पीएम मोदी ने फिजी की संसद को किया संबोधित
सूवा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दस दिवसीय विदेश दौरे के अंतिम चरण में ऑस्ट्रेलिया से फिजी पहुंचे जहां उन्होंने संसद को संबोधित किया। इस संबोधन के साथ ही नरेंद्र मोदी दुनिया के पहले ऐसे अंतरराष्ट्रीय नेता बन गये जिसने फिजी के संसद को संबोधित किया। अपने संबोधन में मोदी ने फिजी को भारत की ओर से 70 मिलियन डॉलर के मदद की घोषणा भी की।
प्रधानमंत्री ने फिजी के गांवों के विकास के लिए 50 लाख डॉलर की घोषणा की। उन्होंने फिजी के नागरिकों के लिए विजा ऑन अराइवल की भी घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि हमें भारत और फिजी के बीच आवागमन को आसान बनाना चाहिए। फिजी के लोगों को 'आते ही वीज़ा' यानी वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलेगी।
पीएम ने फिजी को बिजली का तोहफा भी दिया। मोदी ने कहा कि भारत फिजी में ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए 7 करोड़ यूएस डॉलर की मदद देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए फिजी का हमेशा विशेष स्थान बना रहेगा। मोदी ने फिजी समकक्ष बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय बातचीत की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तीन मुद्दों पर करार किए गए।
संसद को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'मैं फिजी को सफल चुनाव के लिए शुभकामना देता हूं। फिजी और भारत के बीच एक समानता यह है कि दोनों ही देशों के संसद में महिला स्पीकर हैं। लोकतंत्र फिजी और भारत को जोड़ता है। फिजी का विकास एक महान विजन के साथ एक छोटे देश के आगे बढ़ने का सुनहरा उदाहरण है। फिजी जलवायु परिवर्तन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि इतिहास में भी भारत और फिजी का जुड़ाव है और यही कारण है कि यहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। हमें दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के साथ ही आवागमन को भी सरल बनाने की जरूरत है। पीएम ने कहा, 'हम डिजिटल फिजी के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं। हम फिजी के साथ सौर और वायु ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।' करीब 8,49,000 लोगों की आबादी वाले देश फिजी में तकरीबन 37 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं।
इससे पहले फिजी के अल्बर्ट पार्क में पीएम मोदी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाये। मोदी भी गर्मजोशी से आम लोगों से मिले। इस दौरान मोदी के साथ फोटो खिचवाने की होड़ लगी रही। इस भव्य स्वागत के लिए मोदी ने सबको धन्यवाद दिया। अपने फिजी दौरे के दौरान मोदी स्कूली बच्चों से भी मिले।
मोदी की इस यात्रा की खास बात यह रही कि 33 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री फिजी पहुंचा है। वर्ष 1981 में इंदिरा गांधी फिजी गई थीं। उनके बाद मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो इस देश की यात्रा पर आए हैं। मोदी ने कहा कि जिस परंपरा की शुरुआत हुई है वह अब जारी रहेगी। अब 33 सालों का अंतराल नहीं होगा। मोदी की फिजी यात्रा कई मायने में यादगार बन गयी। मोदी ना केवल 33 साल बाद फिजी आने वाले भारतीय प्रधानमंत्री बने, बल्कि पहले अंतरराष्ट्रीय नेता भी बन गए जिसने फिजी की संसद को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने फिजी के गांवों के विकास के लिए 50 लाख डॉलर की घोषणा की। उन्होंने फिजी के नागरिकों के लिए विजा ऑन अराइवल की भी घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि हमें भारत और फिजी के बीच आवागमन को आसान बनाना चाहिए। फिजी के लोगों को 'आते ही वीज़ा' यानी वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलेगी।
पीएम ने फिजी को बिजली का तोहफा भी दिया। मोदी ने कहा कि भारत फिजी में ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए 7 करोड़ यूएस डॉलर की मदद देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए फिजी का हमेशा विशेष स्थान बना रहेगा। मोदी ने फिजी समकक्ष बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय बातचीत की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तीन मुद्दों पर करार किए गए।
संसद को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'मैं फिजी को सफल चुनाव के लिए शुभकामना देता हूं। फिजी और भारत के बीच एक समानता यह है कि दोनों ही देशों के संसद में महिला स्पीकर हैं। लोकतंत्र फिजी और भारत को जोड़ता है। फिजी का विकास एक महान विजन के साथ एक छोटे देश के आगे बढ़ने का सुनहरा उदाहरण है। फिजी जलवायु परिवर्तन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि इतिहास में भी भारत और फिजी का जुड़ाव है और यही कारण है कि यहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। हमें दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के साथ ही आवागमन को भी सरल बनाने की जरूरत है। पीएम ने कहा, 'हम डिजिटल फिजी के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं। हम फिजी के साथ सौर और वायु ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।' करीब 8,49,000 लोगों की आबादी वाले देश फिजी में तकरीबन 37 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं।
इससे पहले फिजी के अल्बर्ट पार्क में पीएम मोदी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाये। मोदी भी गर्मजोशी से आम लोगों से मिले। इस दौरान मोदी के साथ फोटो खिचवाने की होड़ लगी रही। इस भव्य स्वागत के लिए मोदी ने सबको धन्यवाद दिया। अपने फिजी दौरे के दौरान मोदी स्कूली बच्चों से भी मिले।
मोदी की इस यात्रा की खास बात यह रही कि 33 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री फिजी पहुंचा है। वर्ष 1981 में इंदिरा गांधी फिजी गई थीं। उनके बाद मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो इस देश की यात्रा पर आए हैं। मोदी ने कहा कि जिस परंपरा की शुरुआत हुई है वह अब जारी रहेगी। अब 33 सालों का अंतराल नहीं होगा। मोदी की फिजी यात्रा कई मायने में यादगार बन गयी। मोदी ना केवल 33 साल बाद फिजी आने वाले भारतीय प्रधानमंत्री बने, बल्कि पहले अंतरराष्ट्रीय नेता भी बन गए जिसने फिजी की संसद को संबोधित किया।
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