PM मोदी और ओबामा की 'केमेस्ट्री' ने परमाणु करार की बाधाओं को किया दूर
-पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के बाद विदेश मंत्रालय की सचिव सुजाता सिंह ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच असैन्य परमाणु करार को लेकर सारे मतभेद दूर हो गए हैं और परमाणु जवाबदेही पर भी समझौता हुआ है।
-दोनों देश परमाणु सहयोग पर प्रतिबद्ध है। परमाणु डील की बाधा दूर हुई। सिंह ने बताया कि परमाणु करार पर तीन दौर की बातचीत के बाद सहमति बनी। दोनों देशों के बीच जेट इंजन के डिजायन और 10 साल के लिए रक्षा समझौता हुआ। इसके अलावा रक्षा क्षेत्र में कई मुद्दों पर सहमति बनी। उन्होंने बताया कि परमाणु जवाबदेही पर सहमति बनी। एटम एंश्योरेंस पूल में शामिल कंपनियां 750 करोड़ देंगी।
-ओबामा ने कहा-21वीं सदी में अमेरिका की सफलता के लिए भारत से दोस्ती महत्वपूर्ण है। हमने अपने रक्षा सहयोग समझौते के नवीकरण का फैसला किया है ताकि आतंकवाद विरोधी सहयोग को और बढ़ाया जा सके। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का अमेरिका समर्थन करता है।
-उक्रेन के संदर्भ में ओबामा ने कहा, हम रूस को कमजोर करना या उसकी अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करना नहीं चाहते, लेकिन साथ ही कोई बड़ा देश छोटे देश को धमकाए नहीं..रूस से हमारा सैन्य टकराव का कोई इरादा नहीं है।
-ओबामा ने कहा-अफगानिस्तान के लोगों के लिए हम मजबूत और विश्वसनीय भागीदार होने वाले हैं। भारत के साथ गहरे होते रिश्ते हमारे प्रशासन की विदेश नीति की एक शीर्ष प्राथमिकता रहेगी।
-ओबामा ने कहा कि भारत हमारा स्वभाविक सहयोगी है। चाय पर हमने अच्छी चर्चा की। आम लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच और बातचीत हरोगी। हम परमाणु समझौते पर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। व्यापार को 60 अरब डॉलर से 100 अरब डॉलर पर लेकर जाएंगे। दोनों देश निवेश के क्षेत्र में और आगे बढ़ेंगे।
-अमेरिकी राष्ट्रपति ने 'नमस्कार' संबोधन के साथ अपना बयान जारी किया। ओबामा ने कहा कि भारत में अपने स्वागत से वह अभिभूत हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि बनाने के लिए भारत का धन्यवाद दिया। मैं न्योते के लिए भारत का धन्यवाद देता हूं। ओबामा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में हम मिलकर काम कर सकते हैं। दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे।
पीएम मोदी ने कहा-भारत स्वतंत्र देश है और उसपर किसी देश या व्यक्ति का दबाव नहीं है। मेरे बराक के बीच ऐसी दोस्ती बन गई है कि हम आपस में गप मार लेते हैं और यह दोस्ती बराक-मोदी को ही नहीं बल्कि भारत और अमेरिका को भी करीब लाती है। मोदी ने कहा हमने मेरे और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच तथा हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हॉटलाइन स्थापित करने का फैसला किया।
मोदी ने कहा-अकेले में जो बातें होती हैं, उन्हें पर्दे में ही रहने दें, मोदी ने कहा। आज हमने दो ऐसे मुद्दों पर सहमति में सफलता हासिल की है, जो हमारे असैन्य परमाणु सहयोग को आगे बढ़ाने की क्षमता रखते हैं। हम इसके पूर्ण कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध हैं। ओबामा ने मुझे भरोसा दिलाया है कि अमेरिका चार बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण समूहों में भारत को पूर्ण सदस्यता दिलाने की दिशा में मजबूत प्रयास करेगा।
-पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश मिलकर लड़ेंगे। दोनों देश मिलकर रक्षा उपकरणों का विकास एवं वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए मिलकर काम करेंगे। मोदी ने कहा-भारत-US के बीच परमाणु करार के व्यावसायिक नतीजे अब दिखने शुरू होंगे। हम स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़े हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे। जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम करेंगे। कृषि, शिक्षा, और कौशल विकास पर साथ-साथ काम करेंगे।
-मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका साथ-साथ चलते हैं तो सब संभव होगा। दोनों देशों की दोस्ती विश्व शांति के लिए जरूरी है। मोदी ने परमाणु समझौते में सहयोग के लिए ओबामा का धन्यवाद दिया। दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाई पर आ गए हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच 6 साल व्यापारिक समझौते हुए।
-हैदराबाद हाउस में शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद साझा बयान जारी करते हुए पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि बनने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का धन्यवाद दिया। मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के संबंधों में बदलाव आ रहा है। मोदी ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद भारत आने के लिए समय निकालने के लिए वह आभार प्रकट करते हैं। भारतीय पीएम ने मिशेल ओबामा को भी धन्यवाद कहा।
-भारत और अमेरिका ने असैन्य परमाणु करार के परिचालन को लेकर सफलता अर्जित की। ओबामा के दखल के बाद दोनों देश समझौते के लिए सहमत हुए। साल 2008 से यह समझौता लंबित था। अमेरिका भारतीय रिएक्टरों की निगरानी नहीं करेगा। इस बारे में आधिकारिक रूप से थोड़ी देर में ऐलान किया जाएगा। अगले साल से इस समझौते के लागू होने की संभावना है।
-शाम चार बजे के करीब पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के बीच शिष्टमंडल स्तर की बातचीत जारी है। पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री अरुण जेटली के साथ शीर्ष स्तर के अधिकारी मौजदू हैं जबकि ओबामा के साथ उनका प्रतिनिधिमंडल है। दोनों पक्षों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत चल रही है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाऊस के परिसर में 'वॉक द टॉक' किया। बाद में दोनों नेताओं ने चाय पीते हुए विभिन्न मसलों पर चर्चा की। खास बात यह है कि पीएम मोदी ने खुद चाय बनाकर राष्ट्रपति ओबामा को भेंट की।
-मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच अजमेर, विशाखापट्टनम, इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने पर समझौता हुआ है। दोनों देश आज साढ़े तीन बजे सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे।
-बराक ओबामा और मोदी के बीच बैठक में परमाणु करार पर समझौता हो सकता है। सूत्रों की मानें तो दोनों नेता एच-1 वीजा को लेकर अहम कदम उठाए जा सकते हैं। रक्षा क्षेत्र में 10 साल का एजेंडा तय हो सकता है। तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने पर समझौता हो सकता है। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन और कार्बन उत्सर्जन के बारे में चर्चा हो सकती है। यही नहीं, आतंरिक सुरक्षा पर भी बातचीत होने की उम्मीद है।
ओबामा-मोदी के बीच असैन्य परमाणु करार, अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जिसमें काफी समय से रूके पड़े असैन्य परमाणु करार से संबंधित बाधाओं को दूर करने के साथ रक्षा, कारोबार, वाणिज्य और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में संबंधों को आगे बढ़ाना शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि परमाणु मुद्दे पर प्रगति हुई है और भारत इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अमेरिका के साथ मिलकर प्रभावी ढंग से काम करने को आशान्वित है। भारत की जवाबदेही से जुड़ा कानून आपूर्तिकर्ता को परमाणु दुर्घटना की स्थिति में सीधे जवाबदेह ठहराता है जबकि फ्रांस और अमेरिका ने भारत से वैश्विक मापदंडों का पालन करने को कहा है जिसके तहत प्राथमिक जवाबदेही परिचालक की बनती है।
चूंकी देश में सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र सरकारी स्वामित्व वाले भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड द्वारा संचालित हैं, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का पालन करने का अर्थ होगा कि दुर्घटना के मामलों में सरकार को नुकसान की भरपायी करनी होगी।
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में असैन्य परमाणु करार पर आगे बढ़ने के साथ रक्षा सहयोग समझौते को मजबूत बनाने और कारोबार एवं निवेश समेत विविध क्षेत्रों में संबंधों को व्यापक बनाने पर जोर है क्योंकि दोनों देश ओबामा की यात्रा के ‘शानदार परिणाम’ निकालने की दिशा में काफी परिश्रम कर रहे हैं। ओबामा की तीन दिनों की भारत यात्रा का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि मोदी ने आज प्रोटोकाल से अलग हटते हुए पालम हवाई अड्डे पर स्वयं अमेरिकी राष्ट्रपति की आगवानी की।
अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी पत्नी मिशेल और एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ भारत आए हैं। ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति है। इससे पहले राष्ट्रपति ओबामा का यहां आने पर भव्य स्वागत किया गया और राष्ट्रपति भवन में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति भवन से ओबामा सीधे राजघाट गए और राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
राजघाट से ओबामा सीधे हैदराबाद हाउस पहुंचे जहां मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की। अधिकारियों ने ओबामा की भारत यात्रा को हाल के समय में भारत के साथ महत्वपूर्ण राजनयिक संवाद बताया है। इनका मानना है कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान रक्षा, सुरक्षा, आतंकवाद निरोध और भारत के पडोस की स्थिति समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
-हैदराबाद हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता जारी है। दोनों देशों के बीच परमाणु समझौता होने की उम्मीद जताई जा रही है। रक्षा क्षेत्र में 10 साल का एजेंडा शुरू हो सकता है।
-अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैदराबाद हाउस पहुंच गए हैं। पीएम मोदी यहां पहले से ही मौजूद हैं। आज दिन के तीन बजकर पांच मिनट पर मोदी और ओबामा मीडिया से बात करेंगे। मोदी और ओबामा की बैठक में परमाणु करार पर समझौता हो सकता है। दो बजकर पंद्रह मिनट पर भारत और अमेरिका के शिष्टमंडल बात करेंगे। आज दिन में ओबामा और मोदी के बीच यह तीसरी मुलाकात है।
-इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद हाउस पहुंच गए हैं। हैदराबाद हाउस में भारत और अमेरिका दोनों देशों के कई सारे राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए हैं। हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज इस बार पहले से कहीं ज्यादा हैं। ओबामा के लिए दोपहर के भोज में ढेर सारे भारतीय पकवानों-व्यंजनों की व्यवस्था की गई है। थोड़ी देर में ओबामा भी हैदराबाद हाउस पहुंच जाएंगे।
-दोनों देश परमाणु सहयोग पर प्रतिबद्ध है। परमाणु डील की बाधा दूर हुई। सिंह ने बताया कि परमाणु करार पर तीन दौर की बातचीत के बाद सहमति बनी। दोनों देशों के बीच जेट इंजन के डिजायन और 10 साल के लिए रक्षा समझौता हुआ। इसके अलावा रक्षा क्षेत्र में कई मुद्दों पर सहमति बनी। उन्होंने बताया कि परमाणु जवाबदेही पर सहमति बनी। एटम एंश्योरेंस पूल में शामिल कंपनियां 750 करोड़ देंगी।
-ओबामा ने कहा-21वीं सदी में अमेरिका की सफलता के लिए भारत से दोस्ती महत्वपूर्ण है। हमने अपने रक्षा सहयोग समझौते के नवीकरण का फैसला किया है ताकि आतंकवाद विरोधी सहयोग को और बढ़ाया जा सके। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का अमेरिका समर्थन करता है।
-उक्रेन के संदर्भ में ओबामा ने कहा, हम रूस को कमजोर करना या उसकी अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करना नहीं चाहते, लेकिन साथ ही कोई बड़ा देश छोटे देश को धमकाए नहीं..रूस से हमारा सैन्य टकराव का कोई इरादा नहीं है।
-ओबामा ने कहा-अफगानिस्तान के लोगों के लिए हम मजबूत और विश्वसनीय भागीदार होने वाले हैं। भारत के साथ गहरे होते रिश्ते हमारे प्रशासन की विदेश नीति की एक शीर्ष प्राथमिकता रहेगी।
-ओबामा ने कहा कि भारत हमारा स्वभाविक सहयोगी है। चाय पर हमने अच्छी चर्चा की। आम लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच और बातचीत हरोगी। हम परमाणु समझौते पर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। व्यापार को 60 अरब डॉलर से 100 अरब डॉलर पर लेकर जाएंगे। दोनों देश निवेश के क्षेत्र में और आगे बढ़ेंगे।
-अमेरिकी राष्ट्रपति ने 'नमस्कार' संबोधन के साथ अपना बयान जारी किया। ओबामा ने कहा कि भारत में अपने स्वागत से वह अभिभूत हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि बनाने के लिए भारत का धन्यवाद दिया। मैं न्योते के लिए भारत का धन्यवाद देता हूं। ओबामा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में हम मिलकर काम कर सकते हैं। दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे।
