13 साल तक चल नहीं सका, मां कहती थी कि उड़ेगा एक दिन: शेफ विकास खन्ना
भोपाल। मैं 13 साल की उम्र तक चल नहीं सकता था। मेरे पैर टेढ़े थे जिसके कारण सारे दोस्त मेरा मजाक बनाते थे। ये कहना है लाखों लड़कियों के दिलों पर राज करने वाले देश के महशूर शेफ विकास खन्ना का। विकास स्टार प्लास के चर्चित शो मास्टर शेफ के प्रोमोशन के सिलसिले में आज सोमवार को राजधानी में आए हुए थे। जिस दौरान उन्होंने बातचीत की और बताया कि मास्टर शेफ का टैंलेट बहुत ही जल्द सामने आया है। जो कि साबित करता है कि हमारे देश के अदंर बहुत ही टैंलेट वाले कुक मौजूद है।
नकल करके पास होता था:
विकास ने बताया कि मैं जब पहली बार विदेश गया तो मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी। लम्बे समय तक मुझे ये भी नहीं समझ आता था कि द, ए और एएन का प्रयोग वाक्य में कहां करते है। उन्होंने अपनी बचपन की यादों को पत्रकारों से बांटते हुए कहा हमारे पंजाब व्याकरण का कोई खासा महत्व नहीं था। साथ ही पढ़ाई में भी लोगों की कम रूचि होती थी। मेरी मम्मी और भाई मुझे नकल करवाके पास करवाते थे। एक बार तो मैं नकल करने में इतना गुम था कि मैंने जिस बच्चें की कॉपी में से नकल की थी उसी का नाम भी मैंने अपनी कॉपी में लिखा लिया था। जिसके कारण दो कॉपियों में एक ही नाम हो गए थे। लेकिन दोनों में मेरा नाम कहीं नहीं था। इसलिए शिक्षकों ने अनुपस्थित घोषित कर दिया। जिसके कारण मैं फेल हो गया। मेरी मां को पता था कि मैंने नकल करके पेपर दिया है। तो वे मेरे टीचर्स के पास गई और बोलने लगी कि मेरे बच्चे ने बहुत पढ़ाई करके पेपर दिया था। जिस पर टीचर्स ने कॉपियों को खोलकर चेक किया तो पाया कि दो कॉपियों में एक ही नाम है और दोनों में अलग—अलग व्यक्तिों ने लिखा है। तब मेरी नकल की पोल खुल गई।
13 साल तक नहीं चल सका:
मैं 13 सालों तक नहीं चल सका क्योंकि मेरे पैरों में परेशानी थी। मेरे पैर टेढ़े थे। ये लगभग सन् 1971 की बात हैं। जब भारत में वो शूज भी नहीं मिलते थे। जिसको पहने से पैर सीधे होते थे। इसलिए मेरे लिए वो शूज चीन से मांगए जाते थे। ये शूज लकड़ी के होते थे। जिससे इसमें वजन ज्यादा होता है। मुझे बहुत बुरा लगता था उनको पहनने में क्योंकि इतने वजन के कारण में मुझे चलनें में बहुत दिक्कत होती है। जब भी मैं बोलता था कि मम्मी मैं चल नहीं पा रहा हूं तो मेरी मां कहती थी कि तू चलेगा नहीं उड़ेगा।
जल्दी आएगी 8 लाख की किताब:
विकास ने बताया कि उनकी एक नई किताब आने वाली है। जिसकी किम्मत 8 लाख रूपये की है। इस किताब का टाईटल विकास ने उत्सव दिया है। जिसको उठने के लिए दो आदमियों की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि ये किताब पूरे विश्व में अलग स्थान प्राप्त करेगी।
लंगर के कारण न्यूयार्क में लगवाया था ट्रैफिक:
विकास ने धर्म की एकता को खाने से जोड़ते हुए बताया कि मैने न्यूयार्क में एक लंगर का आयोजन किया था। ये लंगर न्यूयार्क के सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले स्थान पर करवाया था। जिसके चलते वहां का ट्रैफिक जाम हो गया था। जिसमें 3500 लोग थे। वहां के पुलिस वाले मुझे पर दबाव बना रहे थे कि मैं वहां से लंगर को हटाओ मगर मैंने नहीं हटाया।
कपिल को जनता हूं पहले से:
