-->

Breaking News

पूर्व सीएम दिग्विजय से गुपचुप मुलाकात पर बोले मंत्री सिलावट, 'क्या चाय पीने पर भी पाबंदी है' | Indore News



इंदौर। मध्य प्रदेश कांग्रेस में लगातार सियासी घमासान के बीच चौंकाने वाली खबरे सामने आ रही हैं। शनिवार को इंदौर में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। यहां उन्होंने बंद कमरे में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट से बंद कमरे में मुलाकात की थी। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे थे। कहा जा रहा था कि दिग्विजय सिंह सिंधिया खेमें में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इन सब अटकलों पर खुद मंत्री तुलसी सिलावट ने विराम लगा दिया है। उन्होंने आज जारी बयान में कहा है कि वह दिग्विजय सिंह से सिर्फ सामान्य मुलाकात करने और चाय पीने के लिए मिले थे। उनके साथ चाय पीने पर भी क्या पाबंदी है। मेरी आस्था सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया में है। और आस्थाएं बदला नहीं करती हैं।

दरअसल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम शामिल है। दोनों ही प्रबल दावेदार हैं। लेकिन हाल ही में सिंधिया को लेकर जिस तरह से उनके समर्थकों ने मोर्चा खोलते हुए उन्हें प्रदेश की कमान सौंंपे जाने की बात कही उससे हाईकमान तक साफ संदेश गया है कि अगर सिंधिया के हक में फैसला नहीं किया गया तो मामला गड़बड़ हो सकता है। हालांकि, अभी तक उनके नाम पर मुहर नहीं लगी है। वहीं, दिग्गी समर्थक भी लगातार सक्रिय हैं। ऐसे समय में इस तरह बंद कमरे में सिंधिया खेमे के मंत्री से मुलाकात करने पर कई तरह की अटकलों का दौर चल रहा था।

दिग्विजय ने कमल नाथ कैबिनेट के दो मंत्रियों के साथ एक बंद कमरे में मुलाकात की थी। इस मीटिंग में मंत्री जीतू पटवारी और तुलसी सिलावट मौजूद थे। तुलसी सिलावट, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे करीबी मंत्रियों में से एक हैं। तुलसी सिलावट और दिग्विजय सिंह की मुलाकात के बाद एक बार फिर से प्रदेश में सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया था। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को ज्योतिरादित्य सिंधिया का खास सिपहसलार माना जाता है। दिग्विजय और सिलावट के बीट आम तौर पर कोई मुलाकात नहीं होती है। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच बैठक के सियासी मतलब तलाशे जा रहे हैं। अभी हाल ही में तुलसी सिलावट, ज्योतिरादित्य सिंधिया के इंदौर दौरे पर उनके साथ थे। जबकि गोविंद सिंह राजपूत और सिंधिया के बीच मनमुटाव की खबरें आईं थीं।

No comments

सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com