पीएम मोदी ने कहा-भारत स्वतंत्र देश है और उसपर किसी देश या व्यक्ति का दबाव नहीं है। मेरे बराक के बीच ऐसी दोस्ती बन गई है कि हम आपस में गप मार लेते हैं और यह दोस्ती बराक-मोदी को ही नहीं बल्कि भारत और अमेरिका को भी करीब लाती है। मोदी ने कहा हमने मेरे और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच तथा हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हॉटलाइन स्थापित करने का फैसला किया।
मोदी ने कहा-अकेले में जो बातें होती हैं, उन्हें पर्दे में ही रहने दें, मोदी ने कहा। आज हमने दो ऐसे मुद्दों पर सहमति में सफलता हासिल की है, जो हमारे असैन्य परमाणु सहयोग को आगे बढ़ाने की क्षमता रखते हैं। हम इसके पूर्ण कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध हैं। ओबामा ने मुझे भरोसा दिलाया है कि अमेरिका चार बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण समूहों में भारत को पूर्ण सदस्यता दिलाने की दिशा में मजबूत प्रयास करेगा।
-पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश मिलकर लड़ेंगे। दोनों देश मिलकर रक्षा उपकरणों का विकास एवं वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए मिलकर काम करेंगे। मोदी ने कहा-भारत-US के बीच परमाणु करार के व्यावसायिक नतीजे अब दिखने शुरू होंगे। हम स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़े हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे। जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम करेंगे। कृषि, शिक्षा, और कौशल विकास पर साथ-साथ काम करेंगे।
-मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका साथ-साथ चलते हैं तो सब संभव होगा। दोनों देशों की दोस्ती विश्व शांति के लिए जरूरी है। मोदी ने परमाणु समझौते में सहयोग के लिए ओबामा का धन्यवाद दिया। दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाई पर आ गए हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच 6 साल व्यापारिक समझौते हुए।
-हैदराबाद हाउस में शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद साझा बयान जारी करते हुए पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि बनने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का धन्यवाद दिया। मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के संबंधों में बदलाव आ रहा है। मोदी ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद भारत आने के लिए समय निकालने के लिए वह आभार प्रकट करते हैं। भारतीय पीएम ने मिशेल ओबामा को भी धन्यवाद कहा।
-भारत और अमेरिका ने असैन्य परमाणु करार के परिचालन को लेकर सफलता अर्जित की। ओबामा के दखल के बाद दोनों देश समझौते के लिए सहमत हुए। साल 2008 से यह समझौता लंबित था। अमेरिका भारतीय रिएक्टरों की निगरानी नहीं करेगा। इस बारे में आधिकारिक रूप से थोड़ी देर में ऐलान किया जाएगा। अगले साल से इस समझौते के लागू होने की संभावना है।
-शाम चार बजे के करीब पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के बीच शिष्टमंडल स्तर की बातचीत जारी है। पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री अरुण जेटली के साथ शीर्ष स्तर के अधिकारी मौजदू हैं जबकि ओबामा के साथ उनका प्रतिनिधिमंडल है। दोनों पक्षों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत चल रही है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाऊस के परिसर में 'वॉक द टॉक' किया। बाद में दोनों नेताओं ने चाय पीते हुए विभिन्न मसलों पर चर्चा की। खास बात यह है कि पीएम मोदी ने खुद चाय बनाकर राष्ट्रपति ओबामा को भेंट की।
-मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच अजमेर, विशाखापट्टनम, इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने पर समझौता हुआ है। दोनों देश आज साढ़े तीन बजे सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे।
