बिजली बनी विलेन, पानी को मारामारी, उमस से हाहाकार
रीवा/जवा(राहुल तिवारी)
रविवार शाम को फिर से सुहावने हुये मौसम को देख लोग खुश हो गये थे। मगर ये खुशी तब तक ही बरकरार रही, जब तक बयार बहती रही। बिजली विभाग के कारण जनता को चैन कहा इतनी मनमानी की अब क्या कहे।कही ट्रांसफारमर दम तोड़ गये,कही बिजली गुल। उमस भरी गर्मी से समूचा तराई क्षेत्र ही हाहाकार करने लगा। रात भर लोग सो नहीं पाये। इनवर्टर की हिम्मत टूट गयी। बिजली न होने के कारण ग्रामवासी पानी को तरसते-जूझते रहे। कहीं नल खामोश बने रहे तो कहीं कम बिजली ना होने से पम्प चल नहीं पाये। बीती रात से उमस भरी गर्मी ने सोमवार को भी अपना रुतबा बरकरार रखा। जनमानस में त्राहि-त्राहि करने लगे। घने इलाकों में एक-एक पल दूभर हो रहा था। गलियों और सड़को में लोग समय काट रहे थे। बिजली व्यवस्था दुरस्त करने में बिजलीकर्मियों को पसीने आ रहे है यही हाल है इन दिनों बिजली बिभाग की।
ध्वस्त बिजली
- लगभग 12 घंटे से गायब है बिजली।
- बीती रात से गायब बिजली सोमवार तक घंटों गायब रही। आंख-मिचौनी ने जख्म पर छिड़का नमक
- देर रात किसी प्रकार की मशक्कत नही किये विद्युतकर्मी
खामोश मोटरपंप
- बिजली न होने से गाँवो के पम्प न चल पाये। निजी सबमर्सिबल भी रहीं शोपीस।
- बिजली की आंखमिचौली भी रही कुछ इलाकों में
-एक-एक बूंद को मची रही आपाधापी, उम्मीद में बर्तन लेकर साइकलों पर घूमे लोग
- पूरी रात सो नहीं पाये लोग। महिलाएं और बच्चे रहे परेशान।
- घनी बस्तियों में मची रही खलबली।
- सड़कों पर टहलते रहे और पार्को में घूमते रहे।
- मध्य रात्रि के बाद बिजली आते ही भरे खर्राटे, मगर फिर टूटी नींद।
- देर तक हुई लोगों की सुबह। नींद पूरी न होने पर चिड़चिड़ाते रहे।
बिजली अधिकारियों के बजते रहे फोन
सबस्टेशन और बिजली अधिकारियों के मोबाइल फोन,रात भर बजते रहे। एक जवाब देते कॉल काटी नहीं कि दूसरी कॉल फिर आ जाती।
मोबाइल फोन शोपीस
12 घंटे से ज्यादा बिजली गायब रहने से लोगों का एक-दूसरे से सम्पर्क कट गया। न तो लोग मोबाइल ही चार्ज कर सके और न ही टीवी देख सके।
न भूल पाएंगे ये रात
निवासियों ने बताया कि न तो पीने के लिए ठंडा पानी मिल सका और न नहाने के लिए।
और रहवासियों ने बताया कि बिजली गायब रहने से रात भर सो नहीं सके हैं। आंखों में नींद भरी होने के कारण दिन भर आलस्य छाया रहा है।
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