बुंदेलखंड की धरती पर सपाक्स की हुंकार, हीरालाल त्रिवेदी ने कहा- हम आरक्षण के खिलाफ नहीं लेकिन...
सागर : सामान्य, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण समाज संस्था के संयोजक की अगुवाई में सपाक्स ने शनिवार को बुंदेलखंड की धरती पर हुंकार भरते हुए कांग्रेस-भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने का एलान किया है। सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने घोषणा करते हुए कहा कि हमारे पास विकल्प नहीं बचा, इसलिए विधानसभा-लोकसभा में अब हमने लोग पहुंचाएंगे जो हमारे लिए कानून बनाएंगे। उन्होंने मप्र में 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा करते हुए कहा कि हमने चुनाव आयोग में सपाक्स को राजनैतिक पार्टी के रुप में मान्यता देने व चुनाव चिन्ह आवंटित करने के लिए आवेदन भी कर दिया है।
सपाक्स ने सागर में पहली दफा रैली व अप्रत्यक्ष रुप से शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया। रिटायर्ड आईएएस व सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी के नेतृत्व में सिविल लाइन चौराहे से रैली निकाली गई। ढोल-बाजों के साथ सपाक्स के संरक्षक व प्रदेशाध्यक्ष कार में सवार होकर सिविल लाइन, गोपाल गंज, बस स्टेंड होते हुए रवींद्र भवन पहुंचे। रवींद्र भवन में सपाक्स का सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें सागर सपाक्स के सदस्यों के अलावा पूर्व महापौर किन्नर कमलाबाई, आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल किशोर पुरोहित सहित कई लोगों ने सपाक्स ज्वाइन किया है।
हीरालाल त्रिवेदी ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि हम अभी तक नोटा को सपोर्ट करते रहे हैं, नोटा को लेकर हमने प्रचार-प्रसार भी किया, लेकिन समझ आया कि नोटा का कोई मतलब नहीं है। नोटा का बटन दबाने के बाद कोई रिजल्ट मिलने वाला नहीं, वह जीरो है। इसलिए हमने तय किया है कि हम अपने उम्मीदार चुनाव में उतारे व अपने लोगों को विधानसभा और लोकसभा में जिताकर भेजे।
उन्होंने पिछले दिनों केंद्रीय राज्य मंत्री वीरेंद्र कुमार द्वारा सपाक्स को रोहिंग्या जैसा बताने की का उल्लेख करते हुए कहा कि वो गलत बोल रहे हैं तो बोलने दीजिए, हमें गलत नहीं बोलना है न ही गलत दिशा में जाना है। उनके रोहिंग्या का जवाब वोट से देना हैं। त्रिवेदी ने दिल्ली में केजरीवाल सरकार का उल्लेख करते हुए बताया कि वहां की पब्लिक ने आम आदमी पार्टी की सरकार को ऐसे ही समर्थन नहीं दिया। कांग्रेस-भाजपा की गलत नीतियों के कारण व भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के लिए आप को समर्थन दिया था, अब प्रदेश में भी ऐसा ही होने वाला है।
सपाक्स की अवधारणा को लेकर उन्होंने कहा कि अजाक्स की तरह सवर्ण, पिछड़ा व अल्पसंख्यक अधिकारी-कर्मचारी वर्क अपने अधिकारों के लिए सपाक्स के बैनर तले आवाज उठाता रहा है। लेकिन जब 2016 में एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन किया गया और हमें सीधे जेल भेजने की बातें होती रहीं, सरकारों ने अनसुना करना शुरू कर दिया और पिछले दिनों 2 अप्रैल को जब एसटी-एससी वर्ग का आंदोलन हुआ तब हम जागे हैं। इसके बाद हमने सवर्ण पिछड़ा अल्पसंख्यक समाज संगठन का गठन किया है। उन्होंने सीएम के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने एक समाज के कार्यक्रम में कहा था कि कोई माई का लाल आरक्षण समाप्त नहीं कर सकता। कार्यक्रम में सपाक्स के प्रदेशाध्यक्ष व नवागत ज्वाइन करने वालों ने भी संबोधित किया।
सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बेबाकी से जवाब देते हुए भाजपा-कांग्रेस को नागनाथ-सांपनाथ बताते हुए कहा कि राजनेता ही समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसटी-एसटी वर्ग के लिए हम आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस वर्ग से केवल एक प्रतिशत लोग आरक्षण का पीढ़ी दर पीढ़ी लाभ ले रहे हैं। हिम्मत है तो राष्ट्रपति, एससी वर्ग से मंत्री, विधायक, सांसद, आईएएस, आईपीएस कह कर दिखाएं कि अब हमारे परिजन आरक्षण का लाभ नहीं लेंगे।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए बताया कि हम किसी पद के दावेदार नहीं हैं, न मैं स्वयं चुनाव लडूंगा, बल्कि प्रदेश भर में अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार जरुर करुंगा। त्रिवेदी ने कहा कि हम समाज को बांटना नहीं चाहते, इसलिए एससी-एसटी वर्ग के निष्पक्ष लोगों से भी बात कर रहे हैं कि वे भी हमारे साथ आएं। उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि वर्तमान में क्रीमिलेयर का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने प्रदेश में सरकार बनाने का भी दावा करते हुए कहा कि सपाक्स भय मुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने की सोच लेकर आगे बढ़ रहा है, अभी पूरा समाज भय वश जी रहा है, हम गांधी जी एसटी-एससी वर्ग को भगवान केनाम पर दिए गए संबोधन को भी बोलने डरने लगे हैं। यदि शब्द बोल दिया तो जेल में डाल दिया जाता है।
