बिजली मीटर वाचकों के हड़ताल पर जाने से उपभोक्ता हो रहे परेशान दो माह से हर एक उपभोक्ता के पास नही पहुँच रहे बिजली के बिल
बिजली मीटर वाचकों के हड़ताल पर जाने से उपभोक्ता हो रहे परेशान
दो माह से हर एक उपभोक्ता के पास नही पहुँच रहे बिजली के बिल
शहडोल / प्रदीप मिश्रा - 8770089979
बिजली मीटर वाचकों के हड़ताल पर चले जाने से बिजली उपभोक्ताओं को काफी
दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है आपको बता दें कि मध्य प्रदेश पूर्व
क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत विगत 18 वर्षों से कार्यरत बिजली
मीटर वाचक अपनी जायज मांग बिजली विभाग में संविलियन एवं नियमितीकरण को लेकर
विगत 2 माह से काम बंद हड़ताल पर हैं हड़ताल पर चले जाने से बिजली विभाग
की बिल वितरण एवं मीटर रीडिंग की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है ना तो
विभाग द्वारा समय पर बिजली बिल बांटा जा रहा है और ना ही मीटर की रीडिंग हो
पा रही है वर्तमान में अनूपपुर जिले सहित शहडोल एवं उमरिया में बिजली
उपभोक्ता बिजली बिल समय पर नहीं पा रहा है और विलंब शुल्क के साथ उसे
भुगतान करना पड़ रहा है आपको बताते चलें की वर्तमान में पूर्व क्षेत्र
बिजली कम्पनी द्वारा दक्षता एप्प के माध्यम से फोटो मीटर रीडिंग करना
सुनिश्चित किया गया है परन्तु विगत दो माह से बिजली विभाग के कर्मचारियों
के द्वारा विगत माह में लिए हुए रीडिंग को देख कर 10 या 20 यूनिट बड़ा कर
मोबाइल एप्लिकेशन पर अपलोड कर या मीटर डिफेक्ट कर या तो शून्य यूनिट का बिल
या फिर औसत खपत 55 या 77 यूनिट का बिजली बिल उपभोक्ताओं को भेज दिया जा
रहा है जबकि हकीकत में उपभोक्ताओं के घर पर मीटर में रीडिंग बढ़ती ही जा
रही और अंत मे उपभोक्ता को औसत राशि सहित मीटर में लगातार बढ़ रहे रीडिंग
दोनो की राशि भरने पर मजबूर हो रहा है जिससे बिजली उपभोक्ताओं को अनाप शनाप
बढ़े हुए बिजली बिल आ रहे है साथ ही बिजली विभाग के अचानक एक तुगलकी फरमान
सुना कर मेनुवल बिजली बिल जमा काउंटर बंद करवा कर ऑनलाइन बिल जमा करने हेतु
निर्देशित कर सी.ए.सी सेंटर खोलवाये गए परन्तु उन सेंटरों में भी
उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने पर प्रति बिल-5₹ से 10₹ लिए जा रहे है
जिससे यह प्रतीत होता है कि बिजली विभाग के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को
लाखों रुपयों की चपत लगाया जा रहा है एवं भारी अनियमितता की जा रही है एवं
सीधे तौर पर बिजली उपभोक्ता इन अनियमितता के कारण काफी परेशानियों का सामना
कर रहा एवं किसानों व व्यपारियो को भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा
है|यदि जल्द से जल्द विभाग की इस लापरवाही को खत्म नही किया गया तब वह दिन
दूर नही जब आम बिजली उपभोक्ता एवं किसान अपनी समस्या को लेकर बिजली विभाग
के क्षेत्रीय कार्यालय व अधिकारियों के विरुद्ध आक्रोशित हो कर आंदोलन पर
मजबूर होंगे|
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