IND vs SA : भारतीय टीम के लंच के समय स्कोर 27 ओवर में 45/2
जोहानिसबर्ग:
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवा चुकी विराट कोहली की टीम
इंडिया के सामने अब अपनी प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है.सीरीज का तीसरा
टेस्ट वांडरर्स मैदान में हो रहा है. टीम इंडिया की पहली कोशिश इस टेस्ट
में किसी तरह से हार टालकर क्लीन स्वीप से बचने की होगी. केपटाउन में
पहला टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट 135 रन से जीतने के बाद
मेजबान टीम सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी है.मैच में टीम इंडिया के
कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीता है और पहले बैटिंग का फैसला किया है.लंच
के समय टीम इंडिया का स्कोर 27 ओवर में दो विकेट खोकर 45 रन है. विराट
कोहली 24 और चेतेश्वर पुजारा 5 रन पर नाबाद हैं.केएल राहुल (0) और मुरली
विजय (8) आउट होने वाले बल्लेबाज हैं.
दक्षिण अफ्रीका के लिए पारी का पहला ओवर मोर्ने मोर्केल ने फेंका जिसमें विजय के चौके सहित कुल 7 रन आए. वर्नोन फिलेंडर की ओर से फेंका गया दूसरा ओवर मेडन रहा. भारत की शुरुआत एक बार फिर निराशाजनक रही और पारी के चौथे ही ओवर में उसे केएल राहुल (0) का विकेट गंवाना पड़ा जिन्हें वर्नोन फिलेंडर ने विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक से कैच कराया.पारी के छठे ओवर में पुजारा के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील हुई. दक्षिण अफ्रीका ने रिव्यू भी लिया लेकिन फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया.पारी के 9वें ओवर में कागिसो रबाडा को मोर्केल की जगह गेंदबाजी पर लाया गया.उन्होंने अपने पहले ओवर की चौथी गेंद पर ही मुरली विजय (8 रन, 32 गेंद, एक चौका) को विकेटकीपर डिकॉक से कैच करा दिया. टीम का स्कोर 13 रन तक पहुंचते-पहुंचते दोनों ओपनर आउट हो चुके थे.कोहली ने रबाडा को चौका लगाकर अपना खाता खोला.विराट के क्रीज पर मौजूद रहने के बावजूद भारतीय टीम का स्कोर कछुए की गति से बढ़ रहा था. चेतेश्वर पुजारा तो 50 से अधिक गेंद खेलने के बाद भी अपना पहला रन नहीं बना पाए थे. पारी के 21वें ओवर में कोहली को उस समय जीवनदान मिला जब रबाडा की गेंद पर फिलेंडर ने मिड ऑफ पर उनका कैच छोड़ दिया.पुजारा ने आखिरकार 54वीं गेंद पर अपना पहला रन बनाया.लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर 27 ओवर में दो विकेट खोकर 45 रन था.
वैसे, भारतीय टीम अगर 3-0 से हारती है तो भी अपनी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग नहीं गंवाएगी. भारतीय टीम ने दो बदलाव किए हैं. रोहित शर्मा की जगह अजिंक्य रहाणे और आर. अश्विन की जगह तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन में स्थान दिया गया है.दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका की टीम ने केशव महाराज के स्थान पर एंडिले फेलुकवायो को टीम में स्थान दिया है.
सीरीज के पहले दो टेस्ट में मिली हार के बाद विराट कोहली के लिए कुल मिलाकर हालात एकदम बदल गए हैं. छह महीने पहले उन्होंने टीम को श्रीलंका पर 3-0 से जीत दिलाकर इतिहास रचा था. अब वह 3-0 से सीरीज हारने की कगार पर खड़े हैं. अभी तक दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर कोई भारतीय टीम 3-0 यह सीरीज नहीं हारी है.
भारत 1992 से अब तक छह बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर चुका है और 1996-97 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में 2-0 से हारा था. 2006 के बाद से पिछले तीन दौरों पर एक टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में कामयाब रहा है. वैसे वांडरर्स पर भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है. भारत ने इस मैदान पर चार टेस्ट ( नवंबर 1992 , जनवरी 1997, दिसंबर 2006 और दिसंबर 2013 ) खेले हैं और एक भी गंवाया नहीं है. भारत ने यहां 2006 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट जीता था जिसमें श्रीसंत ने 99 रन देकर आठ विकेट लिए थे. 11 बरस बाद भारतीय टीम उसी हरी-भरी और उछाल भरी पिच पर खेलेगी.
