जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री सईद का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन हो गया है। वे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने आज सुबह 8 बजे अंतिम सांस ली। वे 79 साल के थे।
वे 24 दिसंबर से ही एम्स में भर्ती थे। वे पिछले साल ही जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे। मुफ्ती पिछले काफी वक्त से ऐसे संकेत दे रहे थे कि वे अपनी विरासत अपनी बेटी महबूबा मुफ्ती को सौंपना चाह रहे थे।
अब उनके निधन के बाद माना जा रहा है कि उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की अगली मुख्यमंत्री बन सकती हैं। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी पार्टी पीडीपी की ओर से भी इस बात की सहमति है।
मुफ्ती मोहम्मद सईद के जीवन पर एक नज़र
12 जनवरी 1936 को जन्म।
क़ानून और अरब इतिहास में डिग्री ली।
1962 में चुनावी सफ़र शुरू किया।
1987 तक कांग्रेस के सदस्य।
कांग्रेस छोड़ वीपी सिंह के जन मोर्चा में शामिल।
1989 में देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री बने।
1989-1990 के बीच देश के गृहमंत्री।
नरसिम्हा राव सरकार में फिर कांग्रेस में शामिल।
1999 में कांग्रेस छोड़ पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) बनाई।
2002 में पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने।
1 मार्च 2015 को दूसरी बार सीएम बने।
बीजेपी के समर्थन से बनाई सरकार।
79 साल की उम्र में निधन।
वे 24 दिसंबर से ही एम्स में भर्ती थे। वे पिछले साल ही जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे। मुफ्ती पिछले काफी वक्त से ऐसे संकेत दे रहे थे कि वे अपनी विरासत अपनी बेटी महबूबा मुफ्ती को सौंपना चाह रहे थे।
अब उनके निधन के बाद माना जा रहा है कि उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की अगली मुख्यमंत्री बन सकती हैं। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी पार्टी पीडीपी की ओर से भी इस बात की सहमति है।
मुफ्ती मोहम्मद सईद के जीवन पर एक नज़र
12 जनवरी 1936 को जन्म।
क़ानून और अरब इतिहास में डिग्री ली।
1962 में चुनावी सफ़र शुरू किया।
1987 तक कांग्रेस के सदस्य।
कांग्रेस छोड़ वीपी सिंह के जन मोर्चा में शामिल।
1989 में देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री बने।
1989-1990 के बीच देश के गृहमंत्री।
नरसिम्हा राव सरकार में फिर कांग्रेस में शामिल।
1999 में कांग्रेस छोड़ पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) बनाई।
2002 में पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने।
1 मार्च 2015 को दूसरी बार सीएम बने।
बीजेपी के समर्थन से बनाई सरकार।
79 साल की उम्र में निधन।
PM मोदी बोले- कोई नहीं ले सकता मुफ्ती साहब की जगह
पीएम मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि मुफ्ती साहब की जगह कोई नहीं ले सकता. अपनी लंबी सियासी यात्रा में हर राजनीतिक धारा से उनके बहुत से प्रशंसक रहे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बहुत से सुधार किए. हम उन्हें भूल नहीं पाएंगे.
निर्मल सिंह बोले- काम आएगा सईद का अनुभव
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि सईद का अनुभव प्रशासन के काम आ रहा था और आगे भी आएगा. बीते दस महीनों में उन्होंने लगकर चीजों को जो दिशा दी, उससे आने वाले समय में यह सरकार अच्छी चलेगी. वह हर छोटी से छोटी बात पर ध्यान देते थे. उन्होंने पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर काम किया.
राम माधव बोले- विजनरी नेता थे सईद
बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि सईद विजनरी नेता थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन मजबूत जम्मू-कश्मीर के लिए समर्पित कर दिया. ऐसे मोड़ पर उनका जाना बेहद दुखद है.
पीएम मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि मुफ्ती साहब की जगह कोई नहीं ले सकता. अपनी लंबी सियासी यात्रा में हर राजनीतिक धारा से उनके बहुत से प्रशंसक रहे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बहुत से सुधार किए. हम उन्हें भूल नहीं पाएंगे.
निर्मल सिंह बोले- काम आएगा सईद का अनुभव
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि सईद का अनुभव प्रशासन के काम आ रहा था और आगे भी आएगा. बीते दस महीनों में उन्होंने लगकर चीजों को जो दिशा दी, उससे आने वाले समय में यह सरकार अच्छी चलेगी. वह हर छोटी से छोटी बात पर ध्यान देते थे. उन्होंने पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर काम किया.
राम माधव बोले- विजनरी नेता थे सईद
बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि सईद विजनरी नेता थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन मजबूत जम्मू-कश्मीर के लिए समर्पित कर दिया. ऐसे मोड़ पर उनका जाना बेहद दुखद है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर के सीएम मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं. जम्मू-कश्मीर और देश को दी गई उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।'
वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किए शोक संदेश में कहा कि सीएम मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन से गहरा दुख पहुंचा है। उन्हें आम लोगों खास तौर पर कमज़ोर तबके के लिए उनके प्यार के लिए याद किया जाएगा। सईद जी को जम्मू-कश्मीर से जुड़े मसलों की गहरी समझ थी। वो घाटी में स्थायी शांति चाहते थे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए सईद के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'मुझे अभी-अभी मुफ़्ती साहब के निधन का दुखद समाचार मिला। उनकी आत्मा को शांति मिले। मेरी संवेदनाएं मुफ़्ती परिवार के साथ हैं। ये परिवार के लिए मुश्किल समय है। मैं और मेरे परिवार की संवेदनाएं उनके साथ हैं।'
वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किए शोक संदेश में कहा कि सीएम मुफ़्ती मोहम्मद सईद के निधन से गहरा दुख पहुंचा है। उन्हें आम लोगों खास तौर पर कमज़ोर तबके के लिए उनके प्यार के लिए याद किया जाएगा। सईद जी को जम्मू-कश्मीर से जुड़े मसलों की गहरी समझ थी। वो घाटी में स्थायी शांति चाहते थे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए सईद के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'मुझे अभी-अभी मुफ़्ती साहब के निधन का दुखद समाचार मिला। उनकी आत्मा को शांति मिले। मेरी संवेदनाएं मुफ़्ती परिवार के साथ हैं। ये परिवार के लिए मुश्किल समय है। मैं और मेरे परिवार की संवेदनाएं उनके साथ हैं।'
No comments
सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com