क्या आप बढ़ाना चाहते है अपनी वेबसाइट का ट्रैफिक तो पढ़े ये खबर
वेबसाइट का ट्रैफिक बढाने के बहुत सारे सृजनात्मक तरीके हैं। जब तक आप अच्छे, असली लेख लिखते रहेंगे, आपके वेबसाइट के ट्रैफिक में सहज इजाफा भी होता रहेगा। अगर आप इसमें स्वयं मदद करना चाहते हैं तो, यहाँ बहुत सी चीजे है जिन्हें करके आप खुद ट्रैफिक को बढ़ा सकते हैं।
लेख लिखना
अच्छा शीर्षक बनाये: शीर्षक (title) पहली वह चीज है जिन्हें पाठक देखते हैं, और शीर्षक ही इकलौती चीज है जो साझा किये गए लेखो में वे सर्वप्रथम देखते हैं। आपका शीर्षक पाठको पर प्रभाव डालता है और उन्हें आकर्षित करता हैं। एक अच्छा शीर्षक पाठको की संख्या बढ़ा सकता हैं, अगर उन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया जाये।
लेखो को बहुत ज्यादा जानकारी से परिपूर्ण रखे: लेखो की गुणवत्ता सर्च इंजिन के परिणाम में बेहतर स्थान दिलाती हैं। सुनिश्चित करेंं कि आपका लेख पाठको की जरूरत को पूरा करता है, और उन्हें वो सारी जरुरी जानकारी एक ही जगह पर मिलती हैं जिनकी उन्हें जरूरत हैं। यह वेबसाइट के ट्रैफिक को बढ़ाने का सबसे प्रभावशाली तरीका हैं; लोगो को वह जानकारी उपलब्ध करवाऍ जो उन्हें और कही नहीं मिल सकती, या कम से कम, इतनी अच्छी गुणवत्ता में तो नहीं मिलेगी जो आप प्रदान कर रहे हैं।[१]
ऐसे लेख लिखे जो मददकार और काम में आने लायक हैं
सामान्य रूप से दूसरी वेबसाइट की जानकारी को मिला कर उन्हें अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित कर देने से ट्रैफिक नहीं आएगा। आपको अपने पाठको के लिए वह जानकारी उपलब्ध करानी होगी जिनकी मदद से वो अपने लक्ष्य तक पहुँच सके, अपनी मुसीबत सुलझा सके, उनका मनोरंजन हो, अच्छी गुणवत्ता के समाचार मिले, या केवल अच्छे से हंस सके।
विषय सूची उत्पादक (content generators) के इस्तेमाल से बचे: एक समय में यह अनुभवहीन वेब उद्योग का काफी आनंददायक काम था, लेकिन अब यह मददगार नहीं रहा। अपने स्वयं के समूह की क्रियात्मकता को ऑनलाइन करना ही फायदेमंद हैं।
कभी भी दूसरी वेबसाइट से कॉपी पेस्ट नहीं करें: गूगल (Google),याहू (Yahoo), एमएसएन (MSN) इसके लिए आजकल बहुत एहतियाती हैं। यह कॉपी किये हुए नकली लेखो को पकड़ लेते है, और उन लेखों को सर्च रैंकिंग (search ranking) में सबसे नीचे धकेल देते हैं।
एक विषय को चुने: अच्छी वेबसाइट किसी विशेष विषय या पाठकों को चुनती है और फिर उनमे विशेषज्ञ बनती हैं। आप चाहेंगे कि पाठक आपकी वेबसाइट पर पहले आये। इसके लिए या तो आप अपनी रूचि के अनुसार वेबसाइट बनाये , अथवा बाजार को ध्यान से देखे और ऐसा विषय खोजे जो सर्वाधिक चलन में है और उसे अपनी विशेषता बनाये।
साझा (share) करने योग्य विषय पर लिखे: सोशल मीडिया पर साझा करने योग्य लेख ही सरताज है। आपका लेख आसानी से साझा करने लायक होना चाहिए ताकि आपके पाठक इसे आसानी से सब जगह फैला सके। यह अच्छे शीर्षक और रोचक छवि का मिश्रण है, जो आकर्षक परिणाम देता हैं। यह सब मिलकर एक लेख को परिपूर्ण बनाते हैं जिसे लोग अपने फेसबुक, ट्विटर (Twitter), और दूसरे सोशल मीडिया पर साझा कर सके।[२]
