शाह बोले-भाजपा बादल की मांग से सहमत नहीं
नई दिल्ली: केन्द्र सरकार गंभीर आरोपों में दोषी करार दिए गए सिख आतंकियों को रिहा करने के पक्ष में नहीं है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री व अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि लंबे समय से जेलों में बंद सिख आतंकवादियों को रिहा किया जाए।
सूत्रों के अनुसार बादल और सुखबीर सिंह बादल ने आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कातिलों सहित 13 आतंकवादियों की रिहाई की मांग की।
राजनाथ ने उनसे केवल इतना कहा कि इस मामले का कानूनी अध्ययन किया जाएगा। बादल ने मांग की कि सरकार कुछ खालिस्तानी आतंकियों को रिहा कर दे जो वृद्ध हो गए हैं और उनकी आंखों की रोशनी तक चली गई है।
बैठक के बाद गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस मांग को स्वीकार किए जाने की संभावना को रद्द कर दिया। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जेल में 20 साल पूरे करने वाले और बुजुर्ग लोगों के चुनिंदा मामलों में कानूनी राय ली जा सकती है मगर जो लोग गंभीर आरोपों में दोषी करार दिए गए हैं उनको रिहा नहीं किया जा सकता।
एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के मामले में नरम रवैया अपनाने का सवाल ही नहीं उठता। बादल और सुखबीर को किसी भी कैदी को रिहा करने का कोई वचन नहीं दिया गया। बेअंत सिंह की हत्या के दोषियों को रिहा करने का प्रश्न ही नहीं उठता।
अधिकारी ने कहा कि सरकार बेअंत सिंह की हत्या जैसे अपराध के लिए दोषी व्यक्तियों को ऐसे समय में रिहा नहीं कर सकती जब थाईलैंड ने भारत के बार-बार अनुरोध करने के बाद एक भगौड़े सिख आतंकवादी को गिरफ्तार किया हो। बब्बर खालसा इंटरनैशनल के पूर्व सदस्य गुरमीत सिंह उर्फ जगतार सिंह (तारा) को 5 जनवरी को थाईलैंड के चोनबुरी पूर्वी प्रांत से गिरफ्तार किया गया है।
तारा को 1995 में बेअंत सिंह और 17 अन्य लोगों की हत्या में संलिप्त होने के लिए उम्रकैद की सजा दी गई थी मगर वह चंडीगढ़ की एक जेल तोड़कर फरार हो गया था। सुखबीर ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अवतार सिंह मक्कड़ और संसद में अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा के साथ जेल में सजा की अवधि पूरी करने वाले कैदियों को मानवीय आधार पर रिहा करने के लिए गृह मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
इससे पूरे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को लिखे अपने पत्र में प्रकाश सिंह बादल ने लखविन्द्र सिंह, शमशेर सिंह, गुरमीत सिंह सहित 13 आतंकवादियों को समय से पूर्व रिहा करने की मांग की है जो बेअंत सिंह हत्याकांड के संबंध में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।
इस बीच भाजपा ने आज साफ किया है कि वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में जेल में बंद 5 लोगों सहित 13 दोषियों की ‘समय से पहले रिहाई’ के पक्ष में नहीं है।
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बेअंत सिंह हत्याकांड के दोषियों को ‘समय से पहले रिहा करने’ की मांग की है। उम्रकैद की सजा काट रहे 13 दोषियों को समय से पहले रिहा किए जाने की बादल की मांग से जुड़े एक सवाल के जवाब में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भाजपा इससे सहमत नहीं है।’’
सूत्रों के अनुसार बादल और सुखबीर सिंह बादल ने आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कातिलों सहित 13 आतंकवादियों की रिहाई की मांग की।
राजनाथ ने उनसे केवल इतना कहा कि इस मामले का कानूनी अध्ययन किया जाएगा। बादल ने मांग की कि सरकार कुछ खालिस्तानी आतंकियों को रिहा कर दे जो वृद्ध हो गए हैं और उनकी आंखों की रोशनी तक चली गई है।
बैठक के बाद गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस मांग को स्वीकार किए जाने की संभावना को रद्द कर दिया। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जेल में 20 साल पूरे करने वाले और बुजुर्ग लोगों के चुनिंदा मामलों में कानूनी राय ली जा सकती है मगर जो लोग गंभीर आरोपों में दोषी करार दिए गए हैं उनको रिहा नहीं किया जा सकता।
एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के मामले में नरम रवैया अपनाने का सवाल ही नहीं उठता। बादल और सुखबीर को किसी भी कैदी को रिहा करने का कोई वचन नहीं दिया गया। बेअंत सिंह की हत्या के दोषियों को रिहा करने का प्रश्न ही नहीं उठता।
अधिकारी ने कहा कि सरकार बेअंत सिंह की हत्या जैसे अपराध के लिए दोषी व्यक्तियों को ऐसे समय में रिहा नहीं कर सकती जब थाईलैंड ने भारत के बार-बार अनुरोध करने के बाद एक भगौड़े सिख आतंकवादी को गिरफ्तार किया हो। बब्बर खालसा इंटरनैशनल के पूर्व सदस्य गुरमीत सिंह उर्फ जगतार सिंह (तारा) को 5 जनवरी को थाईलैंड के चोनबुरी पूर्वी प्रांत से गिरफ्तार किया गया है।
तारा को 1995 में बेअंत सिंह और 17 अन्य लोगों की हत्या में संलिप्त होने के लिए उम्रकैद की सजा दी गई थी मगर वह चंडीगढ़ की एक जेल तोड़कर फरार हो गया था। सुखबीर ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अवतार सिंह मक्कड़ और संसद में अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा के साथ जेल में सजा की अवधि पूरी करने वाले कैदियों को मानवीय आधार पर रिहा करने के लिए गृह मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
इससे पूरे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को लिखे अपने पत्र में प्रकाश सिंह बादल ने लखविन्द्र सिंह, शमशेर सिंह, गुरमीत सिंह सहित 13 आतंकवादियों को समय से पूर्व रिहा करने की मांग की है जो बेअंत सिंह हत्याकांड के संबंध में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।
इस बीच भाजपा ने आज साफ किया है कि वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में जेल में बंद 5 लोगों सहित 13 दोषियों की ‘समय से पहले रिहाई’ के पक्ष में नहीं है।
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बेअंत सिंह हत्याकांड के दोषियों को ‘समय से पहले रिहा करने’ की मांग की है। उम्रकैद की सजा काट रहे 13 दोषियों को समय से पहले रिहा किए जाने की बादल की मांग से जुड़े एक सवाल के जवाब में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भाजपा इससे सहमत नहीं है।’’
No comments
सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com