कि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं। सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैम्पियंस लीग 2020 खेलने के लिए करार करने के बाद लिया । इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी। सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है।
बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में तिहरा शतक जडऩे वाले वह अकेले भारतीय हैं । उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 319 रन बनाए थे जो भारतीय रिकार्ड है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी 309 रन बनाये और दो तिहरे शतक जमाने वाले बिरले बल्लेबाजों में वह शामिल हैं।
जानिए, दिग्गजों का ट्वीट, किसने क्या कहा
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि हम तुम्हें फील्ड पर बहुत मिस करेंगे सहवाग। आप सबसे महान, कूल और हिम्मती खिलाड़ियों में से एक हो जिनसे मैं अपनी जिंदगी में मिला।
सहवाग का क्रिकेट करियर खत्म होने को लेकर अकसर निशाने पर रहने वाले कैप्टन कूल धोनी ने कहा कि क्रिकेट में कोई बैट्समैन हमेशा सबसे पहले सिंगल लेने की कोशिश करता है, लेकिन वीरेंद्र सहवाग एक ऐसे खिलाड़ी रहे जो हमेशा बाउंड्री लगाने की ही सोचते थे।
भावुक हुए सहवाग
भावुक अंदाज में सहवाग ने कहा, मुझे गर्व है कि मैं भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहा हूं। सौरव, सचिन और द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने पर गर्व है और उन्होंने अपने सभी फैन्स और उन्हें हमेशा सपोर्ट करने वाले खिलाड़ियों को शुक्रिया कहा।
सलाह न मानने के लिए माफ करें, मुझे सब अपने हिसाब से करना था : सहवाग
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इतने साल में क्रिकेट से जुड़ी सलाह देने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं और माफी मांगता हूं कि उनमें से अधिकांश पर मैंने अमल नहीं किया। मैंने अपने तरीके से खेला।’’ सहवाग ने कहा कि अब वह झज्जर में अपने स्कूल में अधिक समय बितायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं झज्जर स्थित सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में सभी को बताना चाहता हूं कि अब मैं वहां अधिक आया जाया करूंगा।’’
मैंने वही किया, जो सही लगा
सहवाग ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने हमेशा वही किया जो मुझे सही लगा , वह नहीं जो परंपरावादियों को सही लगा। ईश्वर की हमेशा कृपा रही और मैंने वही किया जो मैं करना चाहता था। मैदान पर भी और अपने जीवन में भी। कुछ समय पहले ही मैंने तय किया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट को अलविदा कहूंगा। मैं यह दिन परिवार के साथ बिता रहा हूं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट मेरा जीवन रहा है और आगे भी रहेगा। भारत के लिए खेलने का सफर यादगार रहा और मैंने इसे अपने साथी खिलाड़ियों और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यादगार बनाने की कोशिश की। मेरा मानना है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिये मैं अपने साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनमें से कुछ महानतम खिलाड़ियों में रहे। मैं अपने सभी कप्तानों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मेरा साथ दिया। मैं भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को भी धन्यवाद देता हूं।’’
मास्टर्स चैंपियंस लीग के लिए 2020 तक का करार
सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैंपियंस लीग 2020 खेलने के लिये करार करने के बाद लिया। इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी। सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है।
बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं ।
बीसीसीआई को कहा शुक्रिया
सहवाग ने इतने साल से मिल रहे सहयोग के लिए बीसीसीआई को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ को धन्यवाद देना चाहता हूं। खासकर अरुण जेटली को जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। उन्होंने हमेशा हमारा फीडबैक मांगा और खिलाड़ी जो चाहते थे, वह किया।’’ उन्होंने हरियाणा क्रिकेट संघ को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने दिल्ली टीम छोड़ने पर उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया। उन्होंने आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब को भी धन्यवाद दिया।''
सहवाग महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी-20 विश्व कप और भारत में आईसीसी वनडे विश्व कप-2011 जीतने वाली टीम के सदस्य थे।
पढ़ें वीरेंद्र सहवाग द्वारा लिखा पत्र
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