कराची जेल में बंद 40 भारतीय कैदी रिहा
कराची : पाकिस्तान ने अपनी एक जेल से 36 मछुआरों सहित 40 भारतीय बंदियों को रिहा कर दिया। कराची की जिला जेल मालीर से कैदियों की रिहाई नेपाल में 18वें सार्क शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ द्वारा एक-दूसरे से गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाए जाने और एक-दूसरे का अभिवादन किए जाने के एक दिन बाद हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने भी इसकी पुष्टि की है। उनके ट्वीट के मुताबिक, सभी 40 भारतीय वाघा सीमा के जरिए शनिवार को अपने देश पहुंचेंगे।
ईधि फाउंडेशन चैरिटी के प्रवक्ता अनवर काजमी ने बताया कि रिहा किए गए बंदियों में 36 मछुआरे और चार अन्य हैं। काजमी ने कहा, 'हमारा संगठन रिहा किए गए प्रत्येक बंदी को उनके परिवारों के लिए कपड़े के पैकेट और 10-10 हजार रुपये दे रहा है और उन्हें वाघा सीमा तक पहुंचाने के लिए गाड़ियां उपलब्ध करा रहा है।' कैदियों को लाहौर ले जाया जाएगा और वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
आधिकारिक रूप से यह स्पष्ट नहीं है कि मछुआरों को कब गिरफ्तार किया गया था, लेकिन दुनिया टीवी ने खबर दी है कि उन्हें करीब एक साल पहले पकड़ा गया था। सरकार ने अब तक रिहाई पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि यह एक सद्भावना है और भारतीयों को मानवीय आधार पर छोड़ा गया है।
अधिकारी ने कहा, 'जब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मई में भारत गए थे तो हमने 151 बंदियों को रिहा किया था ।' उन्होंने कहा कि भारत को भी पाकिस्तानी बंदियों और मछुआरों को छोड़ देना चाहिए। भारत और पाकिस्तान अचिह्नित जल सीमा में घुसने पर अक्सर एक-दूसरे के मछुआरों को गिरफ्तार करते रहते हैं।
ईधि फाउंडेशन चैरिटी के प्रवक्ता अनवर काजमी ने बताया कि रिहा किए गए बंदियों में 36 मछुआरे और चार अन्य हैं। काजमी ने कहा, 'हमारा संगठन रिहा किए गए प्रत्येक बंदी को उनके परिवारों के लिए कपड़े के पैकेट और 10-10 हजार रुपये दे रहा है और उन्हें वाघा सीमा तक पहुंचाने के लिए गाड़ियां उपलब्ध करा रहा है।' कैदियों को लाहौर ले जाया जाएगा और वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
आधिकारिक रूप से यह स्पष्ट नहीं है कि मछुआरों को कब गिरफ्तार किया गया था, लेकिन दुनिया टीवी ने खबर दी है कि उन्हें करीब एक साल पहले पकड़ा गया था। सरकार ने अब तक रिहाई पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि यह एक सद्भावना है और भारतीयों को मानवीय आधार पर छोड़ा गया है।
अधिकारी ने कहा, 'जब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मई में भारत गए थे तो हमने 151 बंदियों को रिहा किया था ।' उन्होंने कहा कि भारत को भी पाकिस्तानी बंदियों और मछुआरों को छोड़ देना चाहिए। भारत और पाकिस्तान अचिह्नित जल सीमा में घुसने पर अक्सर एक-दूसरे के मछुआरों को गिरफ्तार करते रहते हैं।
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