-बराक ओबामा और मोदी के बीच बैठक में परमाणु करार पर समझौता हो सकता है। सूत्रों की मानें तो दोनों नेता एच-1 वीजा को लेकर अहम कदम उठाए जा सकते हैं। रक्षा क्षेत्र में 10 साल का एजेंडा तय हो सकता है। तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने पर समझौता हो सकता है। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन और कार्बन उत्सर्जन के बारे में चर्चा हो सकती है। यही नहीं, आतंरिक सुरक्षा पर भी बातचीत होने की उम्मीद है।
ओबामा-मोदी के बीच असैन्य परमाणु करार, अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जिसमें काफी समय से रूके पड़े असैन्य परमाणु करार से संबंधित बाधाओं को दूर करने के साथ रक्षा, कारोबार, वाणिज्य और जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में संबंधों को आगे बढ़ाना शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि परमाणु मुद्दे पर प्रगति हुई है और भारत इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अमेरिका के साथ मिलकर प्रभावी ढंग से काम करने को आशान्वित है। भारत की जवाबदेही से जुड़ा कानून आपूर्तिकर्ता को परमाणु दुर्घटना की स्थिति में सीधे जवाबदेह ठहराता है जबकि फ्रांस और अमेरिका ने भारत से वैश्विक मापदंडों का पालन करने को कहा है जिसके तहत प्राथमिक जवाबदेही परिचालक की बनती है।
चूंकी देश में सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र सरकारी स्वामित्व वाले भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड द्वारा संचालित हैं, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का पालन करने का अर्थ होगा कि दुर्घटना के मामलों में सरकार को नुकसान की भरपायी करनी होगी।
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में असैन्य परमाणु करार पर आगे बढ़ने के साथ रक्षा सहयोग समझौते को मजबूत बनाने और कारोबार एवं निवेश समेत विविध क्षेत्रों में संबंधों को व्यापक बनाने पर जोर है क्योंकि दोनों देश ओबामा की यात्रा के ‘शानदार परिणाम’ निकालने की दिशा में काफी परिश्रम कर रहे हैं। ओबामा की तीन दिनों की भारत यात्रा का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि मोदी ने आज प्रोटोकाल से अलग हटते हुए पालम हवाई अड्डे पर स्वयं अमेरिकी राष्ट्रपति की आगवानी की।
अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी पत्नी मिशेल और एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ भारत आए हैं। ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति है। इससे पहले राष्ट्रपति ओबामा का यहां आने पर भव्य स्वागत किया गया और राष्ट्रपति भवन में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति भवन से ओबामा सीधे राजघाट गए और राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
राजघाट से ओबामा सीधे हैदराबाद हाउस पहुंचे जहां मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की। अधिकारियों ने ओबामा की भारत यात्रा को हाल के समय में भारत के साथ महत्वपूर्ण राजनयिक संवाद बताया है। इनका मानना है कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान रक्षा, सुरक्षा, आतंकवाद निरोध और भारत के पडोस की स्थिति समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
-हैदराबाद हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता जारी है। दोनों देशों के बीच परमाणु समझौता होने की उम्मीद जताई जा रही है। रक्षा क्षेत्र में 10 साल का एजेंडा शुरू हो सकता है।
-अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैदराबाद हाउस पहुंच गए हैं। पीएम मोदी यहां पहले से ही मौजूद हैं। आज दिन के तीन बजकर पांच मिनट पर मोदी और ओबामा मीडिया से बात करेंगे। मोदी और ओबामा की बैठक में परमाणु करार पर समझौता हो सकता है। दो बजकर पंद्रह मिनट पर भारत और अमेरिका के शिष्टमंडल बात करेंगे। आज दिन में ओबामा और मोदी के बीच यह तीसरी मुलाकात है।
-इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद हाउस पहुंच गए हैं। हैदराबाद हाउस में भारत और अमेरिका दोनों देशों के कई सारे राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए हैं। हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज इस बार पहले से कहीं ज्यादा हैं। ओबामा के लिए दोपहर के भोज में ढेर सारे भारतीय पकवानों-व्यंजनों की व्यवस्था की गई है। थोड़ी देर में ओबामा भी हैदराबाद हाउस पहुंच जाएंगे।
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