एक विषय को चुने: अच्छी वेबसाइट किसी विशेष विषय या पाठकों को चुनती है और फिर उनमे विशेषज्ञ बनती हैं। आप चाहेंगे कि पाठक आपकी वेबसाइट पर पहले आये। इसके लिए या तो आप अपनी रूचि के अनुसार वेबसाइट बनाये , अथवा बाजार को ध्यान से देखे और ऐसा विषय खोजे जो सर्वाधिक चलन में है और उसे अपनी विशेषता बनाये।
साझा (share) करने योग्य विषय पर लिखे: सोशल मीडिया पर साझा करने योग्य लेख ही सरताज है। आपका लेख आसानी से साझा करने लायक होना चाहिए ताकि आपके पाठक इसे आसानी से सब जगह फैला सके। यह अच्छे शीर्षक और रोचक छवि का मिश्रण है, जो आकर्षक परिणाम देता हैं। यह सब मिलकर एक लेख को परिपूर्ण बनाते हैं जिसे लोग अपने फेसबुक, ट्विटर (Twitter), और दूसरे सोशल मीडिया पर साझा कर सके।[२]
सूची वाले लेख साझा करने के मामले में सोशल मीडिया पर इन दिनों बहुत लोकप्रिय है। वेबसाइट जैसे बजफीड और मेशेबल (Buzzfeed and Mashable) ने सूची वाले शीर्षकों का काफी अच्छा इस्तेमाल किया है, जैसे " कुछ करने के 10 तरीके.." , "21 सर्वश्रेष्ठ..."। यह पाठको की नजरो में जल्दी आ जाते हैं, और यह पाठको के अल्पकालीन ध्यान खींचने के मामले लिए शानदार तरह से काम करता हैं।
अपने लेखो की लंबाई तय करें: आपके लेख बड़े, विस्तृत होने चाहिए साथ ही छोटे और मुद्दे पर आधारित ही होने चाहिए। विषय को खुद ही लेख का आकार निर्धारित करने दे; किसी सामान्य बिंदु की निंदा करने मे ज्यादा समय व्यतीत नहीं करेंं, ज्यादा संक्षिप्त भी नही लिखे जहाँ विस्तारपूर्वक लिखने की जरूरत हो। खोज के मुताबित औसतन 1600 शब्द होने ही चाहिए, वही आप उसे बड़ा भी लिख सकते हैं।
लेख नियमित रूप से लिखते रहे: आपका ब्लॉग ज्यादा सफल होगा अगर इसमें नियमित रूप से लेख आते रहे। प्रतिसप्ताह 6 लेख लिखने का लक्ष्य बनाये। जो कुछ भी विषय आप चुने, एक दिनचर्या बनाये और जितना हो सकता हैं उसका पालन करें।
अपने लेखो की लंबाई तय करें: आपके लेख बड़े, विस्तृत होने चाहिए साथ ही छोटे और मुद्दे पर आधारित ही होने चाहिए। विषय को खुद ही लेख का आकार निर्धारित करने दे; किसी सामान्य बिंदु की निंदा करने मे ज्यादा समय व्यतीत नहीं करेंं, ज्यादा संक्षिप्त भी नही लिखे जहाँ विस्तारपूर्वक लिखने की जरूरत हो। खोज के मुताबित औसतन 1600 शब्द होने ही चाहिए, वही आप उसे बड़ा भी लिख सकते हैं।
लेख नियमित रूप से लिखते रहे: आपका ब्लॉग ज्यादा सफल होगा अगर इसमें नियमित रूप से लेख आते रहे। प्रतिसप्ताह 6 लेख लिखने का लक्ष्य बनाये। जो कुछ भी विषय आप चुने, एक दिनचर्या बनाये और जितना हो सकता हैं उसका पालन करें।
इसे नवीनतम बनाये रखें: पाठको के दुबारा आने के लिए, यह जरुरी हैं कि आप अपनी वेबसाइट को लगातार अपडेट करते रहे, खासकर अपने वेबसाइट के ज्यादा देखे जाने वाले भाग पर ध्यान देवें। अगर संभव हो तो नए लेखो को हर कुछ दिनों में जोड़ते रहे; कम से कम, हर सप्ताह।
