गणपति बप्पा मोरया! देशभर में गणेश चतुर्थी की धूम, जानें शुभ मुहूर्त
नई दिल्ली: आज गणेश चतुर्थी है। पूरे महाराष्ट्र सहित मुंबई में अगले 10 दिनों तक गणेशोत्सव की धूम रहेगी। सोमवार सुबह से ही मंदिरों, घरों और गणेश पंडालों में गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया के जयकारे गूंजने लगे है। गणपति के हर मंदिर में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है।
मुंबई के लोग बड़े ही धूमधाम से गणेशोत्सव मना रहे हैं। इस उत्सव के दौरान लोग जाति-वर्ग आदि से ऊपर उठकर गणपति की पूजा करते हैं। इस बार भी मुंबई के लोग श्रद्धा के साथ ‘गणपति बप्पा मोरिया’ का उद्घोष कर रहे हैं। पौराणिक मान्यता के मुताबिक भगवान गणेश विद्या, ज्ञान और समृद्धि के देवता हैं।
चार संयोगोंके साथ सोमवार को चतुर्थी पर श्रीगणेश की स्थापनाएं होंगी। इस दिन रवि योग, शुक्ल योग, चित्रा नक्षत्र और अगस्त तारे का उदय यह चार संयोग बन रहे हैं। जो कई साल बाद चतुर्थी पर एकसाथ होंगे।
चातुर्मास में अगस्त तारे का उदय धन-धान्य में वृद्धि करने वाला रहेगा। चतुर्थी पर सूर्योदय के समय सुबह 06.15 से दोपहर 02.45 बजे तक लगभग सारे संयोग बने रहेंगे, जो सभी राशि वालों के लिए समृद्धिकारक होंगे। उन्होंने बताया कि चतुर्थी पर इस बार भद्रा का साया रहेगा, लेकिन श्रीगणेश विघ्नहर्ता हैं। इसलिए मूर्ति स्थापना में भद्रा काल बाधक नहीं होगा।
गणेश जी का जन्म भाद्र शुक्ल चतुर्थी पर दोपहर में हुआ था। इस कारण भद्रा के दौरान भी श्रद्धालु मूर्ति स्थापना कर सकेंगे। दोपहर में 12.15 से 1 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में स्थापना कर पूजन करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
गणेशचतुर्थी की पूजन विधि : ज्योतिषी पंडित ने बताया कि सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। शास्त्रों में मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा की स्थापना को ही श्रेष्ठ माना है। संकल्प मंत्र के बाद षोडशोपचार पूजन आरती करें। गणेश जी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। मंत्र बोलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाएं। 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। इनमें से पांच लड्डू मूर्ति के पास रखें और पांच ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद रूप में बांट दें। ब्राह्मणों को भोजन कराएं। उन्हें दक्षिणा देने के बाद शाम के समय स्वयं भोजन करें।
यहां-यहांहोंगे कार्यक्रम : लालपौ, खरादिया मोहल्ला, लक्ष्मण का छता पर शहर में बड़े कार्यक्रम होंगे। इसके लिए घरों में भी गणेश स्थापना की जाएगी। कस्बा पूंडरी, कलायत, गुहला में भी प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
पूजा और स्थापना के मुहूर्त
अमृतसुबह 6 बजे से 7:40 बजे तक
शुभ सुबह 9 बजे से 10:40 बजे तक
चल दोपहर 1:50 बजे से 2:20 बजे तक
लाभ दोपहर 2:20 बजे से 4:45 बजे तक
अमृत शाम 4:45 बजे से 6:20 बजे तक
चर शाम 6:20 बजे से 8 बजे तक
मुंबई के लोग बड़े ही धूमधाम से गणेशोत्सव मना रहे हैं। इस उत्सव के दौरान लोग जाति-वर्ग आदि से ऊपर उठकर गणपति की पूजा करते हैं। इस बार भी मुंबई के लोग श्रद्धा के साथ ‘गणपति बप्पा मोरिया’ का उद्घोष कर रहे हैं। पौराणिक मान्यता के मुताबिक भगवान गणेश विद्या, ज्ञान और समृद्धि के देवता हैं।
चार संयोगोंके साथ सोमवार को चतुर्थी पर श्रीगणेश की स्थापनाएं होंगी। इस दिन रवि योग, शुक्ल योग, चित्रा नक्षत्र और अगस्त तारे का उदय यह चार संयोग बन रहे हैं। जो कई साल बाद चतुर्थी पर एकसाथ होंगे।
चातुर्मास में अगस्त तारे का उदय धन-धान्य में वृद्धि करने वाला रहेगा। चतुर्थी पर सूर्योदय के समय सुबह 06.15 से दोपहर 02.45 बजे तक लगभग सारे संयोग बने रहेंगे, जो सभी राशि वालों के लिए समृद्धिकारक होंगे। उन्होंने बताया कि चतुर्थी पर इस बार भद्रा का साया रहेगा, लेकिन श्रीगणेश विघ्नहर्ता हैं। इसलिए मूर्ति स्थापना में भद्रा काल बाधक नहीं होगा।
गणेश जी का जन्म भाद्र शुक्ल चतुर्थी पर दोपहर में हुआ था। इस कारण भद्रा के दौरान भी श्रद्धालु मूर्ति स्थापना कर सकेंगे। दोपहर में 12.15 से 1 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में स्थापना कर पूजन करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
गणेशचतुर्थी की पूजन विधि : ज्योतिषी पंडित ने बताया कि सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। शास्त्रों में मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा की स्थापना को ही श्रेष्ठ माना है। संकल्प मंत्र के बाद षोडशोपचार पूजन आरती करें। गणेश जी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। मंत्र बोलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाएं। 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। इनमें से पांच लड्डू मूर्ति के पास रखें और पांच ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद रूप में बांट दें। ब्राह्मणों को भोजन कराएं। उन्हें दक्षिणा देने के बाद शाम के समय स्वयं भोजन करें।
यहां-यहांहोंगे कार्यक्रम : लालपौ, खरादिया मोहल्ला, लक्ष्मण का छता पर शहर में बड़े कार्यक्रम होंगे। इसके लिए घरों में भी गणेश स्थापना की जाएगी। कस्बा पूंडरी, कलायत, गुहला में भी प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
पूजा और स्थापना के मुहूर्त
अमृतसुबह 6 बजे से 7:40 बजे तक
शुभ सुबह 9 बजे से 10:40 बजे तक
चल दोपहर 1:50 बजे से 2:20 बजे तक
लाभ दोपहर 2:20 बजे से 4:45 बजे तक
अमृत शाम 4:45 बजे से 6:20 बजे तक
चर शाम 6:20 बजे से 8 बजे तक
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