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शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप, दफ्तर में दारू पीते सरकारी बाबुओं के फोटो और वीडियो वायरल



जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े शिक्षा विभाग के दफ्तर संयुक्त संचालक लोकशिक्षण (जेडीई आॅफिस) में दारूखोरी के वायरल हुए वीडियो के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। दरअसल, जेडीई व डीईओ आॅफिस के कर्मचारी शराब के जाम छलकाते हुए विधानसभा प्रश्नों के उत्तर तैयार कर रहे थे। हैड क्लर्क सहित दर्जन भर बाबुओं की शराब की महफिल का वीडियो वायरल होते ही आला अधिकारियों ने सभी को नोटिस जारी किया है।  बाबुओं से लेकर भृत्यों की ड्यूटी शीतकालीन विधानसभा सत्र के प्रश्नों के उत्तर तैयार कराने में लगाई गई थी। अधिकारी की गैरमौजूदगी में सभी ने आॅफिस की टेबिल पर ही शराब के जाम सजा लिए। वीडियो सामने आने के बाद सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कलेक्टर को मामले से अवगत कराया है। कलेक्टर महेश चंद चौधरी ने अपर कलेक्टर संजना जैन को जांच सौंपते हुए जल्द रिपोर्ट पेश करने कहा है।

वीडियो में न सिर्फ जेडीई बल्कि डीईओ कार्यालय के कर्मचारी भी साफ नजर आ रहे हैं। इसमें एक मार्च माह में रिटायर हो चुके बाबू जो अभी भी डीईओ कार्यालय में अनुदान प्राप्त स्कूलों का काम देख रहे हैं वे, और हाल ही में डीईओ कार्यालय में तबादला कर पदस्थ किए गए 2 बाबू भी शामिल हैं। शराबखोरी की फोटो के साथ एक चिट्ठी भी वायरल की गई है, जिसमें दफ्तर में बैठकर शराब पी रहे कर्मचारियों की पहचान, पद नाम सहित बारी-बारी से नाम बताए गए हैं। चिट्ठी में ये भी लिखा है कि  शिक्षा विभाग के कार्यालयों में आम लोगों के काम बिना पैसे दिए नहीं होते और शाम ढलने के बाद साहब (जेडीई) के जाते ही यहां उसी पैसे से शराबखोरी की जाती है।

ये कर्मचारी छलका रहे थे जाम
जेडीई आफिस से सुनील खोखले- बड़े बाबू, अनिल उपाध्याय-बाबू, मुकेश विश्वकर्मा-लेखापाल, अनिल शर्मा-बाबू, संजय महार-बाबू  सचिन नामदेव-आॅपरेटर , रवि चौधरी-भृत्य। डीईओ आॅफिस के  मनोज तिवारी-बाबू , जेपी नामदेव-बाबू (रिटायर्ड) अशोक शिववेदी- बाबू  शामिल है।

जांच के लिए अपर कलेक्टर को निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट आने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
महेशचंद्र चौधरी, कलेक्टर

किसी को बख्शा नहीं जाएगा, जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा सत्र के लिए सभी की ड्यूटी लगाई गई थी।
एसएस मरावी, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण

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