इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार
नई
दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के
लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
उसे यह पुरस्कार बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत बनाने में उसके योगदान को स्वीकार करते हुए दिया जाएगा। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अध्यक्षता वाली ज्यूरी ने बुधवार को यह घोषणा की।
वक्तव्य में कहा गया है, शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) को दिया जाता है। उसे यह पुरस्कार उसकी शानदार उपलब्धियों, मंगल मिशन और बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने में उसके उल्लेखनीय योगदान को स्वीकार करते हुए दिया जाता है।
ज्यूरी ने व्यापक और सतत सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने और देश के दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं का निराकरण करने में आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए उसके द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी गौर किया।
वक्तव्य में कहा गया है कि इसरो ने दिखाया है कि कैसे भारतीय वैज्ञानिक और प्रतिभाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल किया जा सकता है और अत्याधुनिक देशों के साथ उच्च तकनीकी और आधुनिक क्षेत्रों में बराबरी की जा सकती है। वक्तव्य में कहा गया है कि इसरो ने दर्शाया है कि भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के मामले में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
उसे यह पुरस्कार बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत बनाने में उसके योगदान को स्वीकार करते हुए दिया जाएगा। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अध्यक्षता वाली ज्यूरी ने बुधवार को यह घोषणा की।
वक्तव्य में कहा गया है, शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) को दिया जाता है। उसे यह पुरस्कार उसकी शानदार उपलब्धियों, मंगल मिशन और बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने में उसके उल्लेखनीय योगदान को स्वीकार करते हुए दिया जाता है।
ज्यूरी ने व्यापक और सतत सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने और देश के दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं का निराकरण करने में आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए उसके द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी गौर किया।
वक्तव्य में कहा गया है कि इसरो ने दिखाया है कि कैसे भारतीय वैज्ञानिक और प्रतिभाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल किया जा सकता है और अत्याधुनिक देशों के साथ उच्च तकनीकी और आधुनिक क्षेत्रों में बराबरी की जा सकती है। वक्तव्य में कहा गया है कि इसरो ने दर्शाया है कि भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के मामले में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
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