श्रीमद् भगवत् कथा तृतीय दिवसः जंहाँ अमृत है वहीँ विष है- हरेप्रिया
एमपी ऑनलाइन न्यूज़
भोपाल : माँ वैष्णव धाम आदर्श नो दुर्गा मन्दिर टीन शेड पर चलरही भगवत् कथा में बाल कथा वाचक हरेप्रिया ने समुद्र मंथन की कथा सुनाते हुए कहा की जहाँ अमृत है वहीँ विष भी रहता है।अच्छाई और बुराई दोनों साथ साथ चलती है।समुद्र मन्थन अमृत प्राप्ति के लिये किया गया था किन्तु अमृत निकलने से पहले विष निकला मतलब जब हम लोग समाज में अच्छा कार्य करते है तो पहले बुराई रूपी विष निकलता है जो बुराई रूपी विष पीन सीख लेता है।व्ही अच्छाई रूपी अमृत का अधिकारी बन जाता है।आगे आपने गज और गढ़ की कथा सुनाते हुए कहा की समाज में लड़ाई का मुख्य कारण भूख और प्यास है गज के जीवन में प्यास थी और गृह के जीवन में भूख इसी कारन दोनों में यूद्ध हुआ और भगवान को जब गज ने पुकारा की प्रभु रक्षा करो तो भगवान हरी रूप लेकर गज की रक्षा करी। आज समाज में लोगो के जीवन में कई प्रकार की भूख और प्यास है कोई सम्मान का भूखा है कोई धन का प्यासा है।कोई पद का भूखा है कोई प्रतिस्ठा का प्यासा है जिसके कारण अशान्ति है।हमे अपनी भूख और प्यास को शान्त करना चाहिये।और कृष्ण कथा रूपी अमृत का पान करना चाहिये। जिससे हमारी भूख और प्यास शांत हो जायेगी।आगे राजा बली की कथा सुनाते हुए कहा की राजा बलि ने भगवान को अपना तन मन धन सब कुछ अर्पण कर दिया।जिसके कारण आज तक राजा बलि को भगवान की कृपा का दर्शन होता है और इतिहासः में राजा बलि अमर हो गया।आज कथा में भगवान वामन के अवतार की झाँकी बनाई गई।
श्रीकृष्ण जन्म अष्टमी के अवशर पर संस्कृति बचाओ मंच और माँ वैष्णव धाम आदर्श नो दुर्गा मन्दिर समिति के सयुंक्त तत्वाधान में*श्रीमद् भगवत् कथा* का आयोजन किया जा रहा है।मन्दिर के ववस्थापक पं चंद्रशेखर तिवारी ने बताया की कथा का वाचन बाल कथा वाचक *भगवत् दासी हरेप्रिया*कर रही है। कथा प्रतिदिन *शाम 3.30बजे से प्रारम्भ होकर रात्री 8 बजे तक चलेगी।जोकी 18 अगस्त तक प्रतिदिन होगी। आज भगवान क़े वामन अवतार होगा एवम् झांकी बनाई गई।
कृष्ण जन्मोत्सव कल
कल 15 अगस्त को स्वतन्त्रता दिवस और कृष्ण जन्मास्टमी एक साथ होने के कारण मन्दिर को तिरंगे रूपी गुब्बारों से सजाया जायेगा एवम् ढाई फीट के लडु गोपाल को पालने में झुलाया जायगा। कथा मै 6,30 बजे कृष्ण जी का जन्मोउत्सव मनाया जायेगा।
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