सारधा से नजदीकी साबित होने पर दे दूंगी इस्तीफा: ममता
नयी दिल्ली: सारधा चिटफंड घोटाले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि अगर पोंजी कंपनी (सारधा) से उनकी निकटता साबित हो जाये तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगी.
तृणमूल कांग्रेस से निलंबित सांसद कुणाल घोष के इस आरोप के बारे में पूछने पर कि सारधा समूह से मुख्यमंत्री की नजदीकी है,
उन्होंने कहा : किसने कहा ? आपको यह साबित करना होगा. ऐसा होता है तो मैं अपनी तरफ से इस्तीफा दे दूंगी. यह पूछने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगी, सुश्री बनर्जी ने कहा,‘हां, मैं आपको बता रही हूं कि यह (आरोप) पूरी तरह गलत है. वह माकपा का समय था, वाम मोरचा का समय था. 34 वर्ष हमारा समय नहीं था. हमने व्यक्ति (सुदीप्त सेन) को गिरफ्तार किया.
हमने न्यायिक आयोग का गठन किया. हमने लोगों का धन लौटाया. यह (आरोप) पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा, ‘नहीं, आप इस तरह आरोप नहीं लगा सकते. पहले आपको साबित करना होगा. आपको साक्ष्य देना होगा. हमारे समय में ऐसा कभी नहीं हुआ. वह वाम मोरचा का समय था और कांग्रेस एवं भाजपा का समय था.’ हेडलाइंस टुडे को दिये गये साक्षात्कार में सुश्री बनर्जी ने सांप्रदायिक खतरे का मुकाबला करने के लिए वाममोरचा के साझा प्लेटफॉर्म में शामिल होने के विचार को पूरी तरह खारिज नहीं किया. यह पूछने पर कि क्या वाम मोरचा और तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के साझा मंच पर एकसाथ आ सकते हैं, उन्होंने कहा : राष्ट्रीय स्तर पर यह सांप्रदायिकता एवं गुंडागर्दी के खिलाफ संघर्ष का मंच है.’ एक अन्य सवाल के जवाब में कि क्या वह माकपा नेता प्रकाश करात के साथ मंच साझा करेंगी तो उन्होंने कहा : वह न्यूनतम साझा कार्यक्रम है. यह सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने के एक मंच जैसा है. बहरहाल उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वाम दल ‘खत्म’ हो चुके हैं. टीवी चैनल की तरफ से जारी बयान में ममता के हवाले से बताया गया, ‘उनकी अपनी विचारधारा वाली नीति है, मेरी अपनी विचारधारा की नीति है. यह अलग सवाल है.’
सीएम ने राजनाथ सिंह से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उनसे बर्दवान विस्फोट और राज्य से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा की. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि करीब आधे घंटे की मुलाकात में ममता ने गृह मंत्री को पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में बताया.
यह बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर हुई. समझा जाता है कि सिंह ने दो अक्तूबर को हुए बर्दवान विस्फोट की घटना का मुद्दा उठाया और ममता से पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ाने को कहा. सूत्रों के मुताबिक दोनों की मुलाकात में पुलिस बल का आधुनिकीकरण और नक्सली समस्या जैसे मुद्दे भी आये. जानकारी के अनुसार, बैठक में बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ को लेकर भी बातचीत हुई है. गौरतलब है कि तीन दिवसीय दौरे पर नयी दिल्ली में हैं. सोमवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व माकपा नेताओं के साथ मिल कर महागंठबंधन बनाने की पैरवी की थी. शाम में उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी.
तृणमूल कांग्रेस से निलंबित सांसद कुणाल घोष के इस आरोप के बारे में पूछने पर कि सारधा समूह से मुख्यमंत्री की नजदीकी है,
उन्होंने कहा : किसने कहा ? आपको यह साबित करना होगा. ऐसा होता है तो मैं अपनी तरफ से इस्तीफा दे दूंगी. यह पूछने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगी, सुश्री बनर्जी ने कहा,‘हां, मैं आपको बता रही हूं कि यह (आरोप) पूरी तरह गलत है. वह माकपा का समय था, वाम मोरचा का समय था. 34 वर्ष हमारा समय नहीं था. हमने व्यक्ति (सुदीप्त सेन) को गिरफ्तार किया.
हमने न्यायिक आयोग का गठन किया. हमने लोगों का धन लौटाया. यह (आरोप) पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा, ‘नहीं, आप इस तरह आरोप नहीं लगा सकते. पहले आपको साबित करना होगा. आपको साक्ष्य देना होगा. हमारे समय में ऐसा कभी नहीं हुआ. वह वाम मोरचा का समय था और कांग्रेस एवं भाजपा का समय था.’ हेडलाइंस टुडे को दिये गये साक्षात्कार में सुश्री बनर्जी ने सांप्रदायिक खतरे का मुकाबला करने के लिए वाममोरचा के साझा प्लेटफॉर्म में शामिल होने के विचार को पूरी तरह खारिज नहीं किया. यह पूछने पर कि क्या वाम मोरचा और तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के साझा मंच पर एकसाथ आ सकते हैं, उन्होंने कहा : राष्ट्रीय स्तर पर यह सांप्रदायिकता एवं गुंडागर्दी के खिलाफ संघर्ष का मंच है.’ एक अन्य सवाल के जवाब में कि क्या वह माकपा नेता प्रकाश करात के साथ मंच साझा करेंगी तो उन्होंने कहा : वह न्यूनतम साझा कार्यक्रम है. यह सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने के एक मंच जैसा है. बहरहाल उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वाम दल ‘खत्म’ हो चुके हैं. टीवी चैनल की तरफ से जारी बयान में ममता के हवाले से बताया गया, ‘उनकी अपनी विचारधारा वाली नीति है, मेरी अपनी विचारधारा की नीति है. यह अलग सवाल है.’
सीएम ने राजनाथ सिंह से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उनसे बर्दवान विस्फोट और राज्य से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा की. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि करीब आधे घंटे की मुलाकात में ममता ने गृह मंत्री को पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में बताया.
यह बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर हुई. समझा जाता है कि सिंह ने दो अक्तूबर को हुए बर्दवान विस्फोट की घटना का मुद्दा उठाया और ममता से पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ाने को कहा. सूत्रों के मुताबिक दोनों की मुलाकात में पुलिस बल का आधुनिकीकरण और नक्सली समस्या जैसे मुद्दे भी आये. जानकारी के अनुसार, बैठक में बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ को लेकर भी बातचीत हुई है. गौरतलब है कि तीन दिवसीय दौरे पर नयी दिल्ली में हैं. सोमवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व माकपा नेताओं के साथ मिल कर महागंठबंधन बनाने की पैरवी की थी. शाम में उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी.
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