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सभी बैंक शाखाओं में व्यापारियों के कामकाज के लिए निर्धारित एवं आरक्षित किये जायें कुछ घण्टे

कैट के प्रतिनिधिमण्डल ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर बताई समस्याऐं, कहा - महाराष्ट्र की तरह
अस्पतालों को मरीजों से 25000 रूपये तक के चैक लेने की गारंटी मध्यप्रदेश सरकार दे
ग्वालियर । सरकार द्वारा 500 एवं 1000 के नोट बंद किये जाने के बाद व्यापार एवं कारोबार से संबधित विभिन्न कठिनाईयों को झेल रहे व्यापारी बंधुओं की समस्याओं के निराकरण एवं उन्हें राहत दिलाने के लिए काॅन्फेडेरेषन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ग्वालियर इकाई द्वारा आज कलेक्टर डाॅ. संजय गोयल को ज्ञापन पत्र भेंट किया गया। प्रतिनिधिमण्डल ने कलेक्टर से आग्रह किया कि व्यापारियों एवं उद्योग पतियों के लिए कोई ‘‘बिजनिस अवर्स’’ बैंकों में सुनिष्चित किया जाये ताकि वे अपना कैष ट्रांजेक्षन सहित बैंक की अन्य गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित कर सके। यह समय प्रत्येक बैंक की सुविधानुसार भी सुनिष्चित किया जा सकता है।

प्रतिनिधिमण्डल ने आज  कलेक्टर डाॅ. गोयल को कैट के प्रदेष सचिव भूपेन्द्र जैन के नेतृत्व में ज्ञापन देते हुये बताया कि नोटबंदी के बाद न तो नकदी जमा हो पा रही है और न ही आरटीजीएस,एनईएफटी और न ही चेक जमा हो पा रहे है। व्यापार ठप सा हो गया है, यह परिस्थिति 30 दिसम्बर तक बनी रहने की आषंका ने कारोबार जगत को चिंता में डाल दिया है।यदि किसी टेक्नीकल कारण से किसी व्यापारी का चैक वापिस हो गया है। तो उसकी सूचना प्राप्त न होने के कारण व्यापारियों की साख बिगड़ रही है। कोई भी बैंक कर्मी या बैंक अधिकारी व्यापारियों से बात करने को तैयार नहीं है। सभी नोटों के एक्सचेंज में लगे हुये है। कलेक्टर डाॅ. संजय गोयल ने व्यापारियों की बात को ध्यानपूर्वक सुना एवं आष्वस्त किया कि वे व्यापारियों एवं उद्योगपतियों के लिए ‘‘बिजनिस अवर्स’’ निर्धारित करने के संबंध में बैंक प्रबंधकों से चर्चा करेंगें एवं बैंक षाखाओं में षीघ्र ही व्यापारियों व उद्योगपतियों की कामकाज के निपटारे के लिए काम के कुछ घण्टे निर्धारित कर दिये जायेंगे।
 
कैट के प्रतिनिधिमण्डल ने कलेक्टर डाॅ. गोयल को मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के नाम एक अन्य ज्ञापन भी भेंट किया जिसमें मांग की गई है कि जिस तरह महाराश्ट्र सरकार ने षासकीय एवं निजी अस्पतालों में मरीजों से 25 हजार रूपये तक के इलाज हेतु चैक प्राप्त करने की राज्य सरकार की ओर से गारंटी अस्पतालों को दी है, उसी प्रकार मध्यप्रदेष सरकार भी प्रदेष के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों को मरीज से 25 हजार रूपये तक के चैक लिये जाने पर अपनी और से गारंटी प्रदान करें, साथ ही सभी अस्पतालों को चैक स्वीकार करने के निर्देष दिये जायें। कलेक्टर डाॅ. गोयल ने आष्वासन दिया कि वे व्यापारियों के संगठन कैट द्वारा उठाई इस मांग को राज्य षासन तक अविलम्ब पहुचा रहे है एवं खुद भी संवेदनषीलता के साथ मरीजों के हित में इस मांग को पूरा कराने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करेंगे।
 
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमण्डल में कैट के प्रदेश महासचिव भूपेन्द्र जैन, ग्वालियर काॅर्डिनेटर दीपक पमनानी, वरिश्ठ व्यवसायी अषोक प्रेमी, विकास हरलालका, नीरज चैरसिया, राहुल अग्रवाल, रवि गुप्ता, विवेक जैन, दुश्यंत गुप्ता, राजेष गुप्ता, साधना षांडिल्य, रीना गांधी, महेष गर्ग, राजेष ऐरन, तालिब खान, रिचा रोहिरा, राजेष बनवारी, कमल नागपाल, गोविन्द राय सिंह, ललित नागपाल, मुकेष जैन, अजय मंगल, रवि बंसल, कृश्ण मुरारी षर्मा, विपुल गुप्ता आदि षामिल थे।
 
व्यापारियों के लिए रिजर्व की गई स्टेट बैंक शाखा में 25000 रूपये तक के ट्रांजेक्षन पर कोई शुल्क नहीं। इससे अधिक के ट्रांजेक्षन पर 50 रूपये शुल्क व सर्विस टैक्स
कैट द्वारा की गई मांग पर त्वरित कदम उठाते हुये स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की डीजीएम सुश्री जमुना लोहिया ने स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की सिटीसेन्टर ग्वालियर स्थित स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की एसएमई ब्रांच (पहली मंजिल) को सिर्फ व्यापारी एवं उद्यमी बंधुओं के बैंकिंग संबंधी कामकाज के निपटारे के लिए आरक्षित कर दिया है। डीजीएम सुश्री लोहिया ने स्टेट बैंक की इस ब्रांच को ‘‘बिजनेजमैन फ्रेंडली’’ बनाते हुये आज कई रियायतों एवं सुविधाओं की घोशणा की। उन्होंने बताया कि इस ब्रांच में 25000 रूपये तक के ट्रांजेक्षन पर कोई षुल्क नहीं लगेगा। इससे अधिक कितनी भी रकम के ट्रांक्जेषन पर सिर्फ 50 रूपये शुल्क एवं सर्विस टैक्स लगेगा। स्टेट बैंक के ऐसे खाताधारी व्यापारी एवं उद्योगपति जिनका स्टेट बैंक की किसी भी ब्रांच में खाता हो, वे उक्त एसएमई ब्रांच में आकर ट्रांजेक्षन कर सकते है। उक्त बैंक ब्रांच में सिर्फ बिजनेस मैन के ही कैष व चैक डिपोजिट, चैक क्लीयरिंग, नोट एक्सचेंज, नोट विड्राॅ आदि कामकाज निपटाये जायेगें। स्टेट बैंक की डीजीएम ने व्यापारियों से कहा कि वे इस सुविधा का लाभ लें।

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