दक्षिण अफ्रीका के लिए पारी का पहला ओवर मोर्ने मोर्केल ने फेंका जिसमें विजय के चौके सहित कुल 7 रन आए. वर्नोन फिलेंडर की ओर से फेंका गया दूसरा ओवर मेडन रहा. भारत की शुरुआत एक बार फिर निराशाजनक रही और पारी के चौथे ही ओवर में उसे केएल राहुल (0) का विकेट गंवाना पड़ा जिन्हें वर्नोन फिलेंडर ने विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक से कैच कराया.पारी के छठे ओवर में पुजारा के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील हुई. दक्षिण अफ्रीका ने रिव्यू भी लिया लेकिन फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया.पारी के 9वें ओवर में कागिसो रबाडा को मोर्केल की जगह गेंदबाजी पर लाया गया.उन्होंने अपने पहले ओवर की चौथी गेंद पर ही मुरली विजय (8 रन, 32 गेंद, एक चौका) को विकेटकीपर डिकॉक से कैच करा दिया. टीम का स्कोर 13 रन तक पहुंचते-पहुंचते दोनों ओपनर आउट हो चुके थे.कोहली ने रबाडा को चौका लगाकर अपना खाता खोला.विराट के क्रीज पर मौजूद रहने के बावजूद भारतीय टीम का स्कोर कछुए की गति से बढ़ रहा था. चेतेश्वर पुजारा तो 50 से अधिक गेंद खेलने के बाद भी अपना पहला रन नहीं बना पाए थे. पारी के 21वें ओवर में कोहली को उस समय जीवनदान मिला जब रबाडा की गेंद पर फिलेंडर ने मिड ऑफ पर उनका कैच छोड़ दिया.पुजारा ने आखिरकार 54वीं गेंद पर अपना पहला रन बनाया.लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर 27 ओवर में दो विकेट खोकर 45 रन था.
वैसे, भारतीय टीम अगर 3-0 से हारती है तो भी अपनी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग नहीं गंवाएगी. भारतीय टीम ने दो बदलाव किए हैं. रोहित शर्मा की जगह अजिंक्य रहाणे और आर. अश्विन की जगह तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन में स्थान दिया गया है.दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका की टीम ने केशव महाराज के स्थान पर एंडिले फेलुकवायो को टीम में स्थान दिया है.
सीरीज के पहले दो टेस्ट में मिली हार के बाद विराट कोहली के लिए कुल मिलाकर हालात एकदम बदल गए हैं. छह महीने पहले उन्होंने टीम को श्रीलंका पर 3-0 से जीत दिलाकर इतिहास रचा था. अब वह 3-0 से सीरीज हारने की कगार पर खड़े हैं. अभी तक दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर कोई भारतीय टीम 3-0 यह सीरीज नहीं हारी है.
भारत 1992 से अब तक छह बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर चुका है और 1996-97 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में 2-0 से हारा था. 2006 के बाद से पिछले तीन दौरों पर एक टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में कामयाब रहा है. वैसे वांडरर्स पर भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है. भारत ने इस मैदान पर चार टेस्ट ( नवंबर 1992 , जनवरी 1997, दिसंबर 2006 और दिसंबर 2013 ) खेले हैं और एक भी गंवाया नहीं है. भारत ने यहां 2006 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट जीता था जिसमें श्रीसंत ने 99 रन देकर आठ विकेट लिए थे. 11 बरस बाद भारतीय टीम उसी हरी-भरी और उछाल भरी पिच पर खेलेगी.
दोनों टीमें इस प्रकार हैं...
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, पार्थिव पटेल, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), डीन एल्गर, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डिकॉक, वर्नोन फिलेंडर, कागिसो रबाडा, मोर्ने मोर्केल, लुंगी एंगिडी, और एंडिले फेलुकवायो.
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, पार्थिव पटेल, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), डीन एल्गर, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डिकॉक, वर्नोन फिलेंडर, कागिसो रबाडा, मोर्ने मोर्केल, लुंगी एंगिडी, और एंडिले फेलुकवायो.
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