कारगिल विजय दिवस : 19 साल बाद भी नहीं भूल पाया देश शहीदों की शहादत को
नई दिल्ली : 19 साल पहले करगिल युद्ध में बुरी तरह मात खाने के बाद एक बार पाकिस्तान करगिल इलाके में नापाक हरकत करने की तैयारी तर रहा है. करगिल विजय दिवस के समय पर देश की खुफिया एजेंसियों ने सेना को एक बड़ा अलर्ट जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक, इस अलर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने जून महीने के आखिर हफ्ते में भारत के करगिल सेक्टर के ठीक सामने गुलतेरी इलाके में एक सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम स्थापित किया है.
खुफिया एजेंसियों के अलर्ट में कहा गया है कि ये आईपी बेस्ड सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है. यानि ये इंटरनेट प्रोटोकॉल सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है. इस सिस्टम को पाकिस्तान ने गुलटेरी सेक्टर के पूर्व में कुन्नर नाम की जगह पर लगाया गया है. गुलतेरी पाकिस्तान के गिलगिट-बालतिस्तान में है.
जानकारों के मुताबिक, इस कम्युनिकेशन सिस्टम को पाकिस्तानी सेना के लिए लगाया गया है. इसके जरिए पाकिस्तानी सेना को ऐसे कम्युनिकेशन सिस्टम देने की तैयारी है जो कभी भी बाधित ना हो. क्योंकि ये इंटरनेट के जरिए चलता है इसलिए इसे इंटरसेप्ट करना भी थोड़ा मुश्किल होता है. साथ ही इस सिस्टम को जैम करना भी थोड़ा मुश्किल होता है.
गौरतलब है कि चीन ने इसी महीने के शुरूआत में पाकिस्तान के लिए दो सैटेलाइट लांच की थी. चीन का दावा है कि ये दोनों सैटेलाइट पाकिस्तान के कृषि-क्षेत्र, मौसम की जानकारी, प्राकृतिक आपदा और जमीनी सर्वे के लिए तैनात किया गया है. लेकिन सूत्रों की मानें तो इन दोनों सैटेलाइट्स का उपयोग सैन्य-उद्देश्यों के लिए भी करेगा.
इन दोनों सैटेलाइट्स को चीन के उत्तर-पश्चिमी इलाके जियुक्युान से छोड़ा गया था. इनमें से एक सैटेलाइट, पीआरएसएस-1 (पाकिस्तान रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) करीब 60 किलोमीटर के दायरे पर निगरानी रख सकती है. चीन ने इस सैटेलाइट में खास तरह के पैनक्रोमेटिक और मल्टी-स्पैकट्रल कैमरा लगा रखे हैं. इस सैटेलाइट की उम्र करीब सात साल है.
19 जुलाई को इन दोनों सैटेलाइट्स को लांच करने के तुरंत बाद चीन ने दावा किया था कि इनके जरिए पाकिस्तान से गुजरने वाले बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट की भी निगरानी की जायेगी. लेकिन भारत को शक है कि इन सैटेलाइट्स के जरिए ही पाकिस्तानी सेना करगिल में भारतीय सेना पर निगरानी रखने और आईपी बेस्ड सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम को चलाएगी.
आपको बता दें कि 19 साल पहले भारत ने पाकिस्तान को करगिल युद्ध में बुरी तरह हराया था. पाकिस्तानी सेना ने उस वक्त धोखे से भारत के करगिल-द्रास सेक्टर पर कब्जा कर लिया था. पाकिस्तानी सेना ने भारत की उन चोटियों पर कब्जा कर लिया था जिन्हें भारतीय सेना सर्दी के मौसम में खाली कर देती थी. ये चौकियां 13-14 हजार फीट से लेकर करीब 17-18 हजार फीट पर थीं. लेकिन भारतीय सैनिकों ने अदन्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को ना केवल यहां से खदेड़ दिया बल्कि बुरी तरह पराजित किया. पाकिस्तान पर इसी जीत के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को देशभर में करगिल विजय दिवस मनाया जाता है.
खुफिया एजेंसियों के अलर्ट में कहा गया है कि ये आईपी बेस्ड सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है. यानि ये इंटरनेट प्रोटोकॉल सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है. इस सिस्टम को पाकिस्तान ने गुलटेरी सेक्टर के पूर्व में कुन्नर नाम की जगह पर लगाया गया है. गुलतेरी पाकिस्तान के गिलगिट-बालतिस्तान में है.
जानकारों के मुताबिक, इस कम्युनिकेशन सिस्टम को पाकिस्तानी सेना के लिए लगाया गया है. इसके जरिए पाकिस्तानी सेना को ऐसे कम्युनिकेशन सिस्टम देने की तैयारी है जो कभी भी बाधित ना हो. क्योंकि ये इंटरनेट के जरिए चलता है इसलिए इसे इंटरसेप्ट करना भी थोड़ा मुश्किल होता है. साथ ही इस सिस्टम को जैम करना भी थोड़ा मुश्किल होता है.
गौरतलब है कि चीन ने इसी महीने के शुरूआत में पाकिस्तान के लिए दो सैटेलाइट लांच की थी. चीन का दावा है कि ये दोनों सैटेलाइट पाकिस्तान के कृषि-क्षेत्र, मौसम की जानकारी, प्राकृतिक आपदा और जमीनी सर्वे के लिए तैनात किया गया है. लेकिन सूत्रों की मानें तो इन दोनों सैटेलाइट्स का उपयोग सैन्य-उद्देश्यों के लिए भी करेगा.
इन दोनों सैटेलाइट्स को चीन के उत्तर-पश्चिमी इलाके जियुक्युान से छोड़ा गया था. इनमें से एक सैटेलाइट, पीआरएसएस-1 (पाकिस्तान रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) करीब 60 किलोमीटर के दायरे पर निगरानी रख सकती है. चीन ने इस सैटेलाइट में खास तरह के पैनक्रोमेटिक और मल्टी-स्पैकट्रल कैमरा लगा रखे हैं. इस सैटेलाइट की उम्र करीब सात साल है.
19 जुलाई को इन दोनों सैटेलाइट्स को लांच करने के तुरंत बाद चीन ने दावा किया था कि इनके जरिए पाकिस्तान से गुजरने वाले बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट की भी निगरानी की जायेगी. लेकिन भारत को शक है कि इन सैटेलाइट्स के जरिए ही पाकिस्तानी सेना करगिल में भारतीय सेना पर निगरानी रखने और आईपी बेस्ड सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम को चलाएगी.
आपको बता दें कि 19 साल पहले भारत ने पाकिस्तान को करगिल युद्ध में बुरी तरह हराया था. पाकिस्तानी सेना ने उस वक्त धोखे से भारत के करगिल-द्रास सेक्टर पर कब्जा कर लिया था. पाकिस्तानी सेना ने भारत की उन चोटियों पर कब्जा कर लिया था जिन्हें भारतीय सेना सर्दी के मौसम में खाली कर देती थी. ये चौकियां 13-14 हजार फीट से लेकर करीब 17-18 हजार फीट पर थीं. लेकिन भारतीय सैनिकों ने अदन्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को ना केवल यहां से खदेड़ दिया बल्कि बुरी तरह पराजित किया. पाकिस्तान पर इसी जीत के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को देशभर में करगिल विजय दिवस मनाया जाता है.
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