दूसरों की निन्दा करने वाला कभी सुखी नहीं हो सकता
अबोहर : विश्व सेवा के लिए आतुरता से उदित, नए क्लेवर-नए रंग में सुशोभित ब्रह्माकुमारीज के कांकरिया (अहमदाबाद) स्थित सुख-शान्ति भवन का उद्घाटन आज उत्साह एवं उमंग भरे वातावरण में हुआ। संस्था की 99 वर्षीय मुख्य प्रशासिका दादी जानकी ने फुटबॉल मैदान में उमड़े जनसमूह को सम्बोधन करते हुए कहा कि जीवन में स्थायी सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए अवगुणों से मुक्ति पाकर गुणवान बनना होगा। किसी की निन्दा करने वाला या दुख देने वाला व्यक्ति कभी सुख-शान्ति प्राप्त नहीं कर सकता। सच्चा इंसान, जो सभी को सम्मान देता है, वही भगवान के गले का हार बनता है। कड़वा बोलना सबसे बड़ा अवगुण है। इसलिए जीवन में मधुरता धारण करके स्वयं सुखी हों और दूसरों को सुखी बनाएं। उन्होंने कहा कि सरला बहन द्वारा रोपित पौधा अब वटवृक्ष बन चुका है।
जीवन में स्थायी सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए अवगुणों से मुक्ति पाकर गुणवान बनना होगा। बच्चों को बौधिक कौशल की नहीं, बल्कि अध्यात्मिक कौशल की अधिक आवश्यकता है। अध्यात्मिकता के आभाव के कारण बच्चों का सम्पूर्ण विकास अवरूद्ध होता है।
अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका दादी हृदयमोहिनी ने कहा कि प्राचीन भारत की गरिमा बहाल करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में ब्रह्माकुमारीज संस्था भरपूर योगदान डालेगी।
मुख्य अतिथि ‘निरमा ग्रुप’ के चेयरमैन करसनभाई के. पटेल ने कहा कि धन और शक्ति से प्राप्त होने वाला सुख कभी स्थायी नहीं हो सकता। सच्ची सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए आत्मा को जानना और उस पर लगे अज्ञान के आवरण को हटाना जरूरी है।
‘अदानी फाऊण्डेशन’ की मैनेजिंग ट्रस्टी प्रीति अदानी ने कहा कि पिछले 78 वर्षों से ब्रह्माकुमारीज संस्था सुख-शान्ति मय समाज के निर्माण की अलख अनवरत रूप से जगा रही हैं। आत्मा की सत्य पहचान की खोज करके सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। वर्तमान संचार क्रान्ति के माध्यम से सब कुछ जानने का दावा करने वाला मनुष्य अपनी असली पहचान भूले बैठा है। देश और दुनिया की यात्रा के साथ अन्र्तमन की यात्रा भी करनी चाहिए। बच्चों को बौधिक कौशल की नहीं, बल्कि अध्यात्मिक कौशल की अधिक आवश्यकता है। अध्यात्मिकता के आभाव के कारण बच्चों का सम्पूर्ण विकास अवरूद्ध होता है। विश्व नवनिर्माण के लिए ब्रह्माकुमारीज का प्रयास उत्तम माना जाएगा।
संस्था के महासचिव ब्र.कु. निर्वेर व गुजरात जोन निदेशिका सरला दीदी ने भी उपस्थिति को सम्बोधित किया। विभिन्न कला अकादमियों के युवा कलाकारों ने देश-भक्ति व अध्यात्मिकता से परिपूर्ण प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। जब गुजरात का गरबा नृत्य प्रस्तुत किया गया, तो हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शक झूम उठे। अतिथियों को ढोलक की थाप और बैण्डबाजे के साथ सभास्थल पर ले जाया गया। समारोह में पहुंचने से पहले दादियों ने केक काटा और ज्योति प्रज्जवलित करके 5 मंजिला भवन का उद्घाटन किया।
जीवन में स्थायी सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए अवगुणों से मुक्ति पाकर गुणवान बनना होगा। बच्चों को बौधिक कौशल की नहीं, बल्कि अध्यात्मिक कौशल की अधिक आवश्यकता है। अध्यात्मिकता के आभाव के कारण बच्चों का सम्पूर्ण विकास अवरूद्ध होता है।
अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका दादी हृदयमोहिनी ने कहा कि प्राचीन भारत की गरिमा बहाल करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में ब्रह्माकुमारीज संस्था भरपूर योगदान डालेगी।
मुख्य अतिथि ‘निरमा ग्रुप’ के चेयरमैन करसनभाई के. पटेल ने कहा कि धन और शक्ति से प्राप्त होने वाला सुख कभी स्थायी नहीं हो सकता। सच्ची सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए आत्मा को जानना और उस पर लगे अज्ञान के आवरण को हटाना जरूरी है।
‘अदानी फाऊण्डेशन’ की मैनेजिंग ट्रस्टी प्रीति अदानी ने कहा कि पिछले 78 वर्षों से ब्रह्माकुमारीज संस्था सुख-शान्ति मय समाज के निर्माण की अलख अनवरत रूप से जगा रही हैं। आत्मा की सत्य पहचान की खोज करके सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। वर्तमान संचार क्रान्ति के माध्यम से सब कुछ जानने का दावा करने वाला मनुष्य अपनी असली पहचान भूले बैठा है। देश और दुनिया की यात्रा के साथ अन्र्तमन की यात्रा भी करनी चाहिए। बच्चों को बौधिक कौशल की नहीं, बल्कि अध्यात्मिक कौशल की अधिक आवश्यकता है। अध्यात्मिकता के आभाव के कारण बच्चों का सम्पूर्ण विकास अवरूद्ध होता है। विश्व नवनिर्माण के लिए ब्रह्माकुमारीज का प्रयास उत्तम माना जाएगा।
संस्था के महासचिव ब्र.कु. निर्वेर व गुजरात जोन निदेशिका सरला दीदी ने भी उपस्थिति को सम्बोधित किया। विभिन्न कला अकादमियों के युवा कलाकारों ने देश-भक्ति व अध्यात्मिकता से परिपूर्ण प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। जब गुजरात का गरबा नृत्य प्रस्तुत किया गया, तो हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शक झूम उठे। अतिथियों को ढोलक की थाप और बैण्डबाजे के साथ सभास्थल पर ले जाया गया। समारोह में पहुंचने से पहले दादियों ने केक काटा और ज्योति प्रज्जवलित करके 5 मंजिला भवन का उद्घाटन किया।
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