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शासकीय खबरों के बहिष्कार का पत्रकारों ने लिया निर्णय. आस्था होटल में बैठक संपन्न म प्र स्थापना दिवस से काली पट्टी बांध कर पत्रकार करेगें कार्य.

 शासकीय खबरों के बहिष्कार का पत्रकारों ने लिया निर्णय. आस्था होटल में बैठक संपन्न

म प्र स्थापना दिवस से काली पट्टी बांध कर पत्रकार करेगें कार्य.

अनूपपुर / प्रदीप मिश्रा - 8770089979

प्रशासन एवं पुलिस के पत्रकारिता विरोधी रवैये से नाराज पत्रकारों ने म प्र स्थापना दिवस के अवसर से ही प्रशासन एवं पुलिस के विरुद्ध हाथ में काली पट्टी बांध कर कार्य करने का फैसला किया है। वहीं यह भी निर्णय लिया गया कि जब तक प्रशासन का रवैया पत्रकारिता के अनुकूल नहीं हो जाता ,तब तक शासकीय खबरों का बहिष्कार किया जाएगा। गुरुवार, 31  अक्टूबर को तय कार्यक्रम के अनुरूप जिला मुख्यालय के हॊटल आस्था में अनूपपुर ,राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक, जैतहरी, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, पसान एवं शहडोल से आए वरिष्ठ पत्रकारों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पत्रकार मो अली, दिनेश अग्रवाल, मनोज द्विवेदी, कैलाश पाण्डेय, अजीत मिश्रा, राजेश शुक्ला, मनोज शुक्ला, मुकेश मिश्रा,राजनारायण द्विवेदी, राजेश पयासी, चैतन्य मिश्रा, आदर्श दुबे, बीजू थामस, विजय उर्मलिया, अमित शुक्ला, वीरेन्द्र सिंह, सुधाकर मिश्रा, कमलेश मिश्रा,आनंद पाण्डेय, अनुपम सिंह, आशुतोष सिंह,अजय जायसवाल, मनीष अग्रवाल राजन सिंह ,उमेश पत्रिक ,सुनील गुप्ता , ओमप्रकाश द्विवेदी, रमाकान्त शुक्ला ,रमेश तिवारी, ज्ञान चन्द्र जायसवाल, प्रदीप मिश्रा, संत विनोद शुक्ला,आशीष द्विवेदी,मो अनीश तिगाला,हिमांशु बियाणी, विनय उपाध्याय, ब्रजेन्द्र राठौर,अजय ताम्रकार ,नितिन जैन ,रामभुवन गौतम  , दीपक सिंह , राम गौतम, के साथ अन्य वरिष्ठ पत्रकारों की उपस्थिति मे हुई आवश्यक बैठक में अनूपपुर जिले मे पत्रकारों के विरुद्ध प्रशासन एवं पुलिस के रवैये तथा इससे पत्रकारिता मे आ रही दिक्कतों पर खुल कर चर्चा हुई। पत्रकार विनय उपाध्याय, विजय उर्मलिया, प्रदीप मिश्रा, अमित शुक्ला अरविंद मिश्रा संजीव मिश्रा के साथ पुष्पराजगढ के कुछ पत्रकारों के विरुद्ध समाचार प्रकाशन के पश्चात प्रशासन / पुलिस के रवैये पर चिंता व्यक्त करते हुए पत्रकारों को पत्रकारिता के क्षेत्र में आ रही व्यवधान पर विस्तार से चर्चा की गयी। लगभग सभी पत्रकारों ने पत्रकार प्रताडना, कार्य क्षेत्र में आ रही दिक्कतों, पत्रकारों के आचरण सहित विभिन्न मुद्दों पर खुल कर अपने विचार एवं सुझाव रखे। उपस्थित पत्रकारों ने कोतवाली नगर निरीक्षक की कार्य शैली पर भी आपत्ति व्यक्त की। एक पत्रकार को निरन्तर धमकी दिये जाने के मामले में चर्चा हुई। यह आश्चर्य व्यक्त किया गया कि पहले व दो से अधिक बार शिकायत किये जाने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की । उल्टा आरोपियों को कोतवाल ने कलेक्टर ,एसपी के पास शिकायत करने को उकसा कर भेज दिया। प्रशासन एवं पुलिस के रवैये से नाराज पत्रकारों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि १ नवम्बर को म प्र  स्थापना दिवस के कार्यक्रम अवसर से बांहों मे काली पट्टी लगाकर कार्य करेंगे। यह निर्णय भी लिया गया कि जब तक पत्रकारों के प्रति प्रशासन एवं पुलिस अपना रवैया सुधार कर सकारात्मक नही होती तब तक सभी सरकारी खबरों का बहिष्कार करेंगे। संभागीय मुख्यालय से आए वरिष्ठ पत्रकारों ने भी यह संकल्प दोहराया कि यदि जरुरत हुई काली पट्टी बांधने, सरकारी खबरों के बहिष्कार का कार्य शहडोल, उमरिया सहित अन्य जिलों मे भी किया जाएगा। समाचार बहिष्कार तथा काली पट्टी लगाकर कार्य करने की खबरों को ट्विटर एवं इमेल के जरिये मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृहमंत्री तथा डीजीपी को नियमित भेजने का निर्णय भी लिया गया है।

क्या है मामला

दरसल अनूपपुर जिले के पत्रकार और प्रशासन लगातार  इस जिले की विकाश की बाते करते रहे और एक दूसरे के सहयोग से लगातार इस जिले को ऊपर बढ़ाने का हर संभव प्रयास दोनों तरफ से होता आया है
और समय समय पर पुलिस और प्रशासन की कमिया भी जिले के पत्रकार प्रशासन तक पहुंचाते थे जिसे जिला प्रशासन गंभीरता से लेते हुए कमियों को दूर करते हुए व्यवस्थाओं को सुद्र्ण करने का काम करते रहे है और जिले के समस्त पत्रकार भी प्रशासन के अच्छे कार्यों को भी प्रमुखता से लिखते रहे है
वही पिछले छै सात माह से अनूपपुर जिला प्रशासन और पुलिस सिर्फ यही चाहता है की जिले के पत्रकार सिर्फ वाहवाही छापें और अगर जिले की दुर्दशा और कोई खबर लिख दें या प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पे लगातार उठ रहे सवालों की खबर लग जाये तो मानो पत्रकारों की सामत आ गई है  और वही से पत्रकारों को नोटिस,पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाना और लगातार इस तरह से पिछले छै महीने से चल रहा और अब स्थिति बद से  बद्तर हो चली है अब जिले के पत्रकारों को लगने लगा है की जिला प्रशासन और पुलिस से हर खबर को पूंछ कर लिखना और दिखाना पड़ेगा

पत्रकारों की बैठक में लिया गया निर्णय

प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज पत्रकारों ने आज बैठक में एक बड़ा फैसला लिया और बैठक में यह तय किया गया है की आज से प्रेस विज्ञप्ति जो जनसम्पर्क और पुलिस विभाग से जारी होती है उन खबरों का बहिस्कार किया जायेगा और किसी भी खबर को न तो चैनलों और न ही अख़बारों में छापा जायेगा
वही प्रशासनिक कार्यक्रम में काली पट्टी बांध कर सभी पत्रकार जायेंगे
कार्यक्रम में जिले के सभी वरिष्ठ एवं युवा पत्रकार शामिल रहे और इस कार्यक्रम में शहडोल से भी कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने सिरकत कर इस निर्णय को सर्वसम्मति से पारित किया

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