करकटी जनपद सदस्य ने किया फर्जीवाड़ा घर में नहीं है शौचालय
अखिलेश कुमार शर्मा
खैरहा : प्रदेश सरकार भले ही स्वक्षता अभियान पर लाखों-करोड़ों रूपया प्रतिमाह खर्च कर रही है पर ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान का की धज्जियां उड़ाई वही जनप्रतिनिधि ही शासन की योजनाओं की धज्जियां उड़ा रहा ऐसा ही ताजा मामला प्रकाश में आया है सोहागपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत करकटी का मामला जहां एक ओर पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है वह करकटी के जनपद सदस्य के घर में शौचालय नहीं जब जनप्रतिनिधि ही शासन की योजनाओं की धज्जियां उड़ा रहे हैं तो गरीब जनता पर इसका क्या असर पड़ेगा सबसे बड़ा सवाल बना।
चुनाव फार्म पर भरी गलत जानकारी
विगत दिनों पहले जनपद के लिए जब चुनाव फार्म जनपद सदस्य कमला चौधरी द्वारा शौचालय होने का शपथ पत्र दिया गया था उसमें यह जानकारी भरी गई कि मेरे घर में शौचालय है जो कि पूरी झूठी है जहां एक ओर चुनाव आयोग से फर्जीवाड़ा किया वहीं दूसरी ओर शासन की योजनाओं की की धज्जियां उड़ा रहे हैं नहीं मानते शासन के आदेश को वही जनपद पंचायत सोहागपुर से विगत दिनों पहले कुछ अधिकारी शौचालय जांच में आए हुए थे जिनके द्वारा जनपद सदस्य को सिर्फ समझाइस देकर अपना पल्ला झाड़ कर निकल लिए नहीं हुई कोई कार्यवाही
करकटी ग्राम पंचायत में आलम तो यह है कि कई बार्ड के पंचों के घर में भी अभी तक शौचालय नहीं बना जो कि चुनाव लड़ कर जीतकर आज ग्राम पंचायत के पंच बनकर बैठे हैं चुनाव आयोग से जिस तरह भ्रष्टाचार कर आवेदन भरें गये आवेदन की जांच होनी चाहिए दोशीयो पर कार्रवाई होनी चाहिए/
पंचायत भवन में ताला
करकटी पंचायत के ग्रामीण रहते हैं परेशान ढूंढते रहते हैं सरपंच सचिव रोजगार सहायक को जिससे ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है एक काम के लिए दरदर भटकना पड़ता है वही पंचायत भवन में अक्सर ताला ही लड़का रहते हैं पंचायत भवन का कब खुलता है कब बंद होता है इसकोईअता-पता नही है /
अभियान को लगारहे पलिता
जहां एक ओर प्रदेश सरकार शौचालय बनाने पर 12,000 की प्रोत्साहन राशि हितग्राही के खाते में देती हे उसके बावजूद भी पंचायत कर्मी योजना पर ध्यान नहीं देते स्वच्छ भारत अभियान एक सपना बन कर रह गया जिसका जिला अधिकारीयो के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है वही पंचायत के सरपंच, सचिव ,रोजगार सहायक भी ध्यान नहीं देते दिख रहे हैं मानो ऐसा लगता है कि स्वच्छ भारत अभियान एक सपना बन कर रह गया है सिर्फ और सिर्फ अभियान कागजों पर ही चल रहा है पंचायत कर्मियों द्वारा ध्यान न देने के कारण स्वच्छता अभियान की धज्जियां ग्रामीण क्षेत्रों में उड़ रही हैं नहीं होती है कोई कार्यवाही नहीं बन रहे है बिना कमीशन नहीं होता है काम सोचालय बनाने में जहां प्रदेश सरकार हितग्राही को 12,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है उसमे भी पंचायत कर्मी अपना कमीशन काट लेते हैं
करकटी सचिव खोजबा चौधरी
जब इस संबंध में बात किया गया तो उनका कहना है कि मैने अधिकारोयो को जानकारी देदी थी जनपद सदस्य के यहां शौचालय नहीं बना है कुछ वार्ड की पंचों के घर में भी शौचालय नहीं बना है मैंने अपनी तरफ से बनाने को कहां है वह नहीं बनाते तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं रही बात चुनाव फार्म में गलत जानकारी भरे जाने की तो इसमें में कुछ नहीं कर सकता जिसने गलत जानकारी भरी है वो जाने
जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र मराबी
जब संबंध में बात किया गया तो उनका कहना है की मुझे पता नहीं था मैं पता करवाता हूं अभी जनपद सीयो से बात करता हूं जांच करवायी जायेगी जोभी भ्रष्टाचारी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
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