हेयर ने अब एक भी टिप्पणी की तो मैं उसे कोर्ट में घसीटूंगा
नई दिल्ली : हरभजन सिंह ने विवादास्पद अंपायर डेरेल हेयर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर यह आस्ट्रेलियाई अंपायर भड़काऊ टिप्पणी करके उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना जारी रखता है तो उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
हेयर ने कहा कि संदिग्ध एक्शन वाले युवाओं ने उसे अपना आदर्श बनाया हुआ है। गुस्साये हरभजन ने कहा, ‘मेरे पास डेरेल हेयर की बकवास के लिये कोई समय नहीं है। वह कौन है? क्या वह आईसीसी से बड़ा है? लेकिन अगर वह फिर उकसावे वाली टिप्पणी से मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने या बतौर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मेरी उपलब्धियों को कम करने का प्रयास करता है तो मैं बीसीसीआई से बात करूंगा और हेयर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।’
एक आस्ट्रेलियाई अखबार को दिये हालिया साक्षात्कार में हेयर ने कहा, ‘मैंने 90 के दशक के अंत में कहा था कि अगर इसके बारे में कुछ नहीं किया गया तो आपके पास ‘चकर्स’ की पीढ़ियां होंगी और अब आपके पास हैं। वे हरभजन सिंह, सकलेन मुश्ताक और मुरलीधरन का अनुकरण करने की कोशिश करते हैं, यही समस्या है।’ जब से हरभजन का करियर शुरू हुआ है, उनके और आस्ट्रेलियाईयों के बीच तनातनी बनी रही है लेकिन उन्हें हेयर की टिप्पणी के बारे में यह बात नापसंद थी कि वह हर चीज को एक ही तराजू में तोलने की कोशिश करते हैं।
हरभजन ने कहा, ‘तीन से चार अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों का एक्शन संदिग्ध पाये जाने से हेयर को यह अधिकार किसने दे दिया कि वह हर किसी को एक ही नजर से देखे। जिनके एक्शन में समस्या है, वे इसे सुधारने के लिये कदम उठायेंगे।’ भारत के लिये 413 टेस्ट और 259 वनडे विकेट चटकाने वाले हरभजन ने कहा, ‘वैसे मैंने 2005 में बी फोस्टर के तहत आस्ट्रेलिया के पर्थ में और 1999 में फ्रेड टिटमस के तहत बायो मैकेनिक परीक्षण कराया था। आईसीसी के पास मेरी सारी रिपोर्ट हैं और इस पूर्व अंपायर ने मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। मुझे यहां तक पहुंचने के लिये 14 साल तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है और कोई भी ऐरा-गैरा इसे खराब नहीं कर सकता।’
उन्होंने कहा कि वह ‘दूसरा’ के कार्यान्वयन में सफल रहने वालों में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। आस्ट्रेलिया दौरे के लिये भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश में जुटे 34 वर्षीय हरभजन ने कहा, ‘सकलेन मुश्ताक ने दूसरा की खोज की और मैंने इस कला में पारंगता हासिल की। मैं दूसरा का सफल कार्यान्वयन कर गौरवान्वित हूं। अगर कोई गेंदबाज वैध सीमा में दूसरा नहीं कर पाते तो यह मेरी समस्या नहीं है।’
हेयर ने कहा कि संदिग्ध एक्शन वाले युवाओं ने उसे अपना आदर्श बनाया हुआ है। गुस्साये हरभजन ने कहा, ‘मेरे पास डेरेल हेयर की बकवास के लिये कोई समय नहीं है। वह कौन है? क्या वह आईसीसी से बड़ा है? लेकिन अगर वह फिर उकसावे वाली टिप्पणी से मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने या बतौर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मेरी उपलब्धियों को कम करने का प्रयास करता है तो मैं बीसीसीआई से बात करूंगा और हेयर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।’
एक आस्ट्रेलियाई अखबार को दिये हालिया साक्षात्कार में हेयर ने कहा, ‘मैंने 90 के दशक के अंत में कहा था कि अगर इसके बारे में कुछ नहीं किया गया तो आपके पास ‘चकर्स’ की पीढ़ियां होंगी और अब आपके पास हैं। वे हरभजन सिंह, सकलेन मुश्ताक और मुरलीधरन का अनुकरण करने की कोशिश करते हैं, यही समस्या है।’ जब से हरभजन का करियर शुरू हुआ है, उनके और आस्ट्रेलियाईयों के बीच तनातनी बनी रही है लेकिन उन्हें हेयर की टिप्पणी के बारे में यह बात नापसंद थी कि वह हर चीज को एक ही तराजू में तोलने की कोशिश करते हैं।
हरभजन ने कहा, ‘तीन से चार अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों का एक्शन संदिग्ध पाये जाने से हेयर को यह अधिकार किसने दे दिया कि वह हर किसी को एक ही नजर से देखे। जिनके एक्शन में समस्या है, वे इसे सुधारने के लिये कदम उठायेंगे।’ भारत के लिये 413 टेस्ट और 259 वनडे विकेट चटकाने वाले हरभजन ने कहा, ‘वैसे मैंने 2005 में बी फोस्टर के तहत आस्ट्रेलिया के पर्थ में और 1999 में फ्रेड टिटमस के तहत बायो मैकेनिक परीक्षण कराया था। आईसीसी के पास मेरी सारी रिपोर्ट हैं और इस पूर्व अंपायर ने मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। मुझे यहां तक पहुंचने के लिये 14 साल तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है और कोई भी ऐरा-गैरा इसे खराब नहीं कर सकता।’
उन्होंने कहा कि वह ‘दूसरा’ के कार्यान्वयन में सफल रहने वालों में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। आस्ट्रेलिया दौरे के लिये भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश में जुटे 34 वर्षीय हरभजन ने कहा, ‘सकलेन मुश्ताक ने दूसरा की खोज की और मैंने इस कला में पारंगता हासिल की। मैं दूसरा का सफल कार्यान्वयन कर गौरवान्वित हूं। अगर कोई गेंदबाज वैध सीमा में दूसरा नहीं कर पाते तो यह मेरी समस्या नहीं है।’
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