बाह्य स्त्रोतो से लेख लिखवाये: अगर आपको खुद लेख लिखना अच्छा नहीं लग रहा, या आपका समूह कुशल लेख नहीं लिख रहा, इस वक्त पर आप किसी बाहर के व्यक्ति या लेखक से भी लेख लिखवा सकते सकते हैं। यह लेख की लंबाई, लेख विशेषज्ञता और गुणवत्ता की मांग पर निर्भर करता हैं, लेखन की कीमत कम से कम 35₹ प्रति लेख से शुरू होती हैं। आप स्वयं भी लिखने से नहीं झिझके बहरहाल आपके व्यापार, अभिरुचि, क्लब को आपसे बेहतर और कौन जान सकता हैं और उसके बारे में सही सही विवरण प्रस्तुत कर सकता हैं कि क्या कुछ बताया जाना चाहिए।
टैग (Tag) और आपके लेखो को उचित तरीके से वर्णित करें: आपके लेख के टैग्स (Tag), वर्णन, और मेटाडेटा (metadata) सर्च इंजिन के परिणाम को प्रभावित करता हैं। साथ ही यह लोगो को उनके पसंद के लेख खोजने में भी मदद करता हैं।
एक पूर्ण तरह से काम करने वाली सफल वेबसाइट होने के लिए, आपको सुनिश्चित करना होगा कि टैग्स सही जगह पर है और आपके लिंक सही से काम कर रहे हैं। साथ ही आपको एक साईट मैप फ़ाइल गूगल को भेजनी होगी जिससे वह आपकी वेबसाइट गूगल के सर्च इंजिन में जोड़ सके।
संकेतशब्दों (keywords) का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करें: यह सर्च इंजिन ऑप्टीमाइजेशन (search engine optimization or SEO) कहलाता है और यह लोगो को आपकी वेबसाइट खोजने में मदद करता हैं जब वे वेब पर खोज कर रहे होते हैं। सुनिश्चित करेंं कि की-वर्ड्स (keywords) वाक्यो में सहज रूप से आये हैं और जब आप अच्छे शब्दों के लिए दिमाग पर जोर दे रहे है तो, "पूछे" कि कौनसे शब्द हैं जो हर उम्र के लोग इस्तेमाल करते है खासकर जब वे आपके तरह की वेबसाइट खोजते हैं।
की-वर्ड्स ना केवल शीर्षक और पृष्ठ के नाम में आते हैं लेकिन यह "मेटा टैग्स" में भी होते हैं। "मेटा टैग्स" सॉफ्टवेयर के कोड होते है जो वेबसाइट के दर्शक नहीं देख पाते है, लेकिन सर्च इंजिन देख पाते हैं।
की-वर्ड्स ज्यादा नहीं लिखे: की-वर्ड्स में बहुत सारी चीजे आपकी वेबसाइट को सर्च परिणामो में काफी नीचे कर देगी। साथ ही, ध्यान रहे संकेत शब्दों को ग्राफिक्स में नहीं लिखे; सर्च इंजिन ग्राफिक्स नहीं पढ़ सकते हैं।
अच्छे लिंक बनाये: लिंक बनाना वेबसाइट के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह एक प्रक्रिया है जो आपकी वेबसाइट के एक पृष्ठ को दूसरे से जोड़ती हैं। यह सहज ही हो जायेगा जब आप अपने विषय को गुणवत्तापूर्ण लिखेंगे, लेकिन कुछ चीजे है जो आपको खुद से लिंक बनाने में मदद करेंगी:
अच्छे लिंक बनाये: लिंक बनाना वेबसाइट के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह एक प्रक्रिया है जो आपकी वेबसाइट के एक पृष्ठ को दूसरे से जोड़ती हैं। यह सहज ही हो जायेगा जब आप अपने विषय को गुणवत्तापूर्ण लिखेंगे, लेकिन कुछ चीजे है जो आपको खुद से लिंक बनाने में मदद करेंगी:
