प्रदीप बर्मन के बारे में एक और खुलासा
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार द्वारा कालेधन में नाम आने के बाद डाबर के निदेशक प्रदीप
बर्मन के बारे में एक और खुलासा हुआ है। एक न्यूज चैनल के हवाले से प्रदीप
बर्मन ने इनकम टैक्स विभाग के सामने कहा है कि एक आदमी जो ख्वाजा को जानता
था एचएसबीसी बैंक ज्यूरिच का फार्म लेकर दुबई आय़ा था औऱ उसने दुबई में ही
इस फार्म को भर दिया था औऱ पहचान के तौर पर अपना फोटो और इंडियन पासपोर्ट
लगाया था।
न्यूज चैनल के मुताबिक दस्तावेज में कहा गया है कि इस बैंक खाते से पैसा निकालने के लिए प्रदीप बर्मन को कभी ज्यूरिच भी नही जाना पड़ा। दस्तावेज में प्रदीप बर्मन द्वारा लिखी बातों की मानें तो उसने बैकं को ये निर्देश दिए हुए थे कि उसे पैसे जमा कराने या पैसे निकालने के लिए उन्हें सिर्फ एक फैक्स बैंक को देना होगा।
दस्तावेज में पता चला है कि फैक्स पहुंचने के बाद एक फोन प्रदीप बर्मन के पास इस बात की पुष्टि करने के लिए आता था कि वो पैसे निकाल रहा है उसके बाद उसे बता दिया जाता था कि वो फंला बैंक से पैसे ले ले। दस्तावेजो में जब आयकर अधिकारियो ने प्रदीप बर्मन से पूछा कि वो किस नंबर पर फैक्स करता था औऱ उसे किस नंबर से फोन आता था तो उसने साफ तौर पर इंकार करते हुए कहा कि उसे याद नही है। दस्तावेजो के मुताबिक प्रदीप बर्मन ने ये भी स्वीकार किया कि तीन कंपनियो में बतौर निदेशक था औऱ इन कंपनियो के खाते भी स्विस बैंक में थे।
न्यूज चैनल के मुताबिक दस्तावेज में कहा गया है कि इस बैंक खाते से पैसा निकालने के लिए प्रदीप बर्मन को कभी ज्यूरिच भी नही जाना पड़ा। दस्तावेज में प्रदीप बर्मन द्वारा लिखी बातों की मानें तो उसने बैकं को ये निर्देश दिए हुए थे कि उसे पैसे जमा कराने या पैसे निकालने के लिए उन्हें सिर्फ एक फैक्स बैंक को देना होगा।
दस्तावेज में पता चला है कि फैक्स पहुंचने के बाद एक फोन प्रदीप बर्मन के पास इस बात की पुष्टि करने के लिए आता था कि वो पैसे निकाल रहा है उसके बाद उसे बता दिया जाता था कि वो फंला बैंक से पैसे ले ले। दस्तावेजो में जब आयकर अधिकारियो ने प्रदीप बर्मन से पूछा कि वो किस नंबर पर फैक्स करता था औऱ उसे किस नंबर से फोन आता था तो उसने साफ तौर पर इंकार करते हुए कहा कि उसे याद नही है। दस्तावेजो के मुताबिक प्रदीप बर्मन ने ये भी स्वीकार किया कि तीन कंपनियो में बतौर निदेशक था औऱ इन कंपनियो के खाते भी स्विस बैंक में थे।
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