अब संघ की भाजपा को लेकर सर्वे रिपोर्ट वायरल, मचा हड़कंप
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सरगर्मियां तेज हो गई है, दोनों ही प्रमुख दल अभी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर पाए हैं, वहीं बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, हालंकि दोनों ही पार्टियों ने इसे फर्जी करार दिया है। फर्जी सूची के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस रिपोर्ट कार्ड में आरएसएस का गोपनीय सर्वे है, उसके आधार पर मुख्यमंत्री और मंत्रियों पर टिप्पणी की गई है। इस रिपोर्ट को स्थानीय पदाधिकारियो से मंगवाए गए गोपनीय सर्वे की रिपोर्ट बताया जा रहा है। हालांकि इसको भी फ़र्ज़ी बताया जा रहा है। वही भाजपा में इसको लेकर हड़कम्प मच गया है।
हैरानी की बात तो ये है कि इस गोपनीय रिपोर्ट को एक लेटर पैड के पन्ने पर इस तरह जारी किया गया है कि जैसे मानो संघ ने ही जारी की हो। वायरल हो रही इस कथित रिपोर्ट में मुख्यमंत्री शिवराज से लेकर प्रदेश के मंत्रियों का लेखा-जोखा दिखाया गया है। विधानसभा चुनावों को देखकर तैयार की गई इस कथित रिपोर्ट में ज्यादातर मंत्रियों के काम-काज पर असंतोष जताया गया है।
दो पन्नों की इस सूची में मंत्रियों का ब्यौरा हिन्दी में दिया गया है। दोनों पन्नों पर नीचे की ओर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दिल्ली ऑफिस जनरल सेक्रेटरी अंग्रेजी में लिखा गया है। जबकि, संघ इस तरह की भाषा कभी इस्तेमाल नहीं करता। इस सूची में किसी जिम्मेदार पदाधिकारी के हस्ताक्षर नहीं है। क्रमांक एक और दो हिन्दी में लिखा गया है। फिलहाल लिस्ट को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है> भोपाल से लेकर दिल्ली तक चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है, हालांकि अभी तक पता नही चल पाया है कि यह लिस्ट किसने और कहां से जारी की । अब सवाल खड़ा हो रहा है आखिर यह सूची किसने वायरल की और इसका क्या उद्देश्य हो सकता है, इससे किस्से फायदा और किसे नुकसान होगा। लगातार वायरल हो रही इन सूची और दस्तावेजों से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
हैरानी की बात तो ये है कि इस गोपनीय रिपोर्ट को एक लेटर पैड के पन्ने पर इस तरह जारी किया गया है कि जैसे मानो संघ ने ही जारी की हो। वायरल हो रही इस कथित रिपोर्ट में मुख्यमंत्री शिवराज से लेकर प्रदेश के मंत्रियों का लेखा-जोखा दिखाया गया है। विधानसभा चुनावों को देखकर तैयार की गई इस कथित रिपोर्ट में ज्यादातर मंत्रियों के काम-काज पर असंतोष जताया गया है।
दो पन्नों की इस सूची में मंत्रियों का ब्यौरा हिन्दी में दिया गया है। दोनों पन्नों पर नीचे की ओर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दिल्ली ऑफिस जनरल सेक्रेटरी अंग्रेजी में लिखा गया है। जबकि, संघ इस तरह की भाषा कभी इस्तेमाल नहीं करता। इस सूची में किसी जिम्मेदार पदाधिकारी के हस्ताक्षर नहीं है। क्रमांक एक और दो हिन्दी में लिखा गया है। फिलहाल लिस्ट को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है> भोपाल से लेकर दिल्ली तक चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है, हालांकि अभी तक पता नही चल पाया है कि यह लिस्ट किसने और कहां से जारी की । अब सवाल खड़ा हो रहा है आखिर यह सूची किसने वायरल की और इसका क्या उद्देश्य हो सकता है, इससे किस्से फायदा और किसे नुकसान होगा। लगातार वायरल हो रही इन सूची और दस्तावेजों से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
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