-->

Breaking News

सपाक्स समाज ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, स्व. सुनील दांगी को दी श्रद्धांजलि । Sapaks Samaj




भोपाल : सामान्य पिछड़ा  एवम अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स संस्था), सामान्य पिछड़ा  एवम अल्पसंख्यक कल्याण समाज संस्था (सपाक्स समाज) , श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना एवं दांगी समाज के लोगों ने एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग कर प्रताड़ित किए जाने से आत्महत्या करने वाले स्व. सुनील दांगी को न्याय दिलाने एवमं दोषियों पर जल्द कार्यवाही करने की माँग करते हुए 1250 स्थित मयुर पार्क से शिवाजी चौक तक कैंडल मार्च निकाल विरोध प्रदर्शन किया।

सपाक्स समाज के अध्य्क्ष डॉ कांति लाल साहू  जी का कहना है कि इस दुखद घटना को हुए 2 महीने होने पर भी कोई कार्यवाही नही हुई थी क्योकि दोषी व्यक्तियो का वरिष्ठ पद और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है । सपाक्स समाज के साथ सभी संगठनों के प्रयास से तीन में से दो आरोपियों पर आज 23 नवंबर को  एफ . आई . दर्ज की गई किन्तु अभी भी सुसाइड पत्र में उल्लेखित  एक दोषी श्री डी. पी. अहिरवार पर  कोई कार्यवाही नही हुई है जो कि आश्चर्यजनक है क्योकि जिस सुसाइड पत्र के आधार पर 3 में से दो व्यक्तियों पर FIR दर्ज हुआ है तो फिर तीसरे दोषी व्यक्ति के विरुद्ध किस आधार पर FIR दर्ज नही किया गया है। इसलिए पुलिस कार्यवाही और राजनीतिक मंशा पर प्रश्नचिन्ह अवश्य उठता है। 
  डॉ कांतिलाल साहू ने यह भी आरोप लगाया कि ऊर्जा विभाग के एमडी विशेष गढ़पाले संबंधित आरोपियो डी.पी. अहिरवार (सी. जी. एम. विद्युत मंडल भोपाल) एवं राघवेंद्र अहिरवार (एच्. पी. ओ. विद्युत मंडल सिरोंज)  दोनो एक ही वर्ग विशेष के होने के कारण  पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाते हुए दोषियों पर कार्यवाही नही कर रहे हैं  और न ही जिले से बाहर कर निलंबित की कार्यवाही कर रहे है जबकि यह स्पस्ट है कि वर्तमान कार्यालय में पदासीन होने के कारण उपरोक्त 3 दोषी व्यक्ति जांच को प्रभावित कर सकते है।

अतः सपाक्स समाज माननीय मुख्यमंत्री महोदय, ऊर्जा मंत्री महोदय, गृह मंत्री महोदय से  यह मांग करती है कि न्याय संगत जांच हेतु आवश्यक है कि डी.पी. अहिरवार का स्थानांतरण जिले से बाहर कर  निलंबित किया जाए क्योकि सुसाइड पत्र में इनका भी नाम है और  सुसाइड पत्र में जिनका भी नाम उल्लेखित है उन सभी के विरुद्ध  एक समान कार्यवाही होनी चाहिए, , यह कैसा कानूनी कार्यवाही है कि सुसाइड पत्र में लिखित नाम मे कुछ लोगो के विरुद्ध FIR दर्ज की जाती है जबकि कुछ लिखित नाम वाले लोगो को छोड़ दिया जाता है क्योकि वो वरिष्ठ अधिकारी है।

इसलिए सभी संगठनों की माँग है कि दोषियों पर जल्द कार्यवाही की जाए नही तो मजबूरन  दिवगंत सुनील दांगी  को न्याय दिलाने हेतु हमे उग्र आन्दोलन करना पड़ेगा।








No comments

सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com