जब एक TI से दूसरे TI ने बोला- अरे! तुम भी गालियां खा रहे हो?
इंदौर। जिस पुलिस का नाम सुनकर अच्छे-अच्छों के हाथ-पांव फूल जाते हैं, अगर उसी पुलिस को दो महीने से गालियां पड़ रही हों और वह कुछ न कर पाए तो मामला गंभीर हो जाता है। दरअसल, किसी ने आईजी, डीआईजी समेत कई पुलिस अधिकारियों और एक महिला सीए का नंबर हैक कर लिया। वह रात को सीए के नंबर से पुलिस अधिकारियों और इनके नंबर से सीए के साथ गाली-गलौज करने लगा। उसके निशाने पर इंदौर में पदस्थ एक सीएसपी सहित रावजी बाजार, जूनी इंदौर, चंदन नगर क्षेत्र के टीआई सहित आधा दर्जन पुलिस अफसर भी थे। गालियों से परेशान पुलिस ने जब सीए और उसके इंजीनियर भाई को पकड़ा तो उनका कहना था कि हमें तो आईजी, एसपी गालियां दे रहे हैं। उन्होंने इन बंगलों के नंबरों की लिस्ट पुलिस को दी। जब पुलिस ने खुद की और सीए के परिवार की कॉल डिटेल निकलवाई तो उन्हें हैकिंग का माजरा समझ में आया।फिलहाल गालियों से तिलमिलाई पुलिस हैकर्स को ढूंढ रही है।
अरे! तुम भी गालियां खा रहे हो?
गालियों से परेशान जूनी इंदौर टीआई ने अपनी परेशानी चंदन नगर टीआई को बताई। उनका कहना था कि कोई शख्स दो महीने से रात को 1 बजे मोबाइल पर गालियां दे रहा है। इस पर चंदन नगर टीआई का जवाब था कि- अच्छा! तुम्हें भी कोई गालियां दे रहा है। जूनी इंदौर के टीआई ने कहा-मतलब? तो चंदन नगर के टीआई बोले- यार, मैं तो बड़ा परेशान हूं। रात को 1 बजे सो रहा था कि मोबाइल बजा। मैंने उठाया तो हैलो बोलते ही गालियां सुनाई दीं। स्पीकर आॅन हो गया तो पत्नी ने भी सुन लिया, तब से वो ताने मार रही है। दोनों टीआई ने मिलकर रावजी बाजार के टीआई को घटना बताई तो उनका भी जवाब कुछ ऐसा था कि तुम भी गालियां सुन रहे हो। यार मैं भी परेशान हूं। कुछ इंतजाम करना होगा। ये एक पुलिस अधिकारी के साथ नहीं, बल्कि दर्जनों के साथ हो रहा था। हैरान-परेशान पुलिस अधिकारियों ने मोबाइल नंबर की पड़ताल की तो वो इंदौर के एक नामी टैक्स टैक्टिशनर अरविंद गुप्ता का निकला। इनका एक भाई वासु इंजीनियर तो पत्नी सीए है। जब अधिकारियों ने मोबाइल लगाकर थाने आने को कहा तो उधर से महिला सीए बबिता गुप्ता ने पुलिस वालों को जमकर फटकारा और कहा कि तेरे जैसे पुलिस वालों को तो बीच चौराहे पर सूली पर टांग दूंगी। दरअसल, महिला को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। फटकार से गुस्साई पुलिस जब सीए के घर पहुंची, तो उन्हें माजरा समझ आया कि ये तो असली पुलिस है। थाने में महिला और उसके पति ने बताया कि हम आपको नहीं, बल्कि आपके डीआईजी और पुलिस अधिकारी हमें 2 महीने से गालियां दे रहे हैं। ये रही नंबरों की लिस्ट।
दो महीने से गालियां खा रहे टीआई ने भरोसा नहीं किया
जब महिला और उसके पति की कॉल डिटेल निकलवाई गई तो आउट गोइंग कॉल में एक भी पुलिस अधिकारी का नंबर नहीं था, जबकि इनकमिंग में आईजी और एसपी बंगले सहित तमाम पुलिस वालों के नंबर थे। अब कॉल डिटेल देखकर घनचक्कर हो चुकी पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद ली तो पता चला कि कोई नेट कॉलिंग के इंटरनेशनल रूट से पुलिस और महिला के परिवार का परेशान कर रहा है। बदनामी के डर से पुलिस ने मामला तो दर्ज न करके केवल आवेदन लेकर क्राइम ब्रांच को मामला सौंपा है।
शुक्र मना चंदन नगर टीआई को नहीं मिला
जूनी इंदौर पुलिस ने जब सीए और उसके पति को पकड़ा तो उनका कहना था कि हमें आप लोग गालियां दे रहे हैं। इस पर जूनी इंदौर टीआई का कहना था- शुक्र मनाओ कि मैंने पकड़ा है, अगर चंदन नगर टीआई के हत्थे चढ़ जाते तो बोलने लायक नहीं रहते। उन्हें तुमने रात को उस समय गालियां दीं, जब वो अपने परिवार के साथ थे।
गुप्ता परिवार जब गालियां देने की बात स्वीकार नहीं कर रहा था तो उनकी बात चंदन नगर टीआई से कराई गई। चंदन नगर टीआई ने कहा कि गालियां देते हो और झूठ बोलते हो। इन्हें तो रावजी बाजार टीआई के हवाले कर दो। वो इन्हें बताएंगे कि गालियां क्या होती हैं?
