जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने जल चेतना सप्ताह
वाटरशेड विकास के तहत जिले में 171 कार्य स्वीकृत
रायसेन : जिले में 15 मार्च से जल चेतना सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए संगोष्ठियां एवं अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिले में पेयजल के स्तर और उसमें वृद्धि करने के लिए प्राचीन जल स्त्रोतों का पुर्नरोद्धार तथा नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने बताया कि जिले की सभी तहसीलों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटरशेड विकास के अंतर्गत 171 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें 59 जल सरंक्षण के कार्य चल रहे हैं।
क्यों जरूरी है जल संरक्षण
पिछले वर्षो में जमीन के अंदर संग्रहित पानी को नलकूपों के जरिये निकाला तो खूब है, लेकिन वर्षा जल से जमीन के नीचे के जल भण्डार को भरने की कोई कोशिश नहीं की। इससे भू-जल के उपयोग एवं उपलब्धता के बीच एक असंतुलन पैदा हो गया है, जिस कारण भीषण जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। जलसंग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम का मूल सिद्धांत संतुलन है। धरती मॉ की गोद से हम जो भी ग्रहण करते हैं उसकी पूर्ति करके प्रकृति का संतुलन बनाए रख सकते हैं।
जिले में संचालित हैं 9 परियोजनाएं
स्थाई आजीविका के लिए प्रयास एवं कृषि के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, सूखे की विभीषिका से निपटने, कृषि उत्पादन, कृषि रकबा एवं मृदा संरक्षण में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटर शेड संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-वाटरशेड विकास के घटक एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में कुल 09 परियोजनाएं संचालित हैं। जिसमें सिलवानी विकासखण्ड में परियोजना क्र.-1 तथा 2, गैरतगंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-3 तथा सांची विकासखण्ड में परियोजना क्र.-4 है। इनका स्वीकृत क्षेत्रफल 19862 हेक्टेयर एवं स्वीकृत लागत राशि रूपये 2383.44 लाख रूपए है। इसी प्रकार बेगमगंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-5 तथा 6, औबेदुल्लागंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-7 तथा 9 एवं सांची विकास खण्ड़ में परियोजना क्र.-8 जिनका स्वीकृत क्षेत्रफल 25200 हेक्टेयर है तथा स्वीकृत लागत राशि रूपये 3024.00 लाख रूपए है।
विकासखण्डों में जल संरक्षण के स्वीकृत एवं प्रारंभ कार्य
जिला पंचायत सीईओ श्री अमनवीर सिंह बैस ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटरशेड विकास के अंतर्गत जिले के सभी विकासखण्डों में 171 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 59 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। सिलवानी विकासखण्ड के तहत वाटरशेड विकास के कुल 45 कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें 13 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। इसी प्रकार गैरतगंज विकासखण्ड के तहत 32 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 15 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। सांची विकासखण्ड के तहत कुल 38 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 9 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। बेगमगंज विकासखण्ड के तहत कुल 38 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 15 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। औबेदुल्लागंज विकासखण्ड के तहत कुल 16 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 7 कार्य प्रारंभ हो गए हैं।
रायसेन : जिले में 15 मार्च से जल चेतना सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए संगोष्ठियां एवं अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिले में पेयजल के स्तर और उसमें वृद्धि करने के लिए प्राचीन जल स्त्रोतों का पुर्नरोद्धार तथा नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने बताया कि जिले की सभी तहसीलों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटरशेड विकास के अंतर्गत 171 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें 59 जल सरंक्षण के कार्य चल रहे हैं।
क्यों जरूरी है जल संरक्षण
पिछले वर्षो में जमीन के अंदर संग्रहित पानी को नलकूपों के जरिये निकाला तो खूब है, लेकिन वर्षा जल से जमीन के नीचे के जल भण्डार को भरने की कोई कोशिश नहीं की। इससे भू-जल के उपयोग एवं उपलब्धता के बीच एक असंतुलन पैदा हो गया है, जिस कारण भीषण जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। जलसंग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम का मूल सिद्धांत संतुलन है। धरती मॉ की गोद से हम जो भी ग्रहण करते हैं उसकी पूर्ति करके प्रकृति का संतुलन बनाए रख सकते हैं।
जिले में संचालित हैं 9 परियोजनाएं
स्थाई आजीविका के लिए प्रयास एवं कृषि के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, सूखे की विभीषिका से निपटने, कृषि उत्पादन, कृषि रकबा एवं मृदा संरक्षण में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटर शेड संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-वाटरशेड विकास के घटक एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में कुल 09 परियोजनाएं संचालित हैं। जिसमें सिलवानी विकासखण्ड में परियोजना क्र.-1 तथा 2, गैरतगंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-3 तथा सांची विकासखण्ड में परियोजना क्र.-4 है। इनका स्वीकृत क्षेत्रफल 19862 हेक्टेयर एवं स्वीकृत लागत राशि रूपये 2383.44 लाख रूपए है। इसी प्रकार बेगमगंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-5 तथा 6, औबेदुल्लागंज विकासखण्ड में परियोजना क्र.-7 तथा 9 एवं सांची विकास खण्ड़ में परियोजना क्र.-8 जिनका स्वीकृत क्षेत्रफल 25200 हेक्टेयर है तथा स्वीकृत लागत राशि रूपये 3024.00 लाख रूपए है।
विकासखण्डों में जल संरक्षण के स्वीकृत एवं प्रारंभ कार्य
जिला पंचायत सीईओ श्री अमनवीर सिंह बैस ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वाटरशेड विकास के अंतर्गत जिले के सभी विकासखण्डों में 171 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 59 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। सिलवानी विकासखण्ड के तहत वाटरशेड विकास के कुल 45 कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें 13 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। इसी प्रकार गैरतगंज विकासखण्ड के तहत 32 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 15 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। सांची विकासखण्ड के तहत कुल 38 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 9 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। बेगमगंज विकासखण्ड के तहत कुल 38 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 15 कार्य प्रारंभ हो गए हैं। औबेदुल्लागंज विकासखण्ड के तहत कुल 16 कार्य स्वीकृत किए गए हैं तथा 7 कार्य प्रारंभ हो गए हैं।
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