दुश्मन कैदी अब भोपाल जेल में नहीं रहेंगे साथ
भोपाल : भोपाल सेंट्रल जेल में हुई चाकूबाजी की वारदात के बाद दुश्मन कैदियों को हटाने की कवायद शुरू हो गई है। जेल में रंजिश को लेकर बंद कैदियों की दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जाएगा। ऐसे कैदियों की लिस्ट बनने का काम शुरू हो गया है। जेल मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद उन्हें दूसरी जेलों में भेजा जाएगा। कैदियों को शिफ्ट करने से पहले उन्हें दूसरे बैरगों को भेजना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि जेल में इस समय में करीब सौ कैदी बंद है, जिनके विरोधी भी उनके साथ बंद है। इन कैदियों का आमना-सामना भी हो चुका है, लेकिन हाथापाई जैसी कोई बात नहीं हो सकी।
सिमी आतंकियों के फरार होने की वारदात के बाद से जेल में बंद कैदियों की मॉनीटरिंग सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। साथ ही जेल प्रहरी भी लगातार गश्त पर रहते हैं। कैमरे में संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर तुरंत उस पर एक्शन भी लिया जाता है। जेल में वर्तमान में करीब 24 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो चारों ओर से घूमते हैं।
सिमी आतंकियों के फरार होने की वारदात के बाद से जेल में बंद कैदियों की मॉनीटरिंग सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। साथ ही जेल प्रहरी भी लगातार गश्त पर रहते हैं। कैमरे में संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर तुरंत उस पर एक्शन भी लिया जाता है। जेल में वर्तमान में करीब 24 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो चारों ओर से घूमते हैं।
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