मार्च में आया था पहला कॉल
मार्च में पहला धमकी भरा और गाली-गलौज वाला कॉल आया था। जब टीआई का कॉल आया तो मुझे लगा कि गालियां देने वाला बदमाश ही कॉल कर रहा है तो मैंने उसी की भाषा में जवाब दे दिया।
बबिता, सीए
जांच सौंपी है मामले की जांच कर रहे हैं, कोई बदमाश स्पूफ कॉलिंग से परेशान कर रहा है। सीएसपी जूनी इंदौर को जांच सौंपी है।
विनयप्रकाश पॉल, एएसपी, क्राइम ब्रांच
अरे! तुम भी गालियां खा रहे हो?
गालियों से परेशान जूनी इंदौर टीआई ने अपनी परेशानी चंदन नगर टीआई को बताई। उनका कहना था कि कोई शख्स दो महीने से रात को 1 बजे मोबाइल पर गालियां दे रहा है। इस पर चंदन नगर टीआई का जवाब था कि- अच्छा! तुम्हें भी कोई गालियां दे रहा है। जूनी इंदौर के टीआई ने कहा-मतलब? तो चंदन नगर के टीआई बोले- यार, मैं तो बड़ा परेशान हूं। रात को 1 बजे सो रहा था कि मोबाइल बजा। मैंने उठाया तो हैलो बोलते ही गालियां सुनाई दीं। स्पीकर आॅन हो गया तो पत्नी ने भी सुन लिया, तब से वो ताने मार रही है। दोनों टीआई ने मिलकर रावजी बाजार के टीआई को घटना बताई तो उनका भी जवाब कुछ ऐसा था कि तुम भी गालियां सुन रहे हो। यार मैं भी परेशान हूं। कुछ इंतजाम करना होगा। ये एक पुलिस अधिकारी के साथ नहीं, बल्कि दर्जनों के साथ हो रहा था। हैरान-परेशान पुलिस अधिकारियों ने मोबाइल नंबर की पड़ताल की तो वो इंदौर के एक नामी टैक्स टैक्टिशनर अरविंद गुप्ता का निकला। इनका एक भाई वासु इंजीनियर तो पत्नी सीए है। जब अधिकारियों ने मोबाइल लगाकर थाने आने को कहा तो उधर से महिला सीए बबिता गुप्ता ने पुलिस वालों को जमकर फटकारा और कहा कि तेरे जैसे पुलिस वालों को तो बीच चौराहे पर सूली पर टांग दूंगी। दरअसल, महिला को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। फटकार से गुस्साई पुलिस जब सीए के घर पहुंची, तो उन्हें माजरा समझ आया कि ये तो असली पुलिस है। थाने में महिला और उसके पति ने बताया कि हम आपको नहीं, बल्कि आपके डीआईजी और पुलिस अधिकारी हमें 2 महीने से गालियां दे रहे हैं। ये रही नंबरों की लिस्ट।
दो महीने से गालियां खा रहे टीआई ने भरोसा नहीं किया
जब महिला और उसके पति की कॉल डिटेल निकलवाई गई तो आउट गोइंग कॉल में एक भी पुलिस अधिकारी का नंबर नहीं था, जबकि इनकमिंग में आईजी और एसपी बंगले सहित तमाम पुलिस वालों के नंबर थे। अब कॉल डिटेल देखकर घनचक्कर हो चुकी पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद ली तो पता चला कि कोई नेट कॉलिंग के इंटरनेशनल रूट से पुलिस और महिला के परिवार का परेशान कर रहा है। बदनामी के डर से पुलिस ने मामला तो दर्ज न करके केवल आवेदन लेकर क्राइम ब्रांच को मामला सौंपा है।
शुक्र मना चंदन नगर टीआई को नहीं मिला
जूनी इंदौर पुलिस ने जब सीए और उसके पति को पकड़ा तो उनका कहना था कि हमें आप लोग गालियां दे रहे हैं। इस पर जूनी इंदौर टीआई का कहना था- शुक्र मनाओ कि मैंने पकड़ा है, अगर चंदन नगर टीआई के हत्थे चढ़ जाते तो बोलने लायक नहीं रहते। उन्हें तुमने रात को उस समय गालियां दीं, जब वो अपने परिवार के साथ थे।
गुप्ता परिवार जब गालियां देने की बात स्वीकार नहीं कर रहा था तो उनकी बात चंदन नगर टीआई से कराई गई। चंदन नगर टीआई ने कहा कि गालियां देते हो और झूठ बोलते हो। इन्हें तो रावजी बाजार टीआई के हवाले कर दो। वो इन्हें बताएंगे कि गालियां क्या होती हैं?
मार्च में आया था पहला कॉल
मार्च में पहला धमकी भरा और गाली-गलौज वाला कॉल आया था। जब टीआई का कॉल आया तो मुझे लगा कि गालियां देने वाला बदमाश ही कॉल कर रहा है तो मैंने उसी की भाषा में जवाब दे दिया।
बबिता, सीए
जांच सौंपी है मामले की जांच कर रहे हैं, कोई बदमाश स्पूफ कॉलिंग से परेशान कर रहा है। सीएसपी जूनी इंदौर को जांच सौंपी है।
विनयप्रकाश पॉल, एएसपी, क्राइम ब्रांच
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