-->

Breaking News

रीवा में डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस हावी, समय से पहले अस्पताल से हो जाते हैं रफूचक्कर

रीवा। धरती के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक मरीजों के दर्द से वाकिफ नहीं है। संजय गांधी अस्पताल के ओपीडी में चिकित्सा विशेषज्ञों को दिखाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीज बगैर चिकित्सा परामर्श के ही लौट आते हैं। उसकी वजह यह है कि ओपीडी में चिकित्सकों के आने का समय निश्चित नहीं है परन्तु जाने का समय निश्चित है।

पूरे दिन में एक बार खुलने वाली ओपीडी में बैठने वाले चिकित्सक कुछ समय के लिए खानापूर्ति करने भले ही आते हो परन्तु ओपीडी से लेकर वार्ड तक जूनियर चिकित्सकों ने संभाल रखा है। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज बगैर चिकित्सा विशेषज्ञों के सलाह के लौट रहे हैं। सोमवार को अस्थि रोग विभाग के चिकित्सक डॉ. सिद्दीकी ने समय के पहले ओपीडी से किनारा कर लिया। सड़क दुर्घटना के शिकार धीरेन्द्र मिश्रा की हालत खराब होने के बाद भी उक्त मरीज को वह नहीं देख सके और वार्ड में भेज दिया। संजय गांधी अस्पताल का यह कोई पहला मामला नहीं है। आये दिन गंभीर मरीज डॉक्टरों की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं।

500 से 1000 तक परामर्श शुल्क
निजी क्लीनिक में परामर्श देने के लिए डॉक्टरों द्वारा जो शुल्क निर्धारित किये गये है वह पांच सौ रूपये से लेकर एक  हजार रूपये तक बताया गया है। हलांकि ज्यादातर चिकित्सक पांच सौ रूपये ही ले रहे हैं। परन्तु न्यूरोलॉजी में डॉक्टरों की कमी के चलते एक हजार रूपये परामर्श शुल्क लिया जा रहा है। चिकित्सकों की मनमानी का शिकार हो रहे मरीज आर्थिक अभाव में चिकित्सा से भी वंचित हो रहे हैं।

जूडा पर ज्यादा बोझ
संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक अपनी दुकानदारी चलाने के लिए जूडा पर इतना बोझ डाल दिये है कि वह हमेशा डिप्रेशन में रहते हैं। यही वजह है कि मरीज के परिजन   एवं जूनियर चिकित्सकों में आये दिन बहस एवं मारपीट की नौबत आ जाती है। इस झगड़े में न तो मरीज के परिजनों की गलती है और न ही जूनियर चिकित्सकों की। वरिष्ठ चिकित्सक वार्ड में भर्ती मरीजों को देखना तक गवारा नहीं समझ रहे हैं। ऐसे में जूनियर डॉक्टर मरीजों के बोझ से दबते जा रहे हैं।

No comments

सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com