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अनु. जाति-जनजाति, पिछड़ा, पि. अल्पसंख्यक बसपा का विधान !

सत्ता-लोभी मायावती ने बैठा दिए ठाकुर, तिवारी, सय्यद और पठान : मो. तारिक
भोपाल ! भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में 223 राजनीतिक दल राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय घटक पंजीकृत है जिसमें से एक राष्ट्रीय स्तर राजनीतिक दल बहुजन समाज पार्टी ! राष्ट्रीय-स्तर राजनीतिक दल बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक काशीराम ! काशीराम राजनीतिक दलों में कोई नया चेहरा नहीं थे काशीराम और डी. के. खरपड़े ने सन 1973 में ब्राह्मणवाद को अपना मुख्य शत्रु मानते हुए महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले और भारत संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को अपना आदर्श पुरुष मानते हुए, बामसेफ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग (ठाकुर, ब्राह्मण, बनिया छोड़कर) दलितों समुदायों के धर्मातरित  अल्पसंख्यक कर्मचारियों का अखिल भारतीय संगठन बनाना था ! जो व्यवस्था भारत में गैर बराबरी को दूर कर बराबरी स्थापित करना चाहती है ! बामसेफ एकताबद्ध कर, अत्याचारों का प्रतिरोध करने तथा उनके समाज में न्यायोचित स्थान बनाने के लिए जोरदार ढंग से प्रेरित करने बामसेफ का गठन किया ! बामसेफ के अनुसार समानता विरोधी शक्तियों से लड़ने के लिए सामाजिक बदलाव के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी आवश्यक है बामसेफ का विश्वास है कि सत्ताधारी जातियों और शोषित जातियों के स्पष्ट विभाजन को समझते हुए हमें बामसेफ के अंतर्गत जातियों को संगठित कर शोषण का प्रतिकार करना होगा ! आजकल यह संगठन मूल-निवासी बहुजन संघ के नाम से जाना जाता है !

बामसेफ के गठन उद्देश्य ब्राह्मणवाद को अपना मुख्य शत्रु मानते हुए महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले और भारत संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को अपना आदर्श पुरुष मानते हुए क्रम को आगे बढ़ाते हुए सन 1984 में बहुजन समाज पार्टी की स्थापना हुई "बहुजन शब्द का इतिहासिक शब्द तथागत बुद्ध के धर्मोंपदेशों" (त्रिपिटक) से लिया गया है तथागत बुद्ध ने कहा था "बहुजन हिताय बहुजन सुखाय" !

भारत संविधान निर्माता डॉक्टर बाबा भीमराव अंबेडकर के नाम से "जय भीम-जय भीम" उद्घोषित नारा व सार्वभौमिक न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सर्वोच्च सिद्धांतों की सोच वाला, मानवतावादी, बौद्ध दर्शन वादी विचार धारा से राष्ट्रीय स्तर राजनीतिक दल बहुजन समाज पार्टी का गठन उद्देश्य मुख्यत: भारतीय जाति व्यवस्था के अंतर्गत सबसे नीचे माने जाने वाले बहूजन जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक शामिल है, ऐसे समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था जिसकी जनसंख्या भारत देश में 85% है ! दल का दर्शन बाबा साहेब अंबेडकर मानवतावादी बौद्ध दर्शन से प्रेरित है !

वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 1991 से 15 साल तक त्रिकुश विधानसभा के बाद की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने चौथी बार 50 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली ! नई दिल्ली में पदस्थ सरकारी कर्मचारी प्रभु दयाल की पत्नी रामरति की कोख से 15 जनवरी 1956 को मायावती नैना कुमारी का जन्म हुआ ! मायावती नैना कुमारी के पिता प्रभु दयाल जो भारतीय डाक तार विभाग के वरिष्ठ लिपिक पद से सेवानिवृत हुए !

उत्तर प्रदेश की जनता ने बहुजन समाज पार्टी को पूर्ण बहुमत से सरकार बनाकर काम करने का मौका दिया परंतु बसपा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने राजनीतिक गुरु कांशीराम जैसे संगठन जिन्होंने मायावती को राजनीत में लाकर उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया मायावती ने अपने कार्यकाल में काशीराम व गठन उद्देश्यों को अनदेखा कर काशीराम सहित अनेक दलित समाज सुधारकों के नाम पर अरबो रुपया खर्च कर स्मारक और पार्कों का निर्माण कार्य कराया और दलित आज भी दलित से बदतर है !

उत्तर प्रदेश में वर्ष 2007 में बनी बहुजन समाज पार्टी की सरकार गठन उद्देश्य भारतीय जाति व्यवस्था के अंतर्गत सबसे नीचे माने जाने वाले बहूजन जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक को मूलभूत सुविधाएं देने से वंचित ही नहीं रही अपितु लगभग 2 दर्जन से अधिक मंत्रियों द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में इस्तीफा बर्खास्त किया गया और यह अनियमितताएं और भ्रष्टाचार आरोप की आंच से राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मायावती भी न बच सकी ! मुख्यमंत्री रहते मायावती अपने जन्मदिन को बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाती रही हो करोड़ों अरबों रुपए के गिफ्ट चंदे के रुप में लेती रही !
"अब तो वैचारिक द्वंद हैं "
मो. तारिक (स्वतंत्र लेखक)

(ये लेखक के स्वयं के विचार हैं. इसे हमारे द्वारा केवल प्रकाशित किया गया है)

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