एसआरएस 2016 की रिपोर्ट जारी, शिशु मृत्यु दर में म.प्र.में आई कमी
भोपाल : जनगणना निदेशालय ने अपनी एसआरएस 2016 की रिपोर्ट जारी की है, जिसके मुताबिक पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर में 7 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। नेशनल हेल्थ मिशन के संयुक्त संचालक बी.एल चैहान का कहना है कि पांच से कम उम्र के बच्चों में बाल मृत्यु दर वर्ष 2015 में 62 से गिरकर 55 प्रति हजार हुई है,साथ ही उन्हानें कहा कि शासन द्वारा शिशुओं और माताओं की मौत कम करने के चलाई जा रही योजनाएं के कारण मध्यप्रदेश को शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह उपब्धियां मिली है।
गौरतलब है कि गंभीर कुपोषित बच्चों के प्रबंधन के लिये प्रदेश में 315 पोषण पुनर्वास केन्द्र संचालित है,जिनमें 5 वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों को उपचार किया जा रहा है। वही हम आपकों बता दे की केन्द्र और राज्य शासन द्वारा इन योजनाओं पर हर साल 1800 करोड़ रूप्ये खर्च किये जा रहे है।
गौरतलब है कि गंभीर कुपोषित बच्चों के प्रबंधन के लिये प्रदेश में 315 पोषण पुनर्वास केन्द्र संचालित है,जिनमें 5 वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों को उपचार किया जा रहा है। वही हम आपकों बता दे की केन्द्र और राज्य शासन द्वारा इन योजनाओं पर हर साल 1800 करोड़ रूप्ये खर्च किये जा रहे है।
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