पटवारी भर्ती के 9 हजार पदों के लिए 10 लाख आवेदन
भोपाल। प्रदेश में बेरोजगारी किस तरह से बढ़ रही है, इसका अंदाजा पटवारी भर्ती परीक्षा में आवेदकों की संख्या को देखकर लगाया जा सकता है। व्यापमं द्वारा 9235 पटवारियों की भर्ती के लिए 15 नवंबर तक बुलाए गए आवेदनों की संख्या करीब 10 लाख 20 हजार पहुंच गई है। ऐसे में एक पटवारी के लिए 110 आवेदक लाइन में हैं। इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों का हुजूम उमड़ने से शिक्षा विशेषज्ञ भी हैरान हैं। वो इसे सीधे तौर पर बेरोजगारी से जोड़कर देख रहे हैं। यह एक प्रकार का रिकॉर्ड भी बन गया है।
खास बात यह है कि इस बार पटवारी के लिए शैक्षणिक योग्यता डिप्टी कलेक्टर या कलेक्टर के बराबर मांगी गई है। आवेदक का स्नातक होना अनिवार्य है। इसी तरह पीएससी एवं यूपीएससी की परीक्षाओं में स्नातक ही हिस्सा ले पाते हैं। पहले पटवारी भर्ती की योग्यता 12 वीं पास थी, बाद में इसे स्नात कर दिया। इसके बावजूद भी परीक्षा में लाखों बेराजगार शामिल हो रहे हैं। पटवारी बनने के लिए यूपीएससी, पीएससी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे स्नातक आवेदकों ने आवेदन किया है। भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा 9 से 31 दिसंबर तक प्रदेश के 15 शहरों में 100 से ज्यादा केद्रों पर होगी।
हाल ही में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने आरक्षक भर्ती परीक्षा कराई थी जिसमें 10 लाख करीब आवेदक थे। पटवारी परीक्षा के आवेदकों ने यह आंकडा भी पार कर दिया है और अंतर में दो हजार ज्यादा आवेदक बताए गए हैं। इससे यह साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेरोगारी के हालात किस कदर बिगड़ रहे हैं।
खास बात यह है कि इस बार पटवारी के लिए शैक्षणिक योग्यता डिप्टी कलेक्टर या कलेक्टर के बराबर मांगी गई है। आवेदक का स्नातक होना अनिवार्य है। इसी तरह पीएससी एवं यूपीएससी की परीक्षाओं में स्नातक ही हिस्सा ले पाते हैं। पहले पटवारी भर्ती की योग्यता 12 वीं पास थी, बाद में इसे स्नात कर दिया। इसके बावजूद भी परीक्षा में लाखों बेराजगार शामिल हो रहे हैं। पटवारी बनने के लिए यूपीएससी, पीएससी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे स्नातक आवेदकों ने आवेदन किया है। भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा 9 से 31 दिसंबर तक प्रदेश के 15 शहरों में 100 से ज्यादा केद्रों पर होगी।
हाल ही में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने आरक्षक भर्ती परीक्षा कराई थी जिसमें 10 लाख करीब आवेदक थे। पटवारी परीक्षा के आवेदकों ने यह आंकडा भी पार कर दिया है और अंतर में दो हजार ज्यादा आवेदक बताए गए हैं। इससे यह साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेरोगारी के हालात किस कदर बिगड़ रहे हैं।
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