भाजपा की बढ़ी मुश्किलें शायद मुस्लिमों को मंजूर नहीं भाजपा के मुस्लिम उम्मीदवार
भोपाल : भाजपा तमाम कोशिशें कर रही है, लेकिन मुस्लिम तबके को शायद भाजपा की फिक्र नहीं है। निकाय चुनाव में भाजपा ने मुस्लिम उम्मीदवारों पर जो दांव खेला, वह भी उतना कारगर साबित नहीं हुआ है। प्रदेश के 4 नगर निगमों समेत कुल 9 नगरीय निकायों में भाजपा ने 26 मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन केवल 3 उम्मीदवार ही जीत सके। ये दांव भी पार्टी ने केवल उन्हीं इलाकों में लगाया था, जहां मुस्लिमों का बाहुल्य है। लेकिन यहां या तो निर्दलीय उम्मीदवार जीते या कांग्रेस का कैंडिडेट जीता।
26 मुस्लिमों को टिकट, जीते सिर्फ 3
भोपाल के मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में भाजपा ने 9 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन जीत कर आई केवल एक उम्मीदवार। जबलपुर में 7 मुस्लिमों को टिकट दिया था, लेकिन विजयी हुआ केवल एक उम्मीदवार। इंदौर के 8 मुस्लिमों में से केवल 1 उम्मीदवार ही जीत सका। छिंदवाड़ा में 2 मुस्लिमों को मैदान में उतारा था, जीता एक भी नहीं।
पहली बार इतने मुस्लिमों को टिकट
भाजपा पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वो मुस्लिम को टिकट देने में आनाकानी करती है। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की 29 सीट में से किसी मुस्लिम नेता को उम्मीदवार नहीं बनाया था। विधानसभा चुनाव में कुल 230 में से केवल भोपाल की एक सीट पर 1 नेता को टिकट दी गई। लेकिन जब निकाय चुनाव में भरोसा करने की कोशिश हुई तो नतीजों में निराशा हाथ लगी।
मुस्लिम इलाकों में स्वीकार्यता बढ़ी : हिदायतुल्ला शेख
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिदायतुल्ला शेख ने सफाई दी कि कई इलाकों में भले ही मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीते हैं, लेकिन इन इलाकों में पार्टी के प्रति स्वीकार्यता बढ़ी है। पहले जहां भाजपा को वोट नहीं मिलते थे, वहां पार्टी के टिकट पर उम्मीदवार को समर्थन मिल रहा है।
26 मुस्लिमों को टिकट, जीते सिर्फ 3
भोपाल के मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में भाजपा ने 9 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन जीत कर आई केवल एक उम्मीदवार। जबलपुर में 7 मुस्लिमों को टिकट दिया था, लेकिन विजयी हुआ केवल एक उम्मीदवार। इंदौर के 8 मुस्लिमों में से केवल 1 उम्मीदवार ही जीत सका। छिंदवाड़ा में 2 मुस्लिमों को मैदान में उतारा था, जीता एक भी नहीं।
पहली बार इतने मुस्लिमों को टिकट
भाजपा पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वो मुस्लिम को टिकट देने में आनाकानी करती है। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की 29 सीट में से किसी मुस्लिम नेता को उम्मीदवार नहीं बनाया था। विधानसभा चुनाव में कुल 230 में से केवल भोपाल की एक सीट पर 1 नेता को टिकट दी गई। लेकिन जब निकाय चुनाव में भरोसा करने की कोशिश हुई तो नतीजों में निराशा हाथ लगी।
मुस्लिम इलाकों में स्वीकार्यता बढ़ी : हिदायतुल्ला शेख
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिदायतुल्ला शेख ने सफाई दी कि कई इलाकों में भले ही मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीते हैं, लेकिन इन इलाकों में पार्टी के प्रति स्वीकार्यता बढ़ी है। पहले जहां भाजपा को वोट नहीं मिलते थे, वहां पार्टी के टिकट पर उम्मीदवार को समर्थन मिल रहा है।
No comments
सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com