कॉमेडियन नाइटर्स विथ कपिल के बारे में बोलते हुए विकास ने कहा कि मैं कपिल को पहले से जानता हूं। हम अमृतसर में साथ थे। जिस दौरान में भटूरे बनाकर बेचता था। साथ ही कपिल पीसीओ में काम करता था। विकास ने अपने पसंदीता खाने के बारे में बताते हुआ कहा कि मुझे मेथी और आलू बहुत पसंद है। उनका फेवरेट रेस्टोरेंट सासू मां है। जो कि सूरत में हैं।
नकल करके पास होता था:
विकास ने बताया कि मैं जब पहली बार विदेश गया तो मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी। लम्बे समय तक मुझे ये भी नहीं समझ आता था कि द, ए और एएन का प्रयोग वाक्य में कहां करते है। उन्होंने अपनी बचपन की यादों को पत्रकारों से बांटते हुए कहा हमारे पंजाब व्याकरण का कोई खासा महत्व नहीं था। साथ ही पढ़ाई में भी लोगों की कम रूचि होती थी। मेरी मम्मी और भाई मुझे नकल करवाके पास करवाते थे। एक बार तो मैं नकल करने में इतना गुम था कि मैंने जिस बच्चें की कॉपी में से नकल की थी उसी का नाम भी मैंने अपनी कॉपी में लिखा लिया था। जिसके कारण दो कॉपियों में एक ही नाम हो गए थे। लेकिन दोनों में मेरा नाम कहीं नहीं था। इसलिए शिक्षकों ने अनुपस्थित घोषित कर दिया। जिसके कारण मैं फेल हो गया। मेरी मां को पता था कि मैंने नकल करके पेपर दिया है। तो वे मेरे टीचर्स के पास गई और बोलने लगी कि मेरे बच्चे ने बहुत पढ़ाई करके पेपर दिया था। जिस पर टीचर्स ने कॉपियों को खोलकर चेक किया तो पाया कि दो कॉपियों में एक ही नाम है और दोनों में अलग—अलग व्यक्तिों ने लिखा है। तब मेरी नकल की पोल खुल गई।
13 साल तक नहीं चल सका:
मैं 13 सालों तक नहीं चल सका क्योंकि मेरे पैरों में परेशानी थी। मेरे पैर टेढ़े थे। ये लगभग सन् 1971 की बात हैं। जब भारत में वो शूज भी नहीं मिलते थे। जिसको पहने से पैर सीधे होते थे। इसलिए मेरे लिए वो शूज चीन से मांगए जाते थे। ये शूज लकड़ी के होते थे। जिससे इसमें वजन ज्यादा होता है। मुझे बहुत बुरा लगता था उनको पहनने में क्योंकि इतने वजन के कारण में मुझे चलनें में बहुत दिक्कत होती है। जब भी मैं बोलता था कि मम्मी मैं चल नहीं पा रहा हूं तो मेरी मां कहती थी कि तू चलेगा नहीं उड़ेगा।
जल्दी आएगी 8 लाख की किताब:
विकास ने बताया कि उनकी एक नई किताब आने वाली है। जिसकी किम्मत 8 लाख रूपये की है। इस किताब का टाईटल विकास ने उत्सव दिया है। जिसको उठने के लिए दो आदमियों की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि ये किताब पूरे विश्व में अलग स्थान प्राप्त करेगी।
लंगर के कारण न्यूयार्क में लगवाया था ट्रैफिक:
विकास ने धर्म की एकता को खाने से जोड़ते हुए बताया कि मैने न्यूयार्क में एक लंगर का आयोजन किया था। ये लंगर न्यूयार्क के सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले स्थान पर करवाया था। जिसके चलते वहां का ट्रैफिक जाम हो गया था। जिसमें 3500 लोग थे। वहां के पुलिस वाले मुझे पर दबाव बना रहे थे कि मैं वहां से लंगर को हटाओ मगर मैंने नहीं हटाया।
कपिल को जनता हूं पहले से:
कॉमेडियन नाइटर्स विथ कपिल के बारे में बोलते हुए विकास ने कहा कि मैं कपिल को पहले से जानता हूं। हम अमृतसर में साथ थे। जिस दौरान में भटूरे बनाकर बेचता था। साथ ही कपिल पीसीओ में काम करता था। विकास ने अपने पसंदीता खाने के बारे में बताते हुआ कहा कि मुझे मेथी और आलू बहुत पसंद है। उनका फेवरेट रेस्टोरेंट सासू मां है। जो कि सूरत में हैं।
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