पंजाब-हरियाणा, राजस्थान में डेरा समर्थकों की हिंसा
चंडीगढ़ : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया। इस फैसले के बाद डेरा सपोर्टर्स ने तीन राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हिंसा और आगजनी शुरू कर दी। पंचकूला के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर के मुताबिक 5 लोगों की मौत हो गई। पंचकूला में समर्थकों ने करीब 100 से ज्यादा गाड़ियां फूंक दीं। मलोटू और बल्लूआना रेलवे स्टेशन भी फूंक दिए गए। इसके अलावा कई जगह पेट्रोल पंप और सरकारी दफ्तरों में भी आग लगा दी गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और हवाई फायरिंग भी की गई। बताया जा रहा है कि हिंसा के मद्देनजर राम रहीम को हेलिकॉप्टर के जरिए रोहतक जेल ले जाया जाएगा। बता दें कि हाईकोर्ट ने सेना-पुलिस को फ्री हैंड दे रखा है और साथ ही कहा कि जो भी बवाल करे तो सख्ती बरतें। डेरा चीफ को 15 साल बाद कोर्ट ने दोषी करार दिया है, सजा का एलान 28 को किया जाएगा।
हरियाणा के सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर पर समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए, पानी की बौछार डाली गई। दिल्ली बॉर्डर के इलाकों में अलर्ट कर दिया गया है। हरियाणा के सिरसा में भी समर्थकों ने हिंसा शुरू कर दी, जहां रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है। यूपी में भी पश्चिमी बॉर्डर के इलाकों में अलर्ट कर दिया जाएगा।
पंजाब के बठिंडा, मानसा और फिरोजपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। डेरा समर्थकों ने चंडीगढ़ और पंजाब के कई में तोड़फोड़ शुरू कर दी है, कई गाड़ियों को आग लगा दी गई है। पंजाब के दो रेलवे रस्टेशन मलोट और बल्लूआना में आग लगा दी गई। चंडीगढ़ में दो मीडिया की दो ओबी वैन में भी सपोर्टर्स ने आग लगा दी।
पंजाब में एक पेट्रोल पंप पर भी डेरा सपोर्टर्स ने आग लगा दी गई है। भटिंडा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। पंचकूला में 100 से ज्यादा गाड़ियां फूंक दी गई हैं। पुलिस फोर्स के ऊपर भी डेरा सपोर्टर्स ने पथराव किया।
पंचकूला के सेक्टर-5 में डेरा सपोर्टर्स ने गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस की जगह सेना ने मोर्चा संभाला। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की और आंसूगैस के गोले छोड़े। सपोर्टर्स ने मीडिया को भी निशाना बनाया और कई मीडिया कर्मियों को पीटा। मीडिया की ओबी वैन्स जला दी गईं।
मानसा के इनकम टैक्स ऑफिस में नकाबपोश लोगों ने आग लगाई, वहीं मलोट रेलवे स्टेशन पर पेट्रोल बम फेंका गया। संगरूर के लहरागागा में तहसीलदार के दफ्तर में अज्ञात लोगों ने लगाई आग।
देर रात सपोर्टर्स को खदेड़ा गया था
हालात से निपटने के लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से बात कर सेना बुला ली है। सिक्युरिटी फोर्सेस ने पंचकूला में देर रात सपोर्ट्स को सड़कों से खदेड़ा गया। लाउडस्पीकर पर उन्हें पंचकूला छोड़ने के लिए कहा गया। ऐसा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
हाईकोर्ट में पंजाब की कानून-व्यवस्था के बिगड़ने की आशंका के चलते एक पिटीशन दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में हरियाणा सरकार से भी सवाल-जवाब किए।
HC ने हरियाणा सरकार से पूछा, "पंचकूला में हजारों डेरा समर्थक कैसे पहुंचे? सरकार लॉ एंड ऑर्डर मामले को लेकर नाकामयाब नजर आ रही है। लापरवाही के लिए क्यों न हरियाणा के डीजीपी सस्पेंड कर दिया जाए?”
"हम तीन दिन से देख रहे हैं कि वहां क्या चल रहा है। केंद्र जरूरी कदम उठाए, वरना हम आर्मी को निर्देश देंगे।" हाईकोर्ट की इस टिप्पणी पर केंद्र ने भरोसा दिलाया कि सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।" वहीं, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- जरूरत पड़ने पर यहां भी कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
क्या है मामला
25 अगस्त 2017:सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया।
17 अगस्त 2017: मामले की बहस खत्म हुई।
25 जुलाई 2017: कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द निपट सके।
जून 2017: डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने रोक लगा दी।
जुलाई 2016: केस के दौरान 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
2011 से 2016: लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।
अगस्त 2008: ट्रायल शुरू हुआ और डेरा मुखी के खिलाफ चार्ज तय किए गए।
जुलाई 2007: सीबीआई ने अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
दिसंबर 2003: सीबीआई को जांच के निर्देश दिए गए। 2005-2006 के बीच में सतीश डागर ने इन्वेस्टिगेशन की और उस साध्वी को ढूंढा जिसका यौन शोषण हुआ था।
दिसंबर 2002: सीबीआई ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।
मई 2002: लेटर के फैक्ट्स की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को साैंपा गया।
अप्रैल 2002ः पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक साध्वी ने शिकायत भेजी।
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