गूगल ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु के 158वें जन्मदिन पर उनकी याद में बनाया डूडल
नई दिल्ली : भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु के 158वें जन्मदिन पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया। जगदीश चंद्र बसु का जन्म पूर्वी बंगाल में ढाका जिले के फरीदपुर में हुआ था, जो अब बांग्लादेश में है।
बसु भौतिकी, जीवविज्ञान, वनस्पति विज्ञान और पुरात्व जैसे विषयों के अच्छे जानकार थे। वह भारत के पहले वैज्ञानिक थे जिन्हें अमेरिकी पेटेंट ट हासिल हुआ था। जगदीश चंद्र बसु ने एक सिस्मोग्राफ नाम का यंत्र बनाया था, जिससे पेड़ों की बढ़ोतरी को मापना संभव हो पाया और बसु की इसी उपलब्धि को ध्यान में रखते हुए ही गूगल ने आज उनकी याद में डूडल बनाया।
गूगल के इस डूडल में बसु को दिखाया गया और उनकी एक तरफ एक पेड़ है जो एक तार से बंधा है और वह तार एक यंत्र से जुड़ा है। वह यंत्र बसु की दूसरी ओर रखा हुआ है और उसी यंत्र के उपर की तरफ एक काले रंग का बोर्ड है जिसमें कुछ तरंगे दिख रही हैं, जो पेड़ में हो रही बढ़ोतरी को दर्शा रही हैं। जगदीश चंद्र बसु को रेडियो विज्ञान का पिता भी माना जाता था, वह पहले वैज्ञानिक थे, जिन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की प्रकाशिकी पर कार्य किया था। चांद पर मौजूद एक ज्वालामुखी को बसु नाम दिया गया है और इसी से बसु के महानतम जीवन की महानतम उपलब्धियों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बसु भौतिकी, जीवविज्ञान, वनस्पति विज्ञान और पुरात्व जैसे विषयों के अच्छे जानकार थे। वह भारत के पहले वैज्ञानिक थे जिन्हें अमेरिकी पेटेंट ट हासिल हुआ था। जगदीश चंद्र बसु ने एक सिस्मोग्राफ नाम का यंत्र बनाया था, जिससे पेड़ों की बढ़ोतरी को मापना संभव हो पाया और बसु की इसी उपलब्धि को ध्यान में रखते हुए ही गूगल ने आज उनकी याद में डूडल बनाया।
गूगल के इस डूडल में बसु को दिखाया गया और उनकी एक तरफ एक पेड़ है जो एक तार से बंधा है और वह तार एक यंत्र से जुड़ा है। वह यंत्र बसु की दूसरी ओर रखा हुआ है और उसी यंत्र के उपर की तरफ एक काले रंग का बोर्ड है जिसमें कुछ तरंगे दिख रही हैं, जो पेड़ में हो रही बढ़ोतरी को दर्शा रही हैं। जगदीश चंद्र बसु को रेडियो विज्ञान का पिता भी माना जाता था, वह पहले वैज्ञानिक थे, जिन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की प्रकाशिकी पर कार्य किया था। चांद पर मौजूद एक ज्वालामुखी को बसु नाम दिया गया है और इसी से बसु के महानतम जीवन की महानतम उपलब्धियों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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