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भारत रत्न पर भाजपा सांसद की अपमानजनक टिप्पणी

भोपाल| भाजपा सांसद लक्ष्‍मी नारायण यादव ने  भारत रत्न को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है| उनका कहना है कि 1991 के पहले नचाइयों, गवैयों को भारतरत्न मिलता था, जो जितना बड़ा बदमाश होता था वो भारत रत्न ले जाता था| डॉ भीमराव आंबेडकर को मिले भारत रत्न के बाद यह परंपरा बदली, इसका श्रेय बीपी सिंह की जनतादल सरकार को जाता है| अंबेडकर जयंती पर अजाक्स के सम्मलेन में भाजपा सांसद बोल रहे थे| हैरत की बात यह है कि भीमराव अंबेडकर को भी 1991 के पहले 1990 में  मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया था| प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 के बाद जोड़ा गया। जिसके बाद 13  व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया है| भारत रत्न को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार माना जाता है जिसके सम्बन्ध में भाजपा सांसद की टिप्पणी आपत्तिजनक है जिसको लेकर अब विरोध शुरू हो गया है|

किसका दावा सही
जहां एक तरफ भाजपा सांसद लक्ष्‍मी नारायण यादव ने दावा किया कि संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न की उपाधि भाजपा सरकार के आग्रह पर दी गई वहीं वर्षों से बाबा अंबेडकर को मिले भारत रत्न सम्मान के लिए बहुजन समाज पार्टी दावा करती रही है कि यह उसकी लगातार मांग और प्रदर्शन का नतीजा था। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का मानना है कि भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न तमाम गुजारिश करने के बाद दिया गया। बसपा ने इसको लेकर जब काफी दबाव बनाया तब उनको 1990 में भारत रत्न दिया गया जबकि संविधान के निर्माता को उनकी मौजूदगी में यह सम्मान मिलना चाहिए था।

सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है भारत रत्न
भारतीय गणराज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार को भारत रत्न के रुप में जाना जाता है। 2 जनवरी 1954 को ये अस्तित्व में आया। ये सम्मान केवल साहित्य, विज्ञान, लोक सेवा और कला के क्षेत्र में विशेष कार्य के लिये दिया जाता है। ये सम्मान भारत में किसी को भी लिंग, नस्ल और उम्र के भेदभाव के बिना प्रदान किया जाता है। पहले ये सम्मान कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित था लेकिन दिसंबर 2011 से इसमें बदलाव हुआ और अब इसमें सभी प्रकार के क्षेत्रों को शामिल कर लिया गया है।भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है।  

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