दूसरी वेबसाइट से लिंक लेना जो वेबसाइट आपके विषय से काफी मिलती जुलती है यह आपके लिए बहुत सारा ट्रैफिक ला सकती हैं। लिंक दोनों तरफ के लिए होते है क्योंकि आपको भी उन्हें लिंक उपलब्ध करवाना होगा, और कमतर गुणवत्ता की वेबसाइट से खुद को जोड़ने से आपके पाठको की विश्वसनीयता कम हो सकती हैं। केवल उन्ही वेबसाइट से खुद की वेबसाइट को जोड़े जो आपके विषय के बारे में काफी अच्छी है, और आपके पाठको को इससे असल में मदद मिल सकती हैं।
सम्बंधित ब्लॉग और फोरम से जुड़े: आपके विषय से सम्बंधित समूहों को खोजे और वहाँ अपनी यूजर प्रोफाइल बनाये। अपनी प्रोफाइल की जानकारी में अपनी वेबसाइट का पता लिखे और उस समूह में अच्छी गुणवत्ता के लेख लिखे। इससे लोग आपकी प्रोफाइल पर आएंगे और वहाँ से लोग आपकी वेबसाइट का पता देख कर आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक में इजाफा करेंगे।
आपके विषय से सम्बंधित कंपनियों से संपर्क करेंं: किसी कम्पनी को आपके कैसे-करेंं लेख से, ब्लॉग लेख से जोड़ना जो उनके उत्पाद से सम्बंधित हैं, यह आपके वेबसाइट के ट्रैफिक को प्रभावी तरह से बढ़ा सकता है। आपके विषय से सम्बंधित कंपनियो को जोड़ने की कोशिश करेंं।
एक आरएसएस फीड (RSS feed) तैयार करें। एक आरएसएस फीड आपके लेखो को दूसरे विभिन्न जगहों से जुड़ने में आसानी से मदद करता हैं। आपके आरएसएस फीड को निर्देशिका में जोड़ने से आपके लिंक को काफी बढ़ावा मिलेगा।
आपके ही वेबसाइट पर पुराने लेखो को जोड़े: आपके द्वारा पहले से लिखे हुए लेखो को नए लेखो के साथ सम्बंधित लेख सूची बनाकर जोड़ना सुनिश्चित करेंं। यह नए पाठको को आपके पुराने रोचक लेखो को खोजने में मदद करेगा, और उन्हें आपकी वेबसाइट पर रोके रखने में मदद करेगा।
आपके ही वेबसाइट पर पुराने लेखो को जोड़े: आपके द्वारा पहले से लिखे हुए लेखो को नए लेखो के साथ सम्बंधित लेख सूची बनाकर जोड़ना सुनिश्चित करेंं। यह नए पाठको को आपके पुराने रोचक लेखो को खोजने में मदद करेगा, और उन्हें आपकी वेबसाइट पर रोके रखने में मदद करेगा।
पुराने लेखो में नए लेखो को जोड़े। अगर आपने कोई लेख लिखा है जो पहले लिखे लेख से मिलता जुलता है, तो आप पुराने लेख पर वापिस जाकर वह नए लेख को सम्बंधित लेख सूची में जोड़े।
अपने लेखो को वर्गीकृत सूची में सुनियोजित करेंं: एक सुनियोजित वेबसाइट पाठको के लिए काफी मददगार होती हैं, और उन्हें बेहतर विकल्प देती है। और साथ ही इससे आपके पुराने लेखो को ज्यादा पाठक दिलाने में मदद मिलती हैं।
मुफ्त जानकारी दे: मुफ्त चीजे किसे पसन्द नहीं?! ऑनलाइन मुफ्त जानकारी देना बहुत सामान्य है और यह आपके वेबसाइट पर आने वालो को ज्यादा सुलिखित और ज्ञानवर्धक परिचयात्मक जानकारी प्राप्त करने के लिए तैयार करेगा। ऐसी मुफ़्त जानकारी देने के बारे में विचार करेंं:
अपने लेखो को वर्गीकृत सूची में सुनियोजित करेंं: एक सुनियोजित वेबसाइट पाठको के लिए काफी मददगार होती हैं, और उन्हें बेहतर विकल्प देती है। और साथ ही इससे आपके पुराने लेखो को ज्यादा पाठक दिलाने में मदद मिलती हैं।
