रिलायंस सीमेंट के खिलाफ सुरक्षाकर्मियों ने खोला मोर्चा
सतना। रिलायंस सीमेंट के खिलाफ उसके ही सुरक्षार्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। कंपनी के सढ़ेरा माइंस क्षेत्र में सुरक्षाकर्मी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। आरोप है कि, रिलायंस सीमेंट की एजेंसियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों के हक दबाया जाता है। आलम ये है मूल वेतन से कम भुगतान किया जाता है, वो भी समय पर नहीं किया जाता। एजेंसी पीएफ व राष्ट्रीय अवकाश के दिन काम करने का भुगतान तक नहीं करती हैं। अतुल दुबे और निरज मिश्रा के नेतृत्व में सुरक्षकर्मियों की हड़ताल जारी है।
दस माह से पीएफ जमा नहीं
हड़ताल पर गए सुरक्षाकर्मियों की मानें, तो कंपनी सुरक्षा एजेंसी श्रम कानूनों का उल्लंघन तक कर रही है। 10 माह से पीएफ. तक जमा नहीं किया। जिम्मेदारों को भी सूचना दी गई, लेकिन एजेंसी के खिलाफ उचित कदम उठाने की बजाए शिकायतकर्ताओं पर दबाव बनाया गया। कुछ का ट्रांसफर कर दिया गया, तो कई को निकाल दिया गया।
कंपनी पर ये हैं आरोप
पूरी वर्दी नहीं दी जाती, मौसम के अनुसार जूते, स्वेटर व रेनकोट भी नहीं दिए जाते।
समय पर कंपनी द्वारा सुरक्षार्मियों को पेमेंट का भुगतान नहीं किया जाता।
बिना मांगे सेलरी स्लिप प्रदान नहीं की जाती।
हमेशा ओवर टाइम ड्यूटी करवाई जाती है, लेकिन ओवर टाइम का भुगतान नहीं किया जाता।
राष्ट्रीय अवकाश के दिन काम कराने के बाद भी भुगतान नहीं किया जाता।
सुरक्षाकर्मी का पीएफ. किसी दूसरे नाम पर जमा किया जाता है।
न तो कोई आईडी कार्ड दिया जाता है। न ही कोई लेटर दिया जाता है।
बी फार्म नहीं भरवाया जाता। किसी प्रकार का निर्धारित भत्ता भी नहीं दिया जाता।
शिकायत पर ट्रांसफर कर दिया जाता है या निकाल दिया जाता है।
दस माह से पीएफ जमा नहीं
हड़ताल पर गए सुरक्षाकर्मियों की मानें, तो कंपनी सुरक्षा एजेंसी श्रम कानूनों का उल्लंघन तक कर रही है। 10 माह से पीएफ. तक जमा नहीं किया। जिम्मेदारों को भी सूचना दी गई, लेकिन एजेंसी के खिलाफ उचित कदम उठाने की बजाए शिकायतकर्ताओं पर दबाव बनाया गया। कुछ का ट्रांसफर कर दिया गया, तो कई को निकाल दिया गया।
कंपनी पर ये हैं आरोप
पूरी वर्दी नहीं दी जाती, मौसम के अनुसार जूते, स्वेटर व रेनकोट भी नहीं दिए जाते।
समय पर कंपनी द्वारा सुरक्षार्मियों को पेमेंट का भुगतान नहीं किया जाता।
बिना मांगे सेलरी स्लिप प्रदान नहीं की जाती।
हमेशा ओवर टाइम ड्यूटी करवाई जाती है, लेकिन ओवर टाइम का भुगतान नहीं किया जाता।
राष्ट्रीय अवकाश के दिन काम कराने के बाद भी भुगतान नहीं किया जाता।
सुरक्षाकर्मी का पीएफ. किसी दूसरे नाम पर जमा किया जाता है।
न तो कोई आईडी कार्ड दिया जाता है। न ही कोई लेटर दिया जाता है।
बी फार्म नहीं भरवाया जाता। किसी प्रकार का निर्धारित भत्ता भी नहीं दिया जाता।
शिकायत पर ट्रांसफर कर दिया जाता है या निकाल दिया जाता है।
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