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फाँसी से लटका मिला जबान का शव, डायरी में लिखा- कोर्ट मार्शल से बेहतर तो मर जाना है

नयी दिल्ली : सेना के जवान रॉय मैथ्यू के कथित तौर पर आत्महत्या करने की गुत्थी अब सुलझ है. जवान की मौत की गुत्थी सुलझाने में उसकी डायरी पुलिस को काफी मदद पहुंचा सकती है. इस डायरी में उसने मरने के पहले अपने ही अफसरों के अत्याचार की दास्तां लिख दिया था. सूत्रों ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मैथ्यू ने अपनी डायरी में लिखा है कि जिस वीडियो को मीडिया दिखा रहा है, उसमें आवाज उनकी नहीं है.

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, एक न्यूज वेबसाइट के स्टिंग में मैथ्यू और कुछ अन्य जवानों को सेना के बड़े अधिकारियों के सहायक के तौर पर काम करते दिखाया गया था. इन कामों में बड़े अधिकारियों के कुत्ते घुमाना और उनके बच्चों को स्कूल छोड़ना शामिल था. इस वीडियो के सामने आने के कुछ दिनों बाद मैथ्यू महाराष्ट्र के देवलाली छावनी में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले थे. वह सेना में गनर के पद पर तैनात थे.

उनकी डायरी अब मामले की जांच कर रही पुलिस के पास है. इस डायरी को उनका सुइसाइड नोट माना जा सकता है. अपनी डायरी में मैथ्यू ने मलयालम में लिखा, 'कोर्ट मार्शल होने से अच्छा है मर जाना.' उन्होंने डायरी में अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ-साथ अपने कर्नल से माफी भी मांगी है.

सेना बोली- 'आत्मग्लानी' के कारण जवान ने की आत्महत्या
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सेना ने जवान मैथ्यू के बारे में बड़ा बयान दिया है। सेना की तरफ से कहा गया है कि हो सकता है कि जवान ने मीडिया पर लगातार दिखाए गए वीडियो और उसके बारे में की गई चर्चा के कारण दबाव में आकर खुदकुशी कर ली हो। 

सेना ने कहा कि यह एक प्रकार की आत्मगिलानी के कारण की हुई खुदकुशी भी हो सकती है। हो सकता है कि जवान को महसूस हुआ हो कि उसकी वजह से वरिष्ठ अधिकारियों का अपमान हुआ है।

सेना ने यह भी कहा कि स्टिंग वाले वीडियो में जवान की पहचान छिपी हुई थी। इसलिए मृतक के बारें में किसी भी प्रकार की जांच का आदेश देने का सवाल ही नहीं उठता है।

वहीं, मृतक जवान के परिजनों ने न्याय की मांग की है।

'मेरे पति फोन पर रो रहे थे, क्या हुआ उनके साथ?'
सेना में 'सहायक तंत्र' की पोल खोलने वाले केरल के सैनिक रॉय मैथ्यू की बैरक में लाश मिलने के बाद हड़कंप मचा है। अब सैनिक के घरवालों की प्रतिक्रिया सामने आई है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिर मैथ्यू के पत्नी फिनी रॉय ने कहा, ''मेरे पति ने फोन पर मुझसे कहा था कि टीवी चैनल मेरे विजुअल्स चला रहे हैं। मेरे पति रो रहे थे। मैं जानना चाहती हूं कि आखिर उनके साथ क्या हुआ था? 

मैथ्यू के पिता ने कहा, ''हम न तो उतने धनी हैं और न हीं हमारे पास राजनीति की ताकत है। कोई ऐसा नहीं है जो हमारी मदद कर सके। मैं जानना चाहता हूं कि आखिर मेरे बेटे के साथ क्या हुआ था?''

हाल ही में एक स्टिंग में ब्रिटिश शासन से चले आ रहे 'सहायक तंत्र' को दिखाया गया था। सेना के जवान ने बताया था कि वह भी इस तंत्र का शिकार होने से अछूता नहीं रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से मैथ्यू रॉय कई दिनों से गायब चल रहे थे। गुरुवार को एक बैरक में उनका शव लटका मिला था। मैथ्यू महाराष्ट्र के देवलाली कैंटोनमेंट में गनर के पद पर थे।

बैरक में मैथ्यू की लाश गली हुई हालत में मिली थी। पुलिस फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है कि जवान ने खुदकुशी की थी या उनकी किसी ने हत्या की। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। वहीं, जवान की लाश मिलने के बाद सेना ने स्थानीय पुलिस को जांच के लिए कहा है।

हाल ही में एक वीडियो में वरिष्ठ अधिकारियों के कुत्तों को घुमाते हुए और उनके बच्चों को स्कूल छोड़ने का काम करते हुए जवानों को दिखाया गया था। एक निजी वेबसाइट ने स्टिंग को प्रसारित किया था। वेबसाइट के स्टिंग में जवान की पहचान तो नहीं हुई थी। जवान का चेहरा वीडियो में नजर नहीं आया था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वीडियो सामने आने के बाद मैथ्यू ने अपने अधिकारी को एक माफीनामा भरा एसएमएस भेजा था। सूत्रों की मानें तो इसके बाद जवान गायब हो गया था।

विवाद गहराने पर बेवसाइट से हटा दिया गया था 'सहायक तंत्र' वाला वीडियो

बाद में वेबसाइट से 'सहायक तंत्र' वाले वीडियो को हटा दिया गया था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मैथ्यू ने लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह मुलाकात कर वेबसाइट से संपर्क किया था। यज्ञ प्रताप सिंह ने जनवरी में एक वीडियो जारी किया था, जिसमें दिखाया गया था कि जवानों से बतौर नौकरों की तरह वरिष्ठ अधिकारी छोटे-मोटे काम लेते हैं। 

यज्ञ प्रताप सिंह ने यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट किया था। वीडियों में जवानों को अधिकारियों के कपड़े धोने, बूट पॉलिश करने और कुत्तों को घुमाते हुए दिखाया गया था। सिंह ने पीएम मोदी को भी पत्र लिखकर इसकी शिकायत की थी।

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