PM मोदी को पनीरसेल्वम ने लिखा पत्र
चेन्नई:
राज्य में सीबीएसई की ‘उड़ान’ योजना में पर्याप्त संपर्क कक्षा केंद्रों
की कमी पर नाखुशी प्रकट करते हुए तमिलनाडु सरकार ने आज प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी से योजना में मौजूद इन त्रुटियों का परीक्षण करवाने एवं
केंद्रों की संख्या बढ़ाने की अपील की। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
(सीबीएसई) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) और राष्ट्रीय
प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में
दाखिले की चुनौती के लिए छात्राओं को तैयार करने के इरादे से उड़ान योजना
का खाका तैयार किया है।
इसके तहत कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं की चुनी हुई 1000 छात्राओं को विशेष ऑनलाइन और सीधी कोचिंग दिए जाने की व्यवस्था है। मोदी को भेजे पत्र में मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि कार्यक्रम के अनुसार अनिवार्य संपर्क कक्षाओं के लिए केवल दो शहरों का नाम दिया गया है और राजधानी चेन्नई को छोड़ दिया गया है।
पनीरसेल्वम ने कहा कि विज्ञान विषयक छात्राओं की अच्छी खासी संख्या वाले एक बड़े राज्य में महज दो केंद्र अपर्याप्त हैं और इससे इस योजना में भाग लेने के छात्राओं के उत्साह पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। सबसे बड़ी आश्चर्य की बात तो यह है कि तमिलनाडु के सबसे बड़े शहर चेन्नई में एक भी संपर्क केंद्र नहीं है। मुख्यमंत्री ने मोदी से योजना की इन त्रुटियों का परीक्षण करवाने एवं तमिलनाडु में इन केंद्रों की संख्या बढ़ाने की अपील की है।
इसके तहत कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं की चुनी हुई 1000 छात्राओं को विशेष ऑनलाइन और सीधी कोचिंग दिए जाने की व्यवस्था है। मोदी को भेजे पत्र में मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि कार्यक्रम के अनुसार अनिवार्य संपर्क कक्षाओं के लिए केवल दो शहरों का नाम दिया गया है और राजधानी चेन्नई को छोड़ दिया गया है।
पनीरसेल्वम ने कहा कि विज्ञान विषयक छात्राओं की अच्छी खासी संख्या वाले एक बड़े राज्य में महज दो केंद्र अपर्याप्त हैं और इससे इस योजना में भाग लेने के छात्राओं के उत्साह पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। सबसे बड़ी आश्चर्य की बात तो यह है कि तमिलनाडु के सबसे बड़े शहर चेन्नई में एक भी संपर्क केंद्र नहीं है। मुख्यमंत्री ने मोदी से योजना की इन त्रुटियों का परीक्षण करवाने एवं तमिलनाडु में इन केंद्रों की संख्या बढ़ाने की अपील की है।
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