समाज के विवाद विहीन होने से रहती है शांति : डी.एन.शुक्ला
जिला न्यायाधीश ने किया नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ
अबधबिहारी सिंह एमपी ऑनलाइन सतना ब्यूरो
सतना : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश धीमन नारायण शुक्ला ने कहा कि समाज के विवाद विहीन होने पर ही शांति और सदभाव का वातावरण बनता है। लोक अदालत लोगों का आपस में मिलकर विवादों के निराकरण का सशक्त माध्यम है। न्यायाधीश श्री शुक्ला शनिवार को जिला न्यायालय सतना में जिला अधिवक्ता संघ के सभागार में आयोजित नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबंधित कर रहे थे। इस अवसर पर लोक अदालत के प्रभारी और विषेश न्यायाधीश गोपाल श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय ए0के0सिंह, रजिस्ट्रार और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुधीर सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, तथा जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नारायण गौतम, विधिक सहायता अधिकारी राजेन्द्र सिंह बघेल, पैरालीगल वालेन्टियर आर0एन0त्रिपाठी, शासकीय अभिभाशक हनुमान प्रसाद शुक्ला सहित न्यायाधीशगण, विभाग प्रमुख अधिकारी, अधिवक्तागण एवं समाजसेवी, गणमान्य नागरिक एवं पक्षकार उपस्थित थे।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि समाज को विवादहीन बनाने और शंाति और सदभाव का वातावरण बनाने में नेशनल लोक अदालतें एक सफल प्रयास है। उन्होने कहा कि लोक अदालत मे पक्षकारो के बीच आपसी सामंजस्य के माध्यम से विवादो का हमेषा के लिये निपटारा होता है और कटुता समाप्त होती है। उन्होने नेशनल लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर प्रकरणो के निराकरण के पुनीत कार्य में सभी की सहभागिता को आवश्यक बताते हुये सहयोग की अपेक्षा की। लोक अदालत के प्रभारी विषेश न्यायाधीष गोपाल श्रीवास्तव ने कहा कि रेगुलर अदालत में विवादो का निराकरण फाईलो के निस्तारण के माध्यम से होता है जबकि लोक अदालत में विवादो का निराकरण सदैव के लिये हो जाता है क्योकि लोक अदालत के निर्णीत मामलो की कही अपील नही होती है। पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने कहा कि लोक अदालत के लिये न्यायालयो मे पीठासीन अधिकारियो के अलावा विद्युत, नगर निगम, नगरीय निकायो ने भी प्रकरणो के निराकरण की तैयारी कर रखी है। लोक अदालत की अवधारणा के अनुरूप लोगो को राहत मिले इसके लिये पूरा सहयोग दिया जायेगा। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नारायण गौतम ने कहा कि लोक अदालत कम समय में सौहार्द्रपूर्ण वातावरण के बीच उभयपक्षो द्वारा समझौते से प्रकरणो का निराकरण कर त्वरित न्याय की अवधारणा को लेकर काम करती है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री डी0एन0षुक्ला ने माॅ सरस्वती एवं महात्मा गाॅधी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्र्यापण कर नेशनल लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ किया। स्वागत भाषण में विषेष न्यायाधीष ए0के0सिंह ने लोक अदालत के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि लोगों को सामाजिक न्याय देना लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है। जिला न्यायालय में लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर रजिस्ट्रार सुधीर सिंह ने आभार ब्यक्त किया। जिला एवं तहसील स्तर पर आयोजित नेशनल लोक अदालत की खण्डपीठो द्वारा आपसी समझौते और राजीनामे से मामलो का निराकरण किया गया।
सतना : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश धीमन नारायण शुक्ला ने कहा कि समाज के विवाद विहीन होने पर ही शांति और सदभाव का वातावरण बनता है। लोक अदालत लोगों का आपस में मिलकर विवादों के निराकरण का सशक्त माध्यम है। न्यायाधीश श्री शुक्ला शनिवार को जिला न्यायालय सतना में जिला अधिवक्ता संघ के सभागार में आयोजित नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबंधित कर रहे थे। इस अवसर पर लोक अदालत के प्रभारी और विषेश न्यायाधीश गोपाल श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय ए0के0सिंह, रजिस्ट्रार और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुधीर सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, तथा जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नारायण गौतम, विधिक सहायता अधिकारी राजेन्द्र सिंह बघेल, पैरालीगल वालेन्टियर आर0एन0त्रिपाठी, शासकीय अभिभाशक हनुमान प्रसाद शुक्ला सहित न्यायाधीशगण, विभाग प्रमुख अधिकारी, अधिवक्तागण एवं समाजसेवी, गणमान्य नागरिक एवं पक्षकार उपस्थित थे।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि समाज को विवादहीन बनाने और शंाति और सदभाव का वातावरण बनाने में नेशनल लोक अदालतें एक सफल प्रयास है। उन्होने कहा कि लोक अदालत मे पक्षकारो के बीच आपसी सामंजस्य के माध्यम से विवादो का हमेषा के लिये निपटारा होता है और कटुता समाप्त होती है। उन्होने नेशनल लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर प्रकरणो के निराकरण के पुनीत कार्य में सभी की सहभागिता को आवश्यक बताते हुये सहयोग की अपेक्षा की। लोक अदालत के प्रभारी विषेश न्यायाधीष गोपाल श्रीवास्तव ने कहा कि रेगुलर अदालत में विवादो का निराकरण फाईलो के निस्तारण के माध्यम से होता है जबकि लोक अदालत में विवादो का निराकरण सदैव के लिये हो जाता है क्योकि लोक अदालत के निर्णीत मामलो की कही अपील नही होती है। पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने कहा कि लोक अदालत के लिये न्यायालयो मे पीठासीन अधिकारियो के अलावा विद्युत, नगर निगम, नगरीय निकायो ने भी प्रकरणो के निराकरण की तैयारी कर रखी है। लोक अदालत की अवधारणा के अनुरूप लोगो को राहत मिले इसके लिये पूरा सहयोग दिया जायेगा। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नारायण गौतम ने कहा कि लोक अदालत कम समय में सौहार्द्रपूर्ण वातावरण के बीच उभयपक्षो द्वारा समझौते से प्रकरणो का निराकरण कर त्वरित न्याय की अवधारणा को लेकर काम करती है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री डी0एन0षुक्ला ने माॅ सरस्वती एवं महात्मा गाॅधी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्र्यापण कर नेशनल लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ किया। स्वागत भाषण में विषेष न्यायाधीष ए0के0सिंह ने लोक अदालत के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि लोगों को सामाजिक न्याय देना लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है। जिला न्यायालय में लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर रजिस्ट्रार सुधीर सिंह ने आभार ब्यक्त किया। जिला एवं तहसील स्तर पर आयोजित नेशनल लोक अदालत की खण्डपीठो द्वारा आपसी समझौते और राजीनामे से मामलो का निराकरण किया गया।
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