मुफ्त जानकारी दे: मुफ्त चीजे किसे पसन्द नहीं?! ऑनलाइन मुफ्त जानकारी देना बहुत सामान्य है और यह आपके वेबसाइट पर आने वालो को ज्यादा सुलिखित और ज्ञानवर्धक परिचयात्मक जानकारी प्राप्त करने के लिए तैयार करेगा। ऐसी मुफ़्त जानकारी देने के बारे में विचार करेंं:
अपने विज्ञापनों के साथ ई-किताब मुहैया करवाना: अपने दर्शको को जानकारी आगे बाँटने की अनुमति दें। यह आपके विज्ञापनों की पहुँच तो बढ़ाएगा ही साथ ही साथ आपके वेबसाइट की दर्शक संख्या में भी इजाफा करेगा।
मुफ्त ऑनलाइन कक्षायें और सेमिनार का आयोजन करना: यह आपकी वेबसाइट के बातचीत कक्ष ( chat-room) में भी नियोजित की जा सकती हैं। जानकारी के सीधे प्रसारण का विचार बहुत सारे लोगो को आपकी वेबसाइट पर आने के लिए लुभाएगा। इससे आप उस विषय के विशेषज्ञ के रूप में जाने जायेंगे।
दर्शको को प्रतियोगिताओं में मुफ्त शामिल करना: जीतने का पुरस्कार पाठको के लिए रोचक या कामगार होना चाहिए। बहुत से पाठक जो आपके प्रतियोगिता के परिणाम की जानने के लिए वेबसाइट पर बार बार आएंगे।
आपकी वेबसाइट के दर्शको को मुफ्त सॉफ्टवेयर उपलब्ध करवाये जैसे फ्रीवेयर, शेयरवेयर, डेमो इत्यादि: साथ ही आप अपने वेबसाइट के कुछ भाग को मुफ्त सॉफ्टवेयर निर्देशिका के रूप में भी बदल सकते है। अगर आपने सॉफ्टवेयर बना लिया है, उसमे अपने विज्ञापन जोड़े और अपने पाठको को वह सॉफ्टवेयर दुसरों को बांटने की अनुमति भी दे।
विशेष समूहों पर ध्यान दे जिन्हें मुफ़्त कक्षाओ के लिए आपकी वेबसाइट पर आने के लिए इंटरनेट इस्तेमाल करने में दिक्कत हो रही है - वरिष्ठ नागरिक, व्यस्त कर्मचारी इत्यादि। उन लोगो के लिए यह आसान और लुभावना बनाएगा।
वेबसाइट की ओर से मुफ्त ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करना: उदाहरण के लिए, यह सर्च इंजिन का प्रपत्र (form), कॉपीराइटिंग, प्रूफरीडिंग इत्यादि हो सकता हैं। ये सेवाएं और सहायता आपके चयनित दर्शको के लिए काफी मददगार हो सकती हैं।
अपने वेबसाइट के पाठको को मुफ्त परामर्श दे: आप अपनी जानकारीयो को ई-मेल अथवा फोन के जरिये मुफ्त में भी दे सकते है। लोग इसकी महत्ता को समझेंगे, परामर्श शुल्क बहुत महंगा भी हो सकता हैं।
मुफ़्त शुरुआती पैकेज प्रदान करना जो सीमित समय के लिए हो: ग्राहकों को आपके ऑनलाइन उत्पाद की कार्यप्रणाली को समझने के लिए उपयुक्त समय दे जिससे वो इसके लगातार इस्तेमाल के लिए खरीदने के लिए पसंद कर सके।
मुफ्त सीडी, डीवीडी इत्यादि भेजना: जिनमे शुरुआती पैकेज हो और अतिरिक्त जानकारी दिखाई गयी हो यह आपके ग्राहकों को वेबसाइट पर वापिस आने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
मुफ़्त स्क्रीनसेवर या व्यापार कार्ड के लिए टेम्पलेट, टेम्पलेट, कार्ड, लिखने के कागज इत्यादि: वह कुछ जो ग्राहक प्रिंट करके ले सके।
Source : hi.wikihow.com
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