सपाक्स ने सागर में पहली दफा रैली व अप्रत्यक्ष रुप से शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया। रिटायर्ड आईएएस व सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी के नेतृत्व में सिविल लाइन चौराहे से रैली निकाली गई। ढोल-बाजों के साथ सपाक्स के संरक्षक व प्रदेशाध्यक्ष कार में सवार होकर सिविल लाइन, गोपाल गंज, बस स्टेंड होते हुए रवींद्र भवन पहुंचे। रवींद्र भवन में सपाक्स का सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें सागर सपाक्स के सदस्यों के अलावा पूर्व महापौर किन्नर कमलाबाई, आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल किशोर पुरोहित सहित कई लोगों ने सपाक्स ज्वाइन किया है।
हीरालाल त्रिवेदी ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि हम अभी तक नोटा को सपोर्ट करते रहे हैं, नोटा को लेकर हमने प्रचार-प्रसार भी किया, लेकिन समझ आया कि नोटा का कोई मतलब नहीं है। नोटा का बटन दबाने के बाद कोई रिजल्ट मिलने वाला नहीं, वह जीरो है। इसलिए हमने तय किया है कि हम अपने उम्मीदार चुनाव में उतारे व अपने लोगों को विधानसभा और लोकसभा में जिताकर भेजे।
उन्होंने पिछले दिनों केंद्रीय राज्य मंत्री वीरेंद्र कुमार द्वारा सपाक्स को रोहिंग्या जैसा बताने की का उल्लेख करते हुए कहा कि वो गलत बोल रहे हैं तो बोलने दीजिए, हमें गलत नहीं बोलना है न ही गलत दिशा में जाना है। उनके रोहिंग्या का जवाब वोट से देना हैं। त्रिवेदी ने दिल्ली में केजरीवाल सरकार का उल्लेख करते हुए बताया कि वहां की पब्लिक ने आम आदमी पार्टी की सरकार को ऐसे ही समर्थन नहीं दिया। कांग्रेस-भाजपा की गलत नीतियों के कारण व भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के लिए आप को समर्थन दिया था, अब प्रदेश में भी ऐसा ही होने वाला है।
सपाक्स की अवधारणा को लेकर उन्होंने कहा कि अजाक्स की तरह सवर्ण, पिछड़ा व अल्पसंख्यक अधिकारी-कर्मचारी वर्क अपने अधिकारों के लिए सपाक्स के बैनर तले आवाज उठाता रहा है। लेकिन जब 2016 में एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन किया गया और हमें सीधे जेल भेजने की बातें होती रहीं, सरकारों ने अनसुना करना शुरू कर दिया और पिछले दिनों 2 अप्रैल को जब एसटी-एससी वर्ग का आंदोलन हुआ तब हम जागे हैं। इसके बाद हमने सवर्ण पिछड़ा अल्पसंख्यक समाज संगठन का गठन किया है। उन्होंने सीएम के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने एक समाज के कार्यक्रम में कहा था कि कोई माई का लाल आरक्षण समाप्त नहीं कर सकता। कार्यक्रम में सपाक्स के प्रदेशाध्यक्ष व नवागत ज्वाइन करने वालों ने भी संबोधित किया।
सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बेबाकी से जवाब देते हुए भाजपा-कांग्रेस को नागनाथ-सांपनाथ बताते हुए कहा कि राजनेता ही समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसटी-एसटी वर्ग के लिए हम आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस वर्ग से केवल एक प्रतिशत लोग आरक्षण का पीढ़ी दर पीढ़ी लाभ ले रहे हैं। हिम्मत है तो राष्ट्रपति, एससी वर्ग से मंत्री, विधायक, सांसद, आईएएस, आईपीएस कह कर दिखाएं कि अब हमारे परिजन आरक्षण का लाभ नहीं लेंगे।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए बताया कि हम किसी पद के दावेदार नहीं हैं, न मैं स्वयं चुनाव लडूंगा, बल्कि प्रदेश भर में अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार जरुर करुंगा। त्रिवेदी ने कहा कि हम समाज को बांटना नहीं चाहते, इसलिए एससी-एसटी वर्ग के निष्पक्ष लोगों से भी बात कर रहे हैं कि वे भी हमारे साथ आएं। उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि वर्तमान में क्रीमिलेयर का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने प्रदेश में सरकार बनाने का भी दावा करते हुए कहा कि सपाक्स भय मुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने की सोच लेकर आगे बढ़ रहा है, अभी पूरा समाज भय वश जी रहा है, हम गांधी जी एसटी-एससी वर्ग को भगवान केनाम पर दिए गए संबोधन को भी बोलने डरने लगे हैं। यदि शब्द बोल दिया तो जेल में डाल दिया जाता है।
कांग्रेस को झटका, इस कांग्रेस नेता सहित अन्य ने थामा सपाक्स का दामन
सपाक्स के मंच पर कांग्रेस के प्रफुल्ल दुबे व आरटीआई कार्यकर्ता अनिल पुरोहित एवं दूर संचार कर्मचारी संघ के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश तिवारी ने सपाक्स की सदस्यता ली है। इन सभी का हीरालाल त्रिवेदी ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में पप्पू तिवारी, कपिल स्वामी, भरत तिवारी, सचिन शर्मा, प्रशांत मिश्रा अशोक समाधिया, राजेश सोनी, संजीव चौरासिया, नितिन पचौरी, दीपक पटेल अरुण प्रजापति, नीरज यादव, महेश कुर्मी, अशोक दुबे, रेणु, मनोज पांडेय, रामदास पटेल, सीमा तिवारी, मनोज पुरोहित, पूर्व महापौर कमलाबाई सहित संभाग भर से आए सपाक्स के समर्थक शामिल हुए।
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