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आम बजट के साथ सुधार का दूसरा चरण शुरू होगा: जेटली

नई दिल्ली। फरवरी में अपना पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि आम बजट में अगले चरण के आर्थिक सुधारों का पूरा खाका पेश किया जाएगा। आने वाले वक्त को चुनौतीपूर्ण मानते हुए जेटली ने कहा कि कुछ अन्य क्षेत्रों को और खोले जाने की जरूरत है।

संसद सत्र शुरू होने के ठीक एक दिन पहले रविवार को एक इंटरव्यू में जेटली ने सरकार की भावी प्राथमिकताओं का जिक्र किया। उन्होंने नीतिगत और कर ढांचे में स्थिरता की जरूरत जताई। जेटली ने दावा किया कि आर्थिक सुधारों की दिशा में उठाए गए कदमों पर अमल शुरू होते ही वित्तीय वर्ष 2015-16 में आर्थिक विकास दर छह प्रतिशत को पार कर जाएगी। जेटली ने कहा कि सुधारों की प्रक्रिया तो साल के सभी 365 दिन चलनी चाहिए। उसे सिर्फ बजट से जोड़कर देखा नहीं जा सकता। जेटली ने कहा कि तात्कालिक लक्ष्य बीमा संशोधन विधेयक, कोयला अध्यादेश व जीएसटी विधेयक है। वित्त मंत्री  ने कहा, छह महीनों में घरेलू और विदेशी निवेशकों का रुख बदला है। हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था में उनका भरोसा बुरी तरह टूट चुका था। इसलिए परिणाम दिखने में अभी भी कुछ समय लगेगा।

कांग्रेस को गलत जानकारी पर घेरा
जेटली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस संसद में सरकारी कामकाज और विधेयकों को रोकने की रणनीति तैयार कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में रहते हुए राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है और विपक्ष में रहते हुए भी उसी विनाशकारी दिशा को जारी रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसान विकास पत्र की अधिसूचना पढ़े बिना ही इसे काले धन के लिए वरदान साबित कर दिया।

पोंजी स्कीमों से तृणमूल नेताओं ने जनता को लूटा
सारदा घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं की गिरफ्तारी पर जेटली ने कहा कि इसको लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया ने उन्हें बेहद निराश किया है। दरअसल, तृणमूल से जुड़े कुछ व्यक्ति पोंजी स्कीमों के जरिये धन बनाने में लगे थे। ऐसी योजनाओं ने छोटे निवेशकों को लूटा है। नए दल के तौर पर किसी जिम्मेदार नेता का यह कर्तव्य था कि वह ऐसे नेताओं से पार्टी को बचाए। लेकिन यह खेद की बात है कि ममता ने ऐसा करने की बजाय अपने को उन नेताओं से जोड़ लिया।

प्राथमिकताएं गिनाईं
जेटली ने आरबीआई से ब्याज दरों में कटौती की वकालत की
भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन का प्रस्ताव संसद में पेश होगा
सार्वजनिक बैंकों में सरकारी हिस्सेदारी 52 % तक लाई जाएगी
ढांचागत और विनिर्माण क्षेत्र में भी वृद्धि को बताया चुनौती
पीडीएस को तर्कसंगत बनाने के लिए सुझाव देगा व्यय प्रबंधन आयोग
अपात्र लोगों को और नहीं दिया जा सकता गैस सब्सिडी का लाभ

मजबूत इरादे हैं मोदी की शक्ति
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मोदी की असली ताकत उनके मजबूत इरादे हैं। कुछ ही महीनों के भीतर वे एक मुख्यमंत्री से एक प्रधानमंत्री और फिर एक शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय नेता के रूप में सामने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कठिनाइयों से पार पाते हुए शीर्ष पर पहुंचने के सफर को बयान करते हुए जेटली ने कहा कि उनके इरादों की मजबूती ठीक वैसी ही है, जैसी खिलाड़ियों की होती है।

जेटली ने कहा कि आज से 15 साल पहले जब वह दोनों भाजपा प्रवक्ता थे, तभी उन्होंने पाया था कि मोदी अनुशासन के मामले में खुद को भी ढील नहीं देते और उनमें गहरा आत्मविश्वास है। इन्हीं गुणों के कारण वे विकास के अपने एजेंडे को विरोध के स्वरों के बावजूद आगे ले जाते हैं।जेटली ने वर्ष 2002 दंगों के बाद मोदी के सामने आईं कठिनाइयों पर कहा कि मीडिया की परवाह किए बिना उन्होंने सीधे जनता से संवाद किया। अपना रोडमैप और एजेंडा तैयार किया। म्ये एजेंडा था, गुजरात का विकास ।

294 और शहरों में एफएम रेडियो का विस्तार होगा
केंद्र सरकार अधिक राजस्व जुटाने के मकसद से संभवत: चालू वित्त वर्ष में एफएम रेडियो के तीसरे चरण का विस्तार करने की इच्छुक है। जेटली ने बताया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) इस प्रक्रिया से जुड़े पहलुओं पर गौर कर रहे हैं। तीसरे चरण के तहत देश के 294 शहरों में 800 से ज्यादा नए एफएम स्टेशन लाए जाने का प्रस्ताव है।  

जेटली के पास दो बंगले होने की गलती सुधारी जाएगी
शहरी विकास मंत्रालय सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने उस हलफनामे में सुधार कर सकता है जिसमें गलत दर्शाया गया है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास लुटियन क्षेत्र में दो सरकारी बंगले हैं। हलफनामे में दिखाया गया है कि जेटली को अशोक रोड पर भाजपा मुख्यालय के पास एक बंगला आवंटित है और उनके पास कृष्णा मेनन मार्ग पर भी एक बंगला है।

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