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आज मनाया जायेगा कृमि मुक्ति दिवस 2.5 लाख बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि नाशक गोली

आज मनाया जायेगा कृमि मुक्ति दिवस

2.5 लाख बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि नाशक गोली

अनूपपुर / जिले में कृमि मुक्ति दिवस 09 फरवरी 2018 को मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री अजय शर्मा के मार्गदर्शन में मनाया जायेगा। 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्वेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी। वंचित बच्चों को 15 फरवरी 2018 को माप-अप दिवस पर गोली खिलाई जायेगी। 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्वेंडाजोल की आधी गोली चबा कर आंगनबाडी केन्द्रों में खिलाई जायेगी। जिले के 1194 आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों को कृमि नाशन गोली का सेवन कराया जायेगा। अनूपपुर जिले के 1685 शासकीय प्राथमिक, मिडिल, हाई स्कूल एवं हायर सेकेन्ड्री स्कूल, केन्द्रीय विद्यालयों, अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं, बालक-बालिका आश्रमों एवं मदरसों में लगभग 2 लाख 76 हजार बच्चों को कृमिनाशक एल्वेंडाजोल टेबलेट खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। डाॅ. आर.पी. श्रीवास्तव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि कृमि शरीर में प्रवेश न करें उससे बचाव के उपाय एवं शरीर एवं आवास स्थल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने हेतु बच्चों को बताया जाना चाहिये। विभिन्न प्रकार के वर्म (कीड़े) शरीर को किस प्रकार प्रभावित करते हैं और उनकी कैसे रोकथाम हो सकती है के संबंध में विस्तृत जानकारी बच्चों को दी जा रही है। कृमिनाशक गोली से यद्यपि कोई हानि कारक प्रभाव नहीं पडता है तो फिर भी कतिपय मामलों में उल्टी, जी घबराना, पेट दर्द जैसी शिकायतें हो अनूपपुर / जिले में कृमि मुक्ति दिवस 09 फरवरी 2018 को मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री अजय शर्मा के मार्गदर्शन में मनाया जायेगा। 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्वेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी। वंचित बच्चों को 15 फरवरी 2018 को माप-अप दिवस पर गोली खिलाई जायेगी। 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्वेंडाजोल की आधी गोली चबा कर आंगनबाडी केन्द्रों में खिलाई जायेगी। जिले के 1194 आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों को कृमि नाशन गोली का सेवन कराया जायेगा। अनूपपुर जिले के 1685 शासकीय प्राथमिक, मिडिल, हाई स्कूल एवं हायर सेकेन्ड्री स्कूल, केन्द्रीय विद्यालयों, अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं, बालक-बालिका आश्रमों एवं मदरसों में लगभग 2 लाख 76 हजार बच्चों को कृमिनाशक एल्वेंडाजोल टेबलेट खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। डाॅ. आर.पी. श्रीवास्तव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि कृमि शरीर में प्रवेश न करें उससे बचाव के उपाय एवं शरीर एवं आवास स्थल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने हेतु बच्चों को बताया जाना चाहिये। विभिन्न प्रकार के वर्म (कीड़े) शरीर को किस प्रकार प्रभावित करते हैं और उनकी कैसे रोकथाम हो सकती है के संबंध में विस्तृत जानकारी बच्चों को दी जा रही है। कृमिनाशक गोली से यद्यपि कोई हानि कारक प्रभाव नहीं पडता है तो फिर भी कतिपय मामलों में उल्टी, जी घबराना, पेट दर्द जैसी शिकायतें हो सकती है, जिसके प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जा चुकी है। दवाओं की उपलब्धता विद्यालयों में शिक्षा विभाग के नोडल श्री डी.सी. मिश्रा के माध्यम से संकुल स्तर पर कराई जाकर विद्यालयों में उनकी पहुंच सुनिश्चित कराई गई। जबकि आंगनबाडी केन्द्रों में चारों विकासखण्डों के सीडीपीओ के द्वारा सेक्टर सुपरवाईजर द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों तक दवा की उपलब्धता कराई गई। जिला आई.ई.सी. सलाहकार मो. साजिद खान ने बताया कि कार्यक्रम की माॅनेटरिंग युनिसेफ, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं एनजीओ प्रतिनिधियों के माध्यम से कराई जा रही है। समस्त विद्यालय रिपोर्टिंग प्र्रपत्र संबंधित जनशिक्षा केन्द्रों में 20 फरवरी 2018 तक अनिवार्यतः जमा करेंगे। जहां से जिला एनआरएचएम कार्यालय अनूपपुर में संबंधित संकुलो से प्राप्त जानकारी संकलित की जा कर शासन को प्रतिवेदन भेजा जायेगा। सकती है, जिसके प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जा चुकी है। दवाओं की उपलब्धता विद्यालयों में शिक्षा विभाग के नोडल श्री डी.सी. मिश्रा के माध्यम से संकुल स्तर पर कराई जाकर विद्यालयों में उनकी पहुंच सुनिश्चित कराई गई। जबकि आंगनबाडी केन्द्रों में चारों विकासखण्डों के सीडीपीओ के द्वारा सेक्टर सुपरवाईजर द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों तक दवा की उपलब्धता कराई गई। जिला आई.ई.सी. सलाहकार मो. साजिद खान ने बताया कि कार्यक्रम की माॅनेटरिंग युनिसेफ, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं एनजीओ प्रतिनिधियों के माध्यम से कराई जा रही है। समस्त विद्यालय रिपोर्टिंग प्र्रपत्र संबंधित जनशिक्षा केन्द्रों में 20 फरवरी 2018 तक अनिवार्यतः जमा करेंगे। जहां से जिला एनआरएचएम कार्यालय अनूपपुर में संबंधित संकुलो से प्राप्त जानकारी संकलित की जा कर शासन को प्रतिवेदन भेजा जायेगा।


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