Home/Anuppur/madhya pradesh/mp/दूधारू पशुओं में बढ़ रही बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता की आवश्यकता आईजीएनटीयू के केवीके के सहयोग से आयोजित हो रहे कार्यक्रम खुरपका और मुंहपका रोग से पीड़ित पशु मिल रहे हैं सबसे अधिक
दूधारू पशुओं में बढ़ रही बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता की आवश्यकता आईजीएनटीयू के केवीके के सहयोग से आयोजित हो रहे कार्यक्रम खुरपका और मुंहपका रोग से पीड़ित पशु मिल रहे हैं सबसे अधिक
आईजीएनटीयू के केवीके के सहयोग से आयोजित हो रहे कार्यक्रम
खुरपका और मुंहपका रोग से पीड़ित पशु मिल रहे हैं सबसे अधिक
अनूपपुर /अमरकटंक / प्रदीप मिश्रा - 8770089979
दुधारू पशुओं में फैल रही बीमारियों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र निरंतर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर इनके आसान उपचार की विधियों के बारे में जानकारी प्रदान कर रहा है। इसी क्रम में विगत दिवस पुष्पराजगढ़ के नूनघाटी में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को खुरपका बीमारी पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। पशु चिकित्सालय, पौंडी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में खुरपका-मुंहपका, अंतः और वाह्य परजीवियों से सुरक्षा, खांसी, कुपोषण और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के उपायों के बारे में ग्रामीणों को उपयोगी जानकारियां प्रदान की गई। इस अवसर पर 11 पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोग का उपचार करके ग्रामीणों को जागरूक बनाया गया। 39 पशुपालकों को अंतः और वाह्य परजीवी प्रबंधन के लिए प्रदेश पशुपालन विभाग ने निःशुल्क दवाइयां प्रदान की। इस अवसर पर केवीके के प्रमुख डॉ. एस.के. पांडेय, वैज्ञानिक (कृषि प्रसार) संदीप चैहान, डॉ. प्रवीण मसराम, सुमन और भेजरी सरपंच दिलराज तेन्द्रो आदि उपस्थित थे। डॉ. पांडेय का कहना था कि यदि समय रहते पशुओं को उनकी बीमारियों का उपचार प्रदान कर दिया जाए तो उनके उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को पशुओं की बीमारियों के संकेत बताते हुए उन्हें समय पर उपचार प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए ग्रामीणों को इस संबंध में सतत् प्रशिक्षण पर बल दिया।
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Thursday